पुलिस अभिरक्षा में हाजत में हुई युवक की मौत के बाद थाने पर हुआ भारी बवाल, वरीय पुलिस अधीक्षक नें त्वरित कारवाई करते हुए थानाध्यक्ष सहित 3 पुलिसकर्मी को किया निलंबित

ध्रुव कुमार सिंह, मुजफ्फरपुर, बिहार, ०६ फ़रवरी
मुजफ्फरपुर जिले के कांटी थाने में युवक की संदिग्ध मौत के बाद गुस्साए लोगों ने भारी बवाल कर दिया। मामले की गंभीरता को देखते हुए वरीय पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार ने त्वरित कारवाई करते हुए परिजनों की मांग पर प्रारम्भिक जांच में दोषी पाए जाने के बाद कांटी थाने के थानाध्यक्ष समेत तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। पुलिस अभिरक्षा में युवक की मौत के बाद हड़कंप मच गया। गौरतलब है की कांटी थाना के हाजत में कलवारी गांव के 22 वर्षीय युवक शिवम कुमार की संदिग्ध स्थिति में बुधवार की रात मौत हो गई थी। मृतक शिवम के परिजन और कलवारी गांव के लोग पुलिस हिरासत में मौत पर सवाल उठाते हुए पुलिस पर हत्या का आरोप लगाया और सुबह से थाने पर इकठ्ठा होकर हंगामा करनें लगे। परिजनों का कहना है कि बाइक चोरी के संदेह में पुलिस ने दो दिन पहले शिवम को उठाया था। उसके कई दोस्त भी उठाये गए थे, पुलिस सभी से पूछताछ कर रही थी। पुलिस हिरासत में युवक की मौत के बाद सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में कलवारी और आसपास के कई गांवों के लोग थाना पर पहुंच गए। आक्रोशित लोगों ने थाना पर हंगामा किया और वरीय अधिकारियों से मामले की जांच करने की मांग की। इस दौरान गुस्साए लोगों ने थाने में तोड़फोड़ भी की। परिजनों का कहना था की शिवम को कोई बीमारी नहीं थी और वह पूरी तरह से स्वस्थ था. स्थिति को बिगड़ता देख मौके पर पुलिस उपाधीक्षक पश्चिमी दल बल के साथ पहुंचे और लोगों को समझाने की कोशिश की. उन्होंने मामले की जांच का आश्वासन दिया. मिली जानकारी के अनुसार युवक को स्कूटी सवार से छिनतई के मामले में संदेह के आधार पर हिरासत में लिया गया था। उसका शव हाजत में फंदे से लटकता हुआ मिला। मफलर का फंदा बनाया गया था। आक्रोशित भीड़ द्वारा थानाध्यक्ष पर थर्ड डिग्री टार्चर कर युवक की हत्या करने का आरोप लगाया जा रहा था। परिजनों के मुताबिक, युवक के साथ मारपीट करने वालों में एक जमादार तथा एक चौकीदार पुत्र भी शामिल था। ग्रामीणों का आरोप है कि दो दिनों से थानाध्यक्ष युवक को छोड़ने के बदले में मोटी रकम की मांग कर रहे थे. परिजनों द्वारा इनकार करने के बाद पुलिस उस युवक को न्यायिक हिरासत में जेल भेजने की धमकी दे रही थी। आक्रोशित ग्रामीणों का कहना था की पूछताछ के दौरान युवक द्वारा घटना में अपनी संलिप्तता से इनकार करने के बावजूद पुलिस कई दिनों से एक अलग कमरे में बंद रखकर पिटाई कर रही थी। इसी बीच गुरुवार को हाजत में उसका शव बरामद हुआ। इलाके में व्याप्त तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। लोगों के आक्रोश के बाद उत्त्पन्न तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए कई थानों की फोर्स के साथ वरीय पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार मौके पर पहुंचे और मामले की जानकारी ली. घटना को लेकर वरीय पुलिस अधीक्षक श्री कुमार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए लापरवाही के आरोप में थानाध्यक्ष, ओडी पदाधिकारी और एक संतरी को सस्पेंड करते हुए युवक के शव का पोस्टमार्टम मजिस्ट्रेट की निगरानी में करानें का निर्देश दिया. वरीय पुलिस अधीक्षक में बताया कि युवक ने हाजत में फंदे से लटककर जान दी हैं, हालांकि इसकी जांच की जा रही हैं.