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पशुपालन विभाग की समीक्षात्मक बैठक में पशु चिकित्सालय एवं कृत्रिम गर्भाधान केंद्र द्वारा किए गए चिकित्सा बधियाकरण, कृत्रिम गर्भाधान, टीकाकरण पैथोलॉजिकल जांच के बारे में हुई समीक्षा

ध्रुव कुमार सिंह, सीतामढ़ी, बिहार, १८ जनवरी

जिला पदाधिकारी रिची पाण्डेय की अध्यक्षता में सीतामढ़ी समाहरणालय स्थित विमर्श कक्ष में पशुपालन विभाग की समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिला पशुपालन पदाधिकारी द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी गई। समीक्षा के क्रम में जिला अंतर्गत पशु चिकित्सालय एवं कृत्रिम गर्भाधान केंद्र द्वारा किए गए चिकित्सा बधियाकरण, कृत्रिम गर्भाधान, टीकाकरण पैथोलॉजिकल जांच के बारे में प्राप्त प्रतिवेदन के आधार पर समीक्षा की गई। जिला पशुपालन पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि आरडीएफ के तहत पांच पशु चिकित्सालयों के भवन निर्माण के लिए भूमि उपलब्ध कराई गई थी जिसमें से दो पशु चिकित्सालय नानपुर एवं सुरसंड में निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। एक पशु चिकित्सालय बैरगनिया निर्माणाधीन है तथा दो पशु चिकित्सालय नरंगा और परसौनी के भवन निर्माण हेतु विभाग को भेजा जा चुका है। उन्होंने बताया कि माह दिसंबर 2024 तक चिक्तिसित पशुओं की कुल संख्या 116648 है, बधियाकरण की कुल संख्या 4185 है, कृत्रिम गर्भाधान द्वारा लाभान्वित पशुओं की संख्या 11411 है, वहीं विभागीय एम्बुलेटरी निःशुल्क चिकित्सा वैन द्वारा चिक्तिसित पशुओं की संख्या 6704 है। वही आत्मनिर्भर बिहार के सात निश्चय पार्ट 2 अंतर्गत आयोजित पशु बांझपन निवारण शिविर में चिकित्सक पशुओं की कुल संख्या 4804 है। जो की सभी लक्ष्य के अनुरूप है। केसीसी पर विस्तार पूर्वक जिला पदाधिकारी द्वारा चर्चा करते हुए सभी पशु चिकित्सो को अधिक से अधिक आवेदन पत्र सृजित कर बैंकों को भेजवाने का निर्देश दिया गया। समेकित बकरी एवं भेड़ विकास योजना एवं समेकित मुर्गा विकास योजना के संबंध में संबंधित नोडल पदाधिकारी द्वारा  विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई। सुकर विकास योजना के बारे में जिला नोडल पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि अभी तक कुल 39 आवेदन संग्रह किया जा चुका है जिसका स्क्रीनिंग किया जाना है जिस पर जिला पदाधिकारी द्वारा संतोष व्यक्त करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया। वही 21वीं अखिल भारतीय पशु गणना के बारे में विस्तार पूर्वक चर्चा की गई एवं संबंधित पदाधिकारी को 28 फरवरी 2025 तक पशु गणना कार्य को पूर्ण करने का निर्देश दिया गया। उक्त बैठक में जिला पशुपालन पदाधिकारी प्रेम झा के साथ सभी प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।

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