धूमधाम से एवं उल्लास के साथ किया गया सीतामढ़ी जिले का 54 वें स्थापना दिवस समारोह का आयोजन

ध्रुव कुमार सिंह, सीतामढ़ी, बिहार, ११ दिसम्बर
सीतामढ़ी जिले का 54 वें स्थापना दिवस समारोह का आयोजन बड़े ही धूमधाम से एवं उल्लास के साथ किया गया। स्थापना दिवस पर आयोजित किए गए कार्यक्रम का आगाज अहले सुबह स्कूली छात्र -छात्राएं, शिक्षक एवं पदाधिकारियों द्वारा प्रभात फेरी के साथ हुआ। प्रभात फेरी को जिलाधिकारी रिची पांडे के द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। प्रभात फेरी कमला बालिका उच्च विद्यालय से प्रारंभ होकर डुमरा हवाई अड्डा मैदान में समाप्त हुआ। मुख्य कार्यक्रम का आयोजन डुमरा हवाई अड्डा मैदान में किया गया जहां स्थापना दिवस का समारोह का विधिवत उद्घाटन अरुण शंकर प्रसाद, मंत्री कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। मौके पर विधायक रीगा बैजनाथ प्रसाद, विधायक रुन्नीसैदपुर पंकज मिश्रा, सदस्य बिहार विधान परिषद रेखा कुमारी, विधायक परिहार गायत्री देवी, विधायक सुरसंड प्रो.नागेंद्र राउत, विधायक बेलसंड अमित कुमार, पूर्व विधायक राम नरेश यादव, महापौर सीतामढ़ी रौनक जहां परवेज, जिला परिषद अध्यक्ष अदिति कुमारी, जिलाधिकारी रिची पांडेय, पुलिस अधीक्षक अमित रंजन, उप-विकास आयुक्त संदीप कुमार द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। मौके पर मंत्री श्री प्रसाद ने उपस्थित लोगों को सीतामढ़ी स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दी एवं कहा कि सीतामढ़ी जिला मां जानकी की प्राकट्य स्थली है। यह पवित्र भूमि गौरवशाली इतिहास धरोहर और संस्कृति से परिपूर्ण है। उन्होंने कहा कि सीतामढ़ी जिला ऐतिहासिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत से परिपूर्ण एक महत्वपूर्ण जिला है जो आदर्श नारी की प्रेरणा स्रोत मां जानकी की जन्मस्थली भी है। उन्होंने कहा कि 8 अगस्त 2025 को सीतामढ़ी जिले में मां सीता की जन्मस्थली पुनौरा धाम मंदिर एवं परिसर के समग्र विकास की बृहत योजना का भूमि पूजन कर शिलान्यास किया गया। उन्होंने बताया कि 67 एकड़ भूमि में 883 करोड़ रुपए की राशि की योजना से पुनौरा धाम मंदिर एवं परिसर का समग्र विकास किया जाएगा और जल्द ही मंदिर निर्माण का कार्य शुरू किया जाएगा। इससे निश्चित ही आने वाले समय में रामायण पथ से जुड़े मां जानकी के जन्म स्थान पुनौरा धाम को दिव्य व भव्य धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में देश के मानचित्र पर स्थापित किया जा सकेगा एवं आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को बेहतर पर्यटकीय सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकेंगी। इससे न केवल सीतामढ़ी जिले का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित होगा बल्कि रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे। उन्होंने कहा कि जिले में अवस्थित अन्य मंदिरों का समग्र विकास कर धार्मिक, सांस्कृतिक और पर्यटन की दृष्टि से जिले की पहचान को और सशक्त बनाया जाएगा। उन्होंने समस्त जिले वासियों को स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दी एवं जिला उत्तरोत्तर विकास के पथ पर अग्रसर रहे इसकी कामना भी की। उन्होंने कहा कि मुझे यह कहते हुए अपार हर्ष हो रहा है कि हमारा सीतामढ़ी जिला देश और राज्य के विकास के साथ कदम से कदम मिलाते हुए समग्र विकास की ओर अग्रसर है। समावेशी विकास की नीति के तहत सरकार की पहल पर चलाई जा रही विभिन्न लोक कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से हमारा जिला भी विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि सबों का यह सामूहिक प्रयास से जिले में विकास को गति मिल रही है ।उन्होंने कहा है कि पिछले एक सालों में विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति देखने को मिली है। एक तरफ जहां देश के पर्यटकीय मानचित्र पर सीतामढ़ी उभरता हुआ दिख रहा है दूसरी तरफ अन्य क्षेत्र में भी आधारभूत संरचनाओं का विकास हो रहा है।उन्होंने कहा कि सभी विभाग पारदर्शिता एवं प्रतिबद्धता के साथ कार्य करें एवं आम नागरिकों की पीड़ा एवं परेशानियों को समझते हुए उसके निराकरण की दिशा में प्रभावी कार्य करें।जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि हमारे जिले में अमन चैन कायम रहे। सीतामढ़ी आपसी भाईचारा ,प्रेम एवं समाजिक सद्भाव के क्षेत्र में एक नजीर बने ऐसी हमारी कामना है। कार्यक्रम में अन्य जनप्रतिनिधियों तथा जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक के द्वारा भी जिला स्थापना दिवस के अवसर पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित किया गया। डुमरा हवाई अड्डा मैदान में विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए विकासात्मक प्रदर्शनी का मुआयना मंत्री, अन्य सभी जन प्रतिनिधिगण जिलाधिकारी एवं एसपी के द्वारा शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, आईसीडीएस, जीविका, डीआरसीसी, ग्रामीण विकास, मद्ध निषेध, परिवहन, उद्योग विभाग सहित दर्जन से अधिक विभागों ने अपने स्टॉल लगाए थे। वहीं कृषि विभाग द्वारा कृषि यंत्रीकरण मेला का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम स्थल पर कबड्डी, भारतोलन की प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गई। संध्या में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी इस मौके पर किया गया जिसमें जिले के स्थानीय कलाकारों के द्वारा गीत संगीत की प्रस्तुति की गयी।







