बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.दिनेश चंद्र राय को नई दिल्ली में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान ‘अंतर्राष्ट्रीय उच्च शिक्षा उत्कृष्टता पुरस्कार-2025’ से किया गया सम्मानित

ध्रुव कुमार सिंह, मुजफ्फरपुर, बिहार 


बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर बिहार विश्वविद्यालय के कुलपति, प्रो.दिनेश चंद्र राय को प्रतिष्ठित ‘अंतर्राष्ट्रीय उच्च शिक्षा उत्कृष्टता पुरस्कार 2025’ से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान उन्हें नई दिल्ली में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान दिया गया। यह सम्मेलन ‘अंतर्राष्ट्रीय सूचना का अधिकार दिवस पर सूचना के अधिकार से संबंधित एकमात्र संस्थान आरटीआई इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा ‘डिजिटल युग में पर्यावरणीय सूचना तक पहुंच सुनिश्चित करना’ विषय पर आयोजित किया गया था। कुलपति प्रो.राय को यह पुरस्कार पद्मभूषण, वरिष्ठ पत्रकार और संपादक रामबहादुर राय के हाथों प्रदान किया गया। यह पुरस्कार उच्च शिक्षा में उनके असाधारण योगदान, उनके शैक्षणिक और अनुसंधान कार्यों के साथ-साथ उनके प्रशासनिक नेतृत्व के लिए दिया गया है, जिसने बिहार विश्वविद्यालय में सकारात्मक बदलाव लाए हैं। पुरस्कार ग्रहण करने के बाद प्रो. दिनेश चंद्र राय ने कहा कि, डिजिटल युग में सूचना तक पहुंच सुनिश्चित करना न केवल एक संवैधानिक अधिकार है, बल्कि यह एक सामाजिक जिम्मेदारी भी है। आज के समय में, जब पर्यावरण संबंधी चुनौतियाँ बढ़ती जा रही हैं, तो यह और भी महत्वपूर्ण हो जाता है कि हम लोगों को सही और पारदर्शी जानकारी उपलब्ध कराएं। प्रो.राय ने आरटीआई इंस्टीट्यूट के इस महत्वपूर्ण विषय पर सम्मेलन आयोजित करने की पहल की सराहना करते हुए कहा कि डिजिटल युग में सूचनाओं की कोई कमी नहीं है, इनके सही उपयोग से पर्यावरण संबंधी चुनौतियों से निपटने में मदद मिलेगी। उन्होंने अपने पुरस्कार को पूरे विश्वविद्यालय को समर्पित करते हुए कहा, “यह सम्मान केवल मेरा नहीं, बल्कि सभी शिक्षकों, कर्मचारियों और छात्रों की मेहनत का परिणाम है। यह पुरस्कार विश्वविद्यालय की प्रगति और छात्र हित के लिए और अधिक काम करने के लिए प्रेरित करेगा डॉ.राय नें बताया की इंडिया इंटरनेशनल सेंटर, नई दिल्ली में प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय उच्च शिक्षा उत्कृष्टता पुरस्कार 2025 से मुझे सम्मानित किया गया है। यह विशिष्ट सम्मान मुझे भारतीय आरटीआई संस्थान द्वारा अपने अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान प्रदान किया गया। यह अवसर और भी महत्वपूर्ण हो गया क्योंकि इसकी अध्यक्षता पद्म भूषण श्री राम बहादुर राय जी ने की, जिनकी गरिमामयी उपस्थिति ने समारोह की गरिमा में चार चाँद लगा दिए। यह सम्मान मुझे गर्व और उच्च शिक्षा के प्रति नई प्रतिबद्धता से भर देता है।




