दुर्गा पूजा के शांतिपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण आयोजन हेतु जिलाधिकारी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक ने की संयुक्त बैठक, विधि-व्यवस्था संधारण, जुलूस मॉनिटरिंग एवं सुरक्षा व्यवस्था की हुई विस्तृत समीक्षा
जिलाधिकारी ने जिलावासियों को शुभकामनाएं देते हुए पूजा का शांतिपूर्ण सद्भावपूर्ण एवं सुरक्षित वातावरण में संपन्न करने तथा विधि व्यवस्था संधारित रखने में अपेक्षित सहयोग प्रदान करने की अपील की

ध्रुव कुमार सिंह, मुजफ्फरपुर, बिहार, २९ सितम्बर
आगामी दुर्गा पूजा पर्व को शांतिपूर्ण, सौहार्दपूर्ण तथा विधि-व्यवस्था के पूर्ण संधारण के साथ संपन्न कराने हेतु जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन एवं वरीय पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार ने जिला स्तरीय अधिकारियों की विस्तृत समीक्षा बैठक मुजफ्फरपुर समाहरणालय सभाकक्ष में आयोजित की। बैठक में जिला, अनुमंडल एवं प्रखंड स्तरीय प्रशासनिक एवं पुलिस पदाधिकारी शामिल हुए। जिनमें नगर आयुक्त विक्रम वीरकर, उप-विकास आयुक्त श्रेष्ठ अनुपम, कोटा किरण कुमार सिटी एसपी, राजेश कुमार सिंह प्रभाकर ग्रामीण पुलिस अधीक्षक, अनुमंडल पदाधिकारी पश्चिमी श्रेयाश्री, अनुमंडल पदाधिकारी पूर्वी प्रशांत कुमार, अपर समाहर्ता विधि व्यवस्था सुधीर कुमार सिन्हा, अपर समाहर्ता आपदा शैलेश कुमार चौधरी, जिला जनसम्पर्क अधिकारी प्रमोद कुमार

सहित विभिन्न विभागों के प्रशासनिक एवं पुलिस पदाधिकारी तथा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी प्रखंडों से सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी अंचलाधिकारी थानाध्यक्ष संबद्ध थे। बैठक में अधिकारियों को विधि-व्यवस्था बनाये रखने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये एवं सभी तैयारियों की विस्तार से समीक्षा की गई। दुर्गा पूजा के अवसर पर निकलने वाले सभी जुलूस निर्धारित मार्ग, समय एवं संख्या के अनुसार ही संचालित किये जाएँगे। जुलूस के आगे एवं पीछे स्थायी रूप से पुलिस बल की तैनाती रहेगी। सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी (BDO), अंचलाधिकारी (CO) एवं थानाध्यक्षों को पूजा समितियों के साथ समन्वय बनाये रखने तथा सक्रिय निगरानी का निर्देश दिया गया। जुलूस मार्ग एवं रावण दहन स्थलों का पूर्व निरीक्षण सुनिश्चित करने का आदेश दिया गया। जुलूस की सतत मॉनिटरिंग एस्कॉर्ट पार्टी द्वारा की जाएगी। जुलूस के आगे एवं पीछे पुलिस की तैनाती रहेगी तथा हर गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी। हुड़दंगियों, उपद्रवियों एवं असामाजिक तत्वों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। सोशल मीडिया पर गलत, भ्रामक एवं अफवाह फैलाने वाली पोस्ट पर पुलिस की पैनी नजर रहेगी। ऐसे तत्वों को चिन्हित कर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। संवेदनशील स्थलों एवं जुलूसों की ड्रोन कैमरों से निगरानी की जायेगी ताकि किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधि को तत्काल रोका जा सके। बैठक में बताया गया कि आगामी दिनों में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल की 23 कंपनियाँ मुजफ्फरपुर जिले को उपलब्ध होंगी। इनकी तैनाती दुर्गा पूजा के दौरान आवश्यकता एवं संवेदनशीलता के अनुसार की जायेगी। जिलाधिकारी ने बिजली विभाग के कार्यपालक अभियंता को निर्देश दिया कि वे जुलूस मार्ग एवं विसर्जन स्थलों का निरीक्षण कर लूज वायर की समस्या का निराकरण सुनिश्चित करें ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना न हो। इसके लिए अपने-अपने क्षेत्र के कार्यपालक अभियंता को जुलूस मार्ग एवं विसर्जन स्थल पर बिजली की दुरुस्त व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। एडीएम (आपदा प्रबंधन) को निर्देश दिया गया कि घाटों पर पर्याप्त संख्या में नाव, गोताखोर एवं आपदा मित्र की तैनाती सुनिश्चित करें। जिला अग्निशमन पदाधिकारी को सभी पूजा पंडालों एवं भीड़-भाड़ वाले स्थलों पर अग्निशमन यंत्र एवं दमकल वाहनों की समुचित व्यवस्था करने का आदेश दिया गया। जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे पूजा अवधि में मुख्यालय पर ही उपलब्ध रहें और अपने-अपने दायित्वों का निर्वहन सतर्कता, सजगता एवं टीम भावना से करें। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिलाधिकारी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक द्वारा संयुक्त रूप से की गई इस बैठक में दुर्गा पूजा पर्व की सभी तैयारियों का गहन मूल्यांकन किया गया। जिसमें जुलूस नियंत्रण, सोशल मीडिया निगरानी, केंद्रीय बल की तैनाती, बिजली एवं आपदा प्रबंधन, अग्निशमन व्यवस्था, अधिकारियों की जवाबदेही की सभी बिंदुओं पर ठोस कार्रवाई सुनिश्चित करते हुए यह स्पष्ट किया गया कि मुजफ्फरपुर जिले में दुर्गा पूजा पर्व का आयोजन शांतिपूर्ण, सौहार्दपूर्ण एवं सुरक्षित वातावरण में ही संपन्न कराया जायेगा। बैठक के उपरांत जिलाधिकारी श्री सेन ने जिलेवासियों को दुर्गा पूजा पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ प्रेषित करते हुए कहा की पूजा के अवसर पर शांति, भाईचारा एवं सामाजिक सद्भाव बनाये रखना हम सबकी साझा जिम्मेदारी है। विधि-व्यवस्था संधारण एवं प्रशासनिक तैयारियों में आमजन की सहभागिता अत्यंत आवश्यक है। अतः सभी नागरिकों से अपील है कि वे शांति सद्भाव के साथ पूजा का आयोजन करने तथा विधि व्यवस्था संधारित रखने में प्रशासन को पूर्ण सहयोग प्रदान करें। असामाजिक तत्वों से सतर्क रहें तथा किसी भी प्रकार की अफवाह पर ध्यान न दें। सभी लोग मिल -जुलकर पर्व को शांति, सुरक्षा एवं उत्साहपूर्वक संपन्न कराएँ।




