राष्ट्रीय सेवा योजना, बीआरए बिहार विश्वविद्यालय द्वारा विश्व तम्बाकू निषेद्ध दिवस के अवसर पर किसी भी प्रकार के तम्बाकू उत्पादों का सेवन और नशे से दूर रहने का संकल्प लेने हेतु शपथ कार्यक्रम आयोजित

ध्रुव कुमार सिंह, मुजफ्फरपुर, बिहार, ३१ मई
राष्ट्रीय सेवा योजना एवं छात्र कल्याण अधिष्ठाता के संयुक्त तत्वाधान में तम्बाकू एवं अन्य किसी भी प्रकार के तम्बाकू उत्पादों का सेवन और अन्य किसी भी प्रकार के नशे से दूर रहने का संकल्प लेने हेतु बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर बिहार विश्वविद्यालय के सीनेट हॉल में शपथ कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रो.दिनेश चंद्र राय ने की। कार्यक्रम का आरंभ मंगलाचरण से हुआ। उसके बाद उपस्थित पदाधिकारीयों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन किया गया। राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों द्वारा कुलगीत एवं एनएसएस गीत की प्रस्तुति हुई। कार्यक्रम के संयोजक सह विश्विद्यालय के छात्र कल्याण संकायाध्यक्ष प्रो.आलोक प्रताप सिंह ने कहा की आज का दिन विश्व तंबाकू निषेध दिवस (World No Tobacco Day) के रूप में मनाया जाता है, इसका मुख्य उद्देश्य तंबाकू और इसके उत्पादों के सेवन से जुड़े जोखिमों और बुरे प्रभावों के बारे में लोगों को जागरूक करना है. प्रो. सिंह नें कहा की विश्व तंबाकू निषेध दिवस एक वार्षिक वैश्विक अनुष्ठान है जिसका उद्देश्य तंबाकू उपभोग के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने 1987 में विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अभियान की शुरुआत की थी, जिसका शीर्षक था “विश्व धूम्रपान निषेध दिवस” ताकि तंबाकू उपयोगकर्ताओं को धूम्रपान छोड़ने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके, और अगले वर्ष, इसने 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस के रूप में घोषित किया, जिससे यह एक वार्षिक वैश्विक उत्सव बन गया। एमएमटीसीसी के निदेशक प्रो.राजीव कुमार, भौतिकी विभाग के आचार्य प्रो.ललन कुमार झा, महाविद्यालय निरिक्षक कला प्रो.अरविंद कुमार ने अपने विचार व्यक्त किया और उपस्थित लोगों को तंबाकू और तंबाकू उत्पादों के सेवन से होने वाले नुकसानों को बताते हुए किसी भी प्रकार के नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित किया। तम्बाकू एवं अन्य किसी भी प्रकार के तम्बाकू उत्पादों का सेवन करने से दूर रहने के लिए कुलपति सहित उपस्थित सभी लोगों द्वारा शपथ लिया गया। शपथ लेने के बाद कुलपति प्रो. राय नें अपनें अध्यक्षीय भाषण में तंबाकु निषेध दिवस पर विस्तार से अपनी बात रखीं। उन्होंने कहा कि तंबाकू निषेध का अर्थ गुटखा, खैनी, बीड़ी-सिगरेट से परहेज के साथ ही अन्य सभी प्रकार के नशीले द्रव से भी हम परहेज करें तथा स्वयं को प्रत्येक व्यसन से दूर रखें, साथ ही हम खान-पान में भी नियम बरतें। शुद्ध-सात्विक भोजन खाएं क्योंकि प्रकृति प्रदत्त भोजन ही सर्वाधिक पौष्टिक होता है। जब प्रकृति ने भरपूर अन्न-फल संसाधन दिये हैं तो हमें जिह्वा के स्वाद हेतु निर्दोष जीवों की हत्या की आवश्यकता नहीं है। उन्होनें तंबाकू निषेध दिवस के उपलक्ष्य में शपथ लेते हुए ये भी कहा कि तंबाकू से मुक्ति की शुरुआत हम अपने कुलपति कार्यालय से करेंगे, क्योंकि कुलपति कार्यालय हमारा घर है तथा ये विश्वविद्यालय हमारा गांव और अपने घर-गांव को तंबाकू मुक्त/नशामुक्त रखना हमारा कर्तव्य है साथ ही उन्होंने अपनी कमियों को दूर करने का भी संकल्प लिया। कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय सेवा योजना की विश्वविद्यालय समन्वयक डॉ.अनुराधा पाठक ने तथा धन्यवाद ज्ञापन उप-परीक्षा नियंत्रक डॉ.रेनू बाला किया। राष्ट्रगान के साथ शपथ कार्यक्रम समाप्त हुआ। इस अवसर पर यूएमआईएस कोऑर्डिनेटर डॉ. टी.के. डे, परीक्षा नियंत्रक डॉ.सुबेलाल पासवान, उप-कुलसचिव डॉ.धीरेंद्र कुमार सिंह ‘मधु’ एवं डॉ.विनोद बैठा, कुंदन कुमार, इन्द्रसेन सहित विभिन्न महाविद्यालयों के स्वयंसेवक, विश्वविद्यालय के कर्मचारीगण तथा छात्र-छात्राएं उपस्थित रहें।