स्वास्थ्य विभाग की समीक्षात्मक बैठक में जिलाधिकारी ने दिया सुधार हेतु निर्देश

ध्रुव कुमार सिंह, सीतामढ़ी, बिहार, २६ अप्रैल
जिलाधिकारी रिची पाण्डेय की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग की मासिक समीक्षात्मक बैठक सीतामढ़ी समाहरणालय अंतर्गत परिचर्चा भवन में आयोजित हुई। बैठक में सिविल सर्जन डॉ.अखिलेश प्रसाद, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ.जियाउद्दीन जावेद, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ.मुकेश कुमार, जिला वीबीडी नियंत्रण पदाधिकारी डॉ.रविन्द्र कुमार यादव, जिला गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ.सुनील कुमार सिन्हा, जिला सूचना जनसंपर्क पदाधिकारी कमल सिंह, सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, डीपीएम असित रंजन, डीसीएम समरेंद्र नारायण वर्मा, डीपीसी दिनेश कुमार, सभी प्रखण्ड स्वास्थ्य प्रबंधक, सभी प्रखण्ड सामुदायिक उत्प्रेरक, बीएम एंड ईए, परामर्शी के अलावे समेकित बाल विकास परियोजना से जिला प्रोग्राम पदाधिकारी कंचन गिरी समेत सभी सीडीपीओ, महिला पर्यवेक्षिका, राष्ट्रीय पोषण मिशन के जिला तथा प्रखण्ड समन्वयक सहित सहयोगी संस्था पिरामल फाउंडेशन के मानस कुमार, प्रभाकर कुमार, दुर्गा प्रसाद सिंह एवं विकेश कुमार, पीएसआई से विनय कुमार सिंह, डब्लूएचओ के SMO डॉ.हरि तेजा और यूनिसेफ के SMC कुमार अभिषेक और नवीन कुमार इत्यादि ने भाग लिया। समीक्षा के दौरान स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाए जा रहे स्वास्थ्य कार्यक्रमों एवं सेवाओं के प्रदर्शन की प्रखण्ड वार समीक्षा की गई। इस दौरान विभिन्न संकेतकों एवं कार्यक्रमों में बेहतर प्रदर्शन वाले प्रखंडों की प्रशंसा की गई तथा खराब प्रदर्शन करने वाले प्रखंडों को आवश्यक एवं त्वरित सुधार हेतु निर्देशित किया गया। संस्थागत प्रसव की समीक्षा के क्रम में यह पाया गया कि अप्रैल 24 से मार्च 25 तक जिले में संस्थागत प्रसव में लक्ष्य के विरुद्ध 58% मात्र की उपलब्धि रही, कुल 110412 के लक्ष्य के विरुद्ध 54266 यानी 49% सरकारी संस्था में तथा 9319 यानि 9% निजी संस्थाओं द्वारा किया गया। बेहतर प्रदर्शन करने वाले प्रखण्ड क्रमशः सदर अस्पताल, मेजरगंज, पुपरी और बेलसंड रहे वही कमजोर प्रदर्शन वाले प्रखंडों में बोखरा, चोरोत, बाजपट्टी, बैरगनिया आदि रहे। जिलाधिकारी द्वारा खराब प्रदर्शन करने वाले प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारीयों, प्रखण्ड स्वास्थ्य प्रबंधकों एवं प्रखण्ड सामुदायिक उत्प्रेरकों को कड़ी फटकार लगाई और 1 माह के भीतर प्रदर्शन में सुधार हेतु निर्देशित किया गया तथा असंतोषजनक कार्य वाले कर्मियों पर कार्रवाई तथा आशा कार्यकर्ताओं को चिन्हित कर तदनुसार आवश्यक कदम उठाए जाएं साथ ही सदर अस्पताल की कुव्यवस्था पर भी जिला पदाधिकारी के द्वारा विस्तृत बात की गई और सदर अनुमंडलाधिकारी के द्वारा सदर अस्पताल के निरीक्षण के दौरान पाए गए अनियमितताओं को लेकर भी नाराजगी जाहिर करते हुए सिविल सर्जन को अनुपस्थित कर्मियों से स्पष्टीकरण पूछते हुए उनपर कार्रवाई करने का निर्देश दिया।