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एईएस की रोकथाम एवं नियंत्रण के निमित्त सभी अधिकारी पूरी सक्रियता एवं तत्परता के साथ मानक संचालन प्रक्रिया के अनुरूप अलर्ट मोड में संवेदनशील होकर कार्य करें- सुब्रत कुमार सेन, जिलाधिकारी

ध्रुव कुमार सिंह, मुजफ्फरपुर, बिहार, ०२ अप्रैल

सभी अधिकारी पूरी सक्रियता एवं तत्परता के साथ मानक संचालन प्रक्रिया के अनुरूप अलर्ट मोड में संवेदनशील होकर कार्य करें। इस कार्य में कोताही एवं लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जायेगी। यह बातें जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने एईएस की रोकथाम एवं नियंत्रण के निमित्त जिला स्तरीय समन्वय समिति के तहत जिला/प्रखंड स्तरीय अधिकारियों, स्वयं सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ मुजफ्फरपुर समाहरणालय सभागार मे आयोजित बैठक में कही। बैठक में नगर निगम के महापौर निर्मला देवी साहू, उप- विकास आयुक्त श्रेष्ठ अनुपम, नगर आयुक्त विक्रम विरकर, अपर समाहर्ता राजस्व संजीव कुमार, सभी जिला स्तरीय अधिकारीगण, लीची अनुसंधान केंद्र के प्रतिनिधि, नेहरू युवा केंद्र के प्रतिनिधि, रेड क्रॉस  के उपाध्यक्ष उदय शंकर प्रसाद सिंह उपस्थित थे तथा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से सभी प्रखंडों के प्रखंड विकास पदाधिकारी, सभी अंचलाधिकारी, सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी  संबद्ध थे। एईएस की सफल एवं सुव्यवस्थित तैयारी सुनिश्चित करने हेतु जिलाधिकारी ने सर्वप्रथम सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी से प्रखंडवार तैयारी संबंधी आवश्यक फीडबैक प्राप्त किया। कार्य योजना के अनुरूप जनप्रतिनिधियों एवं पंचायत कर्मियों के साथ बैठक करने, कर्मियों के प्रशिक्षण की स्थिति, पंचायत वार वाहन टैगिंग, दवा की उपलब्धता, क्षेत्र भ्रमण आदि से संबंधित आवश्यक फीडबैक प्राप्त किया। उन्होंने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी तथा प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को अपने-अपने प्रखंडों में कुशल प्रबंधन एवं नेतृत्व करने का निर्देश दिया। साथ ही सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी से अपने परियोजना के हर पोषक क्षेत्र मे 0-15 आयुवर्ग के बच्चों की सूची की तैयारी के बारे में अद्यतन स्थिति की जानकारी प्राप्त की। आगामी 5 अप्रैल से हर शनिवार को शाम 5:00 बजे से हर पंचायत में संध्या चौपाल का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए जिला अंतर्गत सभी पंचायत में एक-एक अधिकारी की प्रतिनियुक्ति की गई है तथा उन्हें उस पंचायत में जागरूकता अभियान चलाने तथा चमकी बुखार से संबंधित आवश्यक जानकारी प्रदान करने का दायित्व दिया गया है। सिविल सर्जन को स्वास्थ्य विभाग से समन्वय स्थापित कर प्रचार सामग्री प्राप्त करने तथा पंचायत में वितरित करवाने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने डीपीओ आईसीडीएस को सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी से समन्वय स्थापित कर परियोजना अंतर्गत हर पोषक क्षेत्र के हर घर में सेविका सहायिका द्वारा घर-घर भ्रमण का कार्यक्रम सुनिश्चित कराया जाए। जागरूकता अभियान में जीविका के दीदियों को भी सक्रिय एवं तत्पर रहने का निर्देश दिया गया। जागरूकता अभियान के तहत सोमवार एवं गुरुवार को प्रभात फेरी मंगलवार को गृह भ्रमण बुधवार को संध्या चौपाल शुक्रवार को संध्या चौपाल किए जाएंगे। जबकि प्रत्येक शनिवार को संध्या 5:00 बजे तमाम अधिकारियों की उपस्थिति में हर एक पंचायत में जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे। जिलाधिकारी ने कहा कि बच्चे को किसी भी प्रकार का लक्षण दिखने पर बिना देर किये ही उपलब्ध वाहन से निकटतम पीएचसी/सीएचसी पहुँचायें। सभी डॉक्टर एवं स्वास्थ्य कर्मी को विशेषकर रात्रि पाली में रोस्टर के अनुरूप ड्यूटी पर बने रहने का सख्त निर्देश दिया है। अस्पतालों में डॉक्टरों एवं स्वास्थ्य कर्मी की उपस्थिति सुनिश्चित करने तथा उनकी सतत एवं प्रभावी मॉनिटरिंग करने का निर्देश सिविल सर्जन एवं डीपीएम स्वास्थ्य को दिया गया है। उन्होंने सभी डॉक्टर एवं स्वास्थ्य कर्मी को बच्चों के प्रति संवेदनशील एवं गंभीर होकर इलाज के लिए सक्रिय एवं तत्पर पर रहने का निर्देश दिया है। जिला अंतर्गत सभी विद्यालयों के चेतना सत्र में सभी बच्चों के बीच चमकी बुखार से संबंधित लक्षण तथा एहतियाती उपायों के बारे में परिचर्चा  जारी है ताकि सभी बच्चों को चमकी बुखार के बारे में आवश्यक सावधानी तथा रोकथाम के उपाय संबंधी जानकारी प्राप्त रहे। बैठक में चमकी बुखार के लक्षण, चमकी की तीन धमकी तथा आवश्यक सावधानियों के बारे में अवगत कराया गया. लक्षण-चमकी के साथ तेज बुखार-सरदर्द अर्द्ध या पूर्ण बेहोशी यह तीन धमकियां याद रखें. खिलायें- बच्चों को रात में सोने से पहले भर पेट खाना जरूर खिलायें। यदि संभव हो तो कुछ मीठा भी खिलाएं। जगायें-रात के बीच में एवं सुबह उठते ही देखें कि बच्चा कहीं बेहोश या उसे चमकी तो नहीं। अस्पताल ले जाएं- बेहोशी या चमकी दिखते ही आशा दीदी को सूचित करते हुए तुरंत उपलब्ध वाहन से नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले जाएं। सावधानियां तेज धूप में जाने से बचें। दिन में दो बार नहायें। रात में पूरा भोजन करके सुलायें। लक्षण दिखते ही ओआरएस का घोल या चीनी और नमक का घोल पिलायें। जिलाधिकारी ने जिले के तमाम अभिभावकों से भी अपने-अपने घर के बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति अलर्ट रहने तथा किसी भी प्रकार का लक्षण दिखने पर उपलब्ध वाहन से तुरंत निकटतम स्वास्थ्य केंद्र  पहुंचाने की अपील की है। जिलाधिकारी ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को साप्ताहिक समीक्षा बैठक करने तथा चमकी बुखार से संबंधित सभी प्रकार की आवश्यक तैयारी सफल एवं  सुव्यवस्थित रूप में त्रुटिरहित रूप मे संचालित करने का निर्देश दिया है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग आईसीडीएस एवं जीविका की टीम के साथ बैठक करने तथा क्षेत्र भ्रमण कर सभी आवश्यक व्यवस्था सुदृढ रूप से सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। जिलाधिकारी के स्तर से भी सभी हितधारकों के साथ जल्द बैठक की जायगी तथा इस अभियान को प्राथमिकता के तौर पर मिशन मोड में संचालित किया जाएगा।

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