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जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला कृषि टास्क फोर्स की बैठक आयोजित

ध्रुव कुमार सिंह, सीतामढ़ी, बिहार

जिलाधिकारी रिची पांडेय की अध्यक्षता में जिला कृषि टास्क फोर्स की बैठक सीतामढ़ी समाहरणालय स्थित विमर्श सभा कक्ष में आयोजित की गई। बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी, जिला जन संपर्क अधिकारी कमल सिंह सहित अन्य विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी के द्वारा जानकारी दी गई कि रबी फसल का जिले में आच्छादन पूर्ण है। इसमें किसी भी बीमारी का प्रकोप नहीं है। गेहूं का फसल भी संतोषजनक है। जानकारी दी कि जिले में डीएपी उर्वरक की उपलब्धता के साथ  यूरिया के उपलब्धता पर्याप्त है। यूरिया की उपलब्धता 3712 मीट्रिक टन है। उन्होंने कहा कि जिले में उर्वरक की पर्याप्त उपलब्धता है खाद्य की किल्लत नहीं है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया की उर्वरक की उपलब्धता एवं बिक्री पर सतत निगरानी रखे, किसी भी स्थिति में उर्वरकों की कालाबाजारी की शिकायत नही मिलनी चाहिए। उन्होंने जिला कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिया कि उर्वरक की बिक्री पर सतत निगरानी रखते हुए कृषि समन्वयक और किसान सलाहकार की उपस्थिति में उर्वरक का वितरण उचित मूल्य पर करना सुनिश्चित करें साथ ही भ्रमणशील रहकर उर्वरक का निर्धारित मूल्य पर बिक्री एवं खुदरा उर्वरक प्रतिष्ठानों का औचक निरीक्षण भी प्रतिदिन करना सुनिश्चित करें। बैठक में रबी बीज के अतिरिक्त गरमा बीज की उपलब्धता इत्यादि के साथ कृषि यंत्रीकरण, जैविक खेती प्रोत्साहन, फार्म घेराबंदी, ई-किसान भवन,ई-केवाईसी की भी समीक्षा की गई। बैठक में निर्देश दिया गया कि बंद पड़े नलकूपों को शीघ्र मरम्मति कर चालू करवाना सुनिश्चित करे। उन्होंने कहा कि विद्युत अभियंता एवं नलकूप के अभियंता आपस में समन्वय कर विद्युत दोष से बंद पड़े नलकूपों को अविलंब चालू करवाना सुनिश्चित करे। उन्होंने कहा कि सिंचाई के लिए सुदूर खेतों तक तेजी के साथ विद्युत संबद्धता प्रदान करना हमारा लक्ष्य है। आत्मा के समीक्षा के क्रम में जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि भौतिक एवं वित्तीय लक्ष्य के विरुद्ध शत-प्रतिशत उपलब्धि करना सुनिश्चित करें। पशुपालन विभाग के समीक्षा के क्रम में कृत्रिम गर्भधारण, मैत्री केंद्र, पशु टीकाकरण, मोबाइल चिकित्सा, सुरभि चयन श्रृंखला, इत्यादि की समीक्षा की गई एवं निर्देश दिया गया कि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं का क्रियान्वयन पूरी प्रतिबद्धता के साथ करें ताकि पशुपालकों को इसका लाभ मिल सके। बैठक में इसकी अतिरिक्त गन्ना विकास आत्मा, मत्स्य तथा संबंधित अन्य विभागों की समीक्षा की गई।

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