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चुनाव केवल प्रशासनिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि लोकतंत्र के प्रति हमारी निष्ठा और जिम्मेदारी की परीक्षा है- सुब्रत कुमार सेन, जिलाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी

विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारी को लेकर 24 कोषांगों की समीक्षा बैठक सम्पन्न

ध्रुव कुमार सिंह, मुजफ्फरपुर, बिहार, ०८ अक्टूबर

आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के उद्देश्य से जिला पदाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी सुब्रत कुमार सेन की अध्यक्षता में मुजफ्फरपुर  समाहरणालय सभागार में जिला स्तर पर गठित 24 कोषांगों के नोडल एवं वरीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिलाधिकारी ने निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के आलोक में सभी कोषांगों की तैयारियों की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव लोकतंत्र का सबसे बड़ा पर्व है, अतः प्रत्येक कोषांग को सौंपे गए दायित्वों का निर्वहन पूर्ण समर्पण, पारदर्शिता और समयबद्धता के साथ किया जाए। किसी भी स्तर पर लापरवाही या विलंब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने सभी नोडल अधिकारियों को प्रतिदिन कार्य प्रगति रिपोर्ट जिला नियंत्रण कक्ष को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया, ताकि निर्वाचन संबंधी गतिविधियों की निरंतर निगरानी सुनिश्चित हो सके। उन्होंने मतदान दलों, सुरक्षा बलों एवं पर्यवेक्षकों हेतु पर्याप्त वाहन उपलब्धता, रूट चार्ट, ईंधन आपूर्ति एवं चालक सूची शीघ्र तैयार करने का निर्देश दिया। ईवीएम एवं वीवीपैट की सुरक्षित ढुलाई, भंडारण और मतदान सामग्री वितरण केंद्रों की व्यवस्था निर्वाचन मानकों के अनुरूप सुनिश्चित करने को कहा गया। गोदामों में अग्निशमन उपकरण, सीसीटीवी कैमरा एवं सुरक्षा बल की तैनाती अनिवार्य की गई। सभी श्रेणी के मतदानकर्मियों के प्रशिक्षण को समय पर पूर्ण करने तथा निर्वाचन आयोग की नवीनतम गाइडलाइन एवं मशीन हैंडलिंग पर विशेष बल देने का निर्देश दिया। सभी संचार माध्यमों को सक्रिय रखते हुए नियंत्रण कक्ष को 24 घंटे कार्यशील रखने का निर्देश दिया गया। समाहरणालय परिसर में एमसीएमसी एवं निर्वाचन व्यय नियंत्रण कक्ष को सक्रिय रखने के निर्देश भी दिए गए। आदर्श आचार संहिता के पालन पर सख्ती बरतने, राजनीतिक प्रचार-प्रसार, पोस्टर-बैनर, लाउडस्पीकर उपयोग आदि पर निरंतर निगरानी रखने एवं उल्लंघन की स्थिति में त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश। संवेदनशील एवं अतिसंवेदनशील क्षेत्रों की पहचान कर सुरक्षा बलों की तैनाती योजना तैयार करने तथा दंडाधिकारी एवं पुलिस बल के संयुक्त गश्ती संचालन के निर्देश। इलेक्ट्रॉनिक, प्रिंट एवं सोशल मीडिया पर प्रकाशित/प्रसारित राजनीतिक विज्ञापनों की पूर्व अनुमति सुनिश्चित करने एवं भ्रामक सामग्री पर तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश। सभी मतदान केंद्रों पर शौचालय, पेयजल, रैंप, छाया, बैठने की व्यवस्था तथा दिव्यांग मतदाताओं हेतु विशेष सुविधा और व्हीलचेयर उपलब्ध कराने का निर्देश। मतदान केंद्रों एवं स्ट्रॉन्ग रूम में उच्च गुणवत्ता वाले सीसीटीवी कैमरे स्थापित कर उन्हें नियंत्रण कक्ष से समन्वित रखने का निर्देश दिया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि चुनाव प्रक्रिया से जुड़े सभी कार्य पारदर्शी, व्यवस्थित एवं समयबद्ध ढंग से पूर्ण किए जाएं। किसी भी स्तर पर कोताही पाए जाने पर संबंधित पदाधिकारी की जवाबदेही तय की जाएगी। उन्होंने कहा कि मतदाताओं की सुविधा एवं शिकायत निवारण के लिए Single Window System, cVIGIL App, Voter Helpline App तथा डायल 1950 हेल्पलाइन के प्रचार-प्रसार पर बल दिया जाए, ताकि आम मतदाता सीधे अपनी शिकायत दर्ज करा सके। जिलाधिकारी ने सभी कोषांगों को आपसी समन्वय के साथ कार्य निष्पादन करने, समस्या होने पर तत्काल जिला निर्वाचन कार्यालय को सूचित करने तथा निर्वाची पदाधिकारी (RO) एवं नोडल अधिकारियों के बीच घनिष्ठ सहयोग बनाए रखने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि निर्वाचन आयोग की मंशा है कि प्रत्येक मतदाता बिना भय, प्रलोभन या दबाव के अपने मताधिकार का प्रयोग कर सके। प्रशासन इस दिशा में पूर्णतः प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि “चुनाव केवल प्रशासनिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि लोकतंत्र के प्रति हमारी निष्ठा और जिम्मेदारी की परीक्षा है।”

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