एमएसकेबी कॉलेज में बीबीए विभाग द्वारा भारत में प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में मनाया गया







ध्रुव कुमार सिंह, मुजफ्फरपुर, बिहार, १४ नवम्बर
महिला शिल्प कला भवन महाविद्यालय में बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (बीबीए) विभाग द्वारा भारत में प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में मनाया गया. इस अवसर पर प्राचार्य डॉ.राकेश कुमार सिंह नें कहा की 14 नवंबर, 1889 को जन्मे पंडित जवाहरलाल नेहरू ने आधुनिक और प्रगतिशील भारत के अपने दृष्टिकोण के लिए जाने जाने वाले पंडित नेहरू ने शिक्षा, वैज्ञानिक विकास और बच्चों के कल्याण पर जोर दिया। इस अवसर पर मनोविज्ञान विभागाध्यक्ष सह परीक्षा नियंत्रक डॉ.लक्ष्मी रानी नें कहा की भारत में प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के जन्मदिन, 14 नवंबर, को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। बाल दिवस बच्चों को समर्पित भारत का एक राष्ट्रीय त्योहार है। इस दिन का मुख्य उद्देश्य बच्चों के अधिकारों की रक्षा करना और उनके विकास एवं शिक्षा के महत्व को उजागर करना है। इस अवसर पर पूर्व प्राचार्य एवं उर्दू विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ.मो.रईस नें कहा की बाल दिवस 14 नवंबर को पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिन (जयंती) पर मनाया जाता है। पंडित नेहरू बच्चों से बहुत प्यार करते थे और मानते थे कि बच्चे देश का भविष्य हैं। उनके सम्मान में बच्चों के अधिकारों, शिक्षा और कल्याण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए यह दिन मनाया जाता है। यह दिन बच्चों के लिए समर्पित होता है। अपनें सम्बोधन में बिहार कॉमर्स एसोसिएशन के सचिव डॉ.ध्रुव कुमार सिंह नें कहा की 14 नवंबर का दिन देश को आजादी दिलाने में अहम भूमिका पंडित नेहरू को समर्पित किया गया है। जवाहर लाल नेहरू को बच्चों के प्रति बेहद प्रेम और स्नेह था। बच्चे भी उन्हें प्यार से चाचा नेहरू कहकर पुकारते थे। बच्चों के लिए बेशुमार प्यार व लगाव के चलते नेहरू जी का जन्मदिन 14 नवंबर हर वर्ष बाल दिवस के तौर पर मनाया जाता है। बाल दिवस पर आयोजित कार्यक्रम का संचालन श्रृष्टि रौनियार नें किया. इस अवसर पर विचार व्यक्त करनें वालों में आस्था वर्मा, साईंमा फातमी,सलोनी कुमारी एवं रिशा कुमारी मुख्य रूप से शामिल थें.




