जिला स्तरीय उर्वरक निगरानी समिति की बैठक में जिलाधिकारी ने उर्वरक प्रतिष्ठानों के विरुद्ध औचक छापेमारी करने का दिया निर्देश

ध्रुव कुमार सिंह, सीतामढ़ी, बिहार, २१ दिसम्बर
जिला स्तरीय उर्वरक निगरानी समिति की बैठक सीतामढ़ी समाहरणालय स्थित विमर्श सभा कक्ष में जिलाधिकारी रिची पाण्डेय की अध्यक्षता में आहूत की गई। बैठक में विधायक सुरसंड दिलीप राय, जिला परिषद अध्यक्ष अदिति कुमारी, जिला जन संपर्क पदाधिकारी कमल सिंह, जिला कृषि पदाधिकारी ब्रजेश कुमार, थोक विक्रेता दुकानों के प्रतिनिधि तथा कृषि विभाग के अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे। जिलाधिकारी ने बैठक में जिला अंतर्गत उर्वरक प्रतिष्ठानों के विरुद्ध औचक छापेमारी करने का निर्देश दिया। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि विभागीय दिशा निर्देश के आलोक में निर्धारित दर पर ही उर्वरक की बिक्री करवाएंगे। जिलाधिकारी के द्वारा नेपाल सीमा पर उर्वरक की अवैध रूप से निर्गमन पर निगरानी रखे जाने की आवश्यकता, नैनो यूरिया के इस्तेमाल को प्रश्रय दिए जाने, सभी उर्वरक की दुकानों पर अनिवार्य रूप से रेट चार्ट एवं स्टॉक चार्ट रखने, थोक विक्रेताओं के पास उर्वरक की उपलब्धता की सूची आदि के सम्बन्ध में कई निर्देश दिए गए। बैठक में डीएम ने कहा कि उर्वरक के थोक विक्रेता और खुदरा विक्रेताओं द्वारा की जा रही उर्वरक की बिक्री की सतत निगरानी पर बल देते हुए जिले के सभी पंचायतों तक उर्वरक की उपलब्धता सुनिश्चित करावें। उन्होंने निर्देश दिया कि थोक उर्वरक विक्रेताओं द्वारा खुदरा उर्वरक विक्रेताओं को सही मूल्य पर उर्वरकों की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। थोक उर्वरक विक्रेता यदि किसी भी परिस्थिति में मूल वृद्धि में संलिप्त पाए जाते है तो एफसीओ के अधीन कार्रवाई की जाएगी।सभी प्रखंडों में फसल आच्छादन एवं आवश्यकता अनुसार समानुपातिक रूप से उर्वरकों का उप-आवंटन किया जाए। सीमावर्ती प्रखंडों में उर्वरक तस्करी के रोकथाम हेतु सीमा सुरक्षा बल के कमांडेंट एवं थानाध्यक्ष से समन्वय स्थापित कर कार्रवाई की जाय। उन्होंने जिला कृषि पदाधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि उर्वरक के विक्रय पर पूरी निगरानी रखें। विक्रय की समीक्षा बैठक लगातार करें ताकि, सभी किसानों को उर्वरक प्राप्त हो सके। बैठक में उर्वरक की कालाबाजारी, छापामारी उर्वरक नमूना संग्रहण, उर्वरक की वितरण व्यवस्था आदि विषयों पर व्यापक चर्चा की गई एवं इस संबंध में कई आवश्यक निर्देश दिए गए। बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि जिले में उर्वरक पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। यूरिया सहित अन्य उर्वरक की कोई कमी नहीं है। उन्होंने बताया कि टीम बनाकर एवं खुदरा एवं थोक विक्रेताओं की लगातार जांच कराई जा रही है। उन्होंने बताया कि दिसंबर माह में 147 छापामारी की गई। 26 से स्पष्टीकरण पूछा गया जबकि आठ खुदरा दुकानदारों का लाइसेंस रद्द किया गया। नेपाल बॉर्डर एरिया पर भी निगरानी की जा रही है। उन्होंने जानकारी दी कि जिले में खुदरा उर्वरक विक्रेताओं की संख्या 880 है इसके अतिरिक्त 117 पैक्स भी हैं। जबकि थोक उर्वरक विक्रेताओं की संख्या 31 है। 248 बीज विक्रेता हैं जबकि 148 कीटनाशी विक्रेता है। वही दो वर्मी कंपोस्ट विक्रेता है।