बिहारराज्यलोकल न्यूज़

डीएम-एसएसपी ने संयुक्त रूप से की छठ घाटों का निरीक्षण, अधिकारियों को व्रतियों एवं श्रद्धालुओं की सुविधा, सुरक्षा, स्वच्छता का सुदृढ़ प्रबंधन सुनिश्चित करने का दिया निर्देश

श्रद्धा, भक्ति और लोक आस्था का महापर्व छठ पर जिलाधिकारी की अपील — सुरक्षा, स्वच्छता और अनुशासन से मनायें लोक आस्था का महान पर्व

ध्रुव कुमार सिंह, मुजफ्फरपुर, बिहार, २५ अक्टूबर

लोक आस्था और सूर्योपासना का चार दिवसीय महापर्व छठ पूरे श्रद्धा, भक्ति और पवित्रता के साथ मनाया जाता है। मुजफ्फरपुर जिले के हजारों व्रती और श्रद्धालु घाटों पर अस्ताचलगामी और उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने की तैयारी में जुटे हैं। इस अवसर पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा, सुविधा और स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए जिला प्रशासन ने व्यापक प्रबंध किये हैं। जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन एवं वरीय पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार ने सिकंदरपुर सीढ़ी घाट से लेकर चंदवारा छठ घाट तक मोटरबोट से निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा ली और संबंधित विभागों के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। मौके पर नगर आयुक्त विक्रम विरकर, उप-विकास आयुक्त श्रेष्ठ अनुपम, सिविल सर्जन डॉ.अजय कुमार, अपर समाहर्ता आपदा प्रबंधन शैलेश चौधरी, अपर समाहर्ता विधि व्यवस्था सुधीर कुमार सिन्हा, कार्यपालक अभियंता लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग कार्यपालक अभियंता जल संसाधन कार्यपालक अभियंता भवन निर्माण सहित कई अन्य अधिकारी उपस्थित थे। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि श्रद्धालु और व्रती निर्बाध रूप से व्रत कर सकें, इसके लिए सभी तैयारी समय से पूर्ण होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि इस वर्ष नदियों और तालाबों का जलस्तर सामान्य से अधिक है, ऐसे में विशेष सतर्कता आवश्यक है। जिलाधिकारी ने जिलेवासियों से अपील की “अर्घ्य या स्नान के दौरान किसी भी स्थिति में गहरे पानी में न जाएं और नदियों/तालाबों में की गई बैरिकेडिंग के बाहर न जाएं। सुरक्षा व्यवस्था श्रद्धालुओं की रक्षा के लिए की गई है, इसलिए इसका पालन करना सभी की जिम्मेदारी है।” उन्होंने बताया कि छठ पर्व के दौरान 400 से अधिक आपदा मित्रों, गोताखोरों और एसडीआरएफ टीमों की तैनाती की जायेगी। ये टीमें लगातार निगरानी करेंगी और  हर घाट पर सुरक्षा सुनिश्चित करेंगी। अपर समाहर्ता (आपदा प्रबंधन) को नाव, गोताखोर, एसडीआरएफ टीम की सक्रियता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है। जिलाधिकारी श्री सेन ने कहा कि छठ पर्व केवल पूजा नहीं, बल्कि स्वच्छता, अनुशासन और सामाजिक एकता का प्रतीक है। उन्होंने नगर निगम, जिला परिषद और ग्रामीण निकायों को निर्देश दिया कि सभी घाटों की साफ-सफाई, प्रकाश व्यवस्था, पेयजल, मोबाइल शौचालय और कचरा निस्तारण की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करें। “स्वच्छता केवल प्रशासन की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि यह सामाजिक दायित्व है। श्रद्धालु अपने आसपास स्वच्छता बनाये रखें और पूजा सामग्री, प्लास्टिक या कचरा जलाशयों में न फेंकें।” घाटों तक जाने वाले मार्गों की निरंतर सफाई, कचरा संग्रहण के लिए टीमों की जवाबदेही तय करने का भी निर्देश दिया गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि छठ व्रत की पवित्रता तभी बनी रहेगी जब श्रद्धालु स्वयं अनुशासन और स्वच्छता के भाव से जुड़ेंगे। प्रशासन ने घाटों पर मेडिकल कैंप, दवा वितरण केंद्र और डॉक्टर-परामेडिकल स्टाफ की तैनाती का भी निर्देश जारी किया है ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत उपचार उपलब्ध कराया जा सके। भीड़भाड़ और यातायात को देखते हुए जिलाधिकारी ने डीएसपी ट्रैफिक को छठ पर्व के दौरान विस्तृत ट्रैफिक प्लान तैयार करने का निर्देश दिया है। घाटों के आसपास वैकल्पिक मार्ग, नो-पार्किंग जोन और पैदल मार्ग निर्धारित किए जा रहे हैं ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। यह ट्रैफिक प्लान जनहित में सार्वजनिक किया जाएगा, जिससे लोग पहले से वैकल्पिक रास्तों की जानकारी रख सकें। घाटों और आसपास के क्षेत्रों में मजिस्ट्रेट, पुलिस पदाधिकारी की तैनाती की जा रही है। जिलाधिकारी ने “स्ट्रॉन्ग डिप्लॉयमेंट प्लान” तैयार करने का निर्देश देते हुए कहा कि विधि-व्यवस्था बनाये रखते हुए श्रद्धालु सुरक्षित रूप से पूजा कर सकें, इसके लिए सीसीटीवी कैमरा, ड्रोन सर्विलांस और कंट्रोल रूम मॉनिटरिंग की व्यवस्था की गई है। जिलाधिकारी श्री सेन ने कहा कि छठ पर्व केवल सूर्य उपासना नहीं, बल्कि यह अनुशासन, संयम, पारदर्शिता और सामूहिकता का प्रतीक है। उन्होंने सभी श्रद्धालुओं से अपील की कि वे इस पर्व को पारंपरिक गरिमा और स्वच्छता के साथ मनाएं। जिलाधिकारी ने सभी प्रमुख घाटों, मार्गों और सार्वजनिक स्थलों पर स्वच्छ एवं सुरक्षित पूजा के आयोजन हेतु “क्या करें और क्या न करें” से संबंधित फ्लेक्स लगाने का निर्देश दिया है। उन्होंने मतदाता जागरूकता अभियान को छठ पर्व से जोड़ते हुए कहा कि लोकतंत्र के महापर्व के अवसर पर 6 नवंबर को अधिक से अधिक मतदाता मतदान करें। इसके लिए उदीयमान एवं अस्ताचलगामी सूर्य अर्घ्य के दिन नावों पर “मतदाता जागरूकता अभियान” चलाया जाएगा, जिससे अधिक से अधिक लोग मतदान के प्रति प्रेरित हों और जिले का मतदान प्रतिशत बढ़े। साथ ही छठ घाटों, मार्गो तथा महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्थलों पर मतदाता जागरूकता तथा छठ पर्व के स्वच्छ एवं सुरक्षित आयोजन पर आधारित फ्लेक्स लगाए जाएंगे। जिला जनसम्पर्क अधिकारी प्रमोद कुमार नें बताया की मुजफ्फरपुर जिला प्रशासन की तैयारी और जनता की सजगता मिलकर इस बार का छठ पर्व न केवल सुरक्षित और स्वच्छ बनाएगी, बल्कि इसे “लोक आस्था और नागरिक जिम्मेदारी” का आदर्श पर्व भी बनायेगी।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!