जिलाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक ने कांटी विधानसभा क्षेत्र का किया निरीक्षण, सेक्टर पदाधिकारियों को दिये कड़े निर्देश
स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं भयमुक्त वातावरण में बिहार विधानसभा चुनाव सम्पन्न कराने की तैयारी तेज

ध्रुव कुमार सिंह, मुजफ्फरपुर, बिहार, ०९ सितम्बर
आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं भयमुक्त वातावरण में सम्पन्न कराने की दिशा में जिला प्रशासन की तैयारियाँ लगातार तेज हो गई हैं। इसी क्रम में जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन एवं वरीय पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार ने विधानसभावार क्षेत्र भ्रमण एवं समीक्षा बैठक की शुरुआत की। अभियान की शुरुआत कांटी विधानसभा क्षेत्र से की गई, जहाँ प्रखंड कार्यालय सभागार में चुनावी तैयारियों की विस्तृत समीक्षा की गई। बैठक के दौरान उप-विकास आयुक्त श्रेष्ठ अनुपम, अनुमंडल पदाधिकारी पश्चिमी श्रेयाश्री, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सरैया गरिमा, अपर समाहर्ता आपदा प्रबंधन सह निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी कांटी शैलेश चौधरी सभी सेक्टर पदाधिकारी सभी थानाध्यक्ष, सहित कई अन्य अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में जिलाधिकारी ने निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के पालन पर विशेष बल देते हुए कहा कि चुनाव कार्य में किसी भी स्तर पर लापरवाही स्वीकार्य नहीं होगी। उन्होंने सभी सेक्टर पदाधिकारियों को निर्वाचन कार्य से संबंधित हैंडबुक का सूक्ष्मता एवं गंभीरता से अध्ययन करने का निर्देश दिया। कांटी विधानसभा क्षेत्र में कुल 44 सेक्टर पदाधिकारी, 44 सेक्टर पुलिस पदाधिकारी तथा 396 मतदान केंद्र निर्धारित हैं। अब तक क्षेत्र में 286 शस्त्रों का सत्यापन किया जा चुका है और 15 चेक पोस्ट स्थापित किये गये हैं। बैठक को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने चुनाव की संपूर्ण प्रक्रिया का बिंदुवार समीक्षा की। इस दौरान भेद्यता मानचित्रण को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए सभी सेक्टर पदाधिकारियों को ऐसे परिवारों, समुदायों, गांवों एवं मतदान केंद्रों की पहचान करने का दायित्व सौंपा जहाँ मतदाताओं पर दबाव, भय, प्रलोभन अथवा आपराधिक हस्तक्षेप की आशंका हो सकती है। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रत्येक सेक्टर पदाधिकारी अपने क्षेत्र के संवेदनशील एवं अति संवेदनशील मतदान केंद्रों का भौतिक सत्यापन करेंगे। भेद्यता वाले परिवारों एवं समुदायों की सूची तैयार कर उच्च अधिकारियों को अवगत करायेंगे। स्थानीय पुलिस, प्रशासन एवं बीएलओ के साथ समन्वय स्थापित कर इन क्षेत्रों पर विशेष निगरानी रखी जायेगी। चिन्हित क्षेत्रों में अतिरिक्त दंडाधिकारी एवं पुलिस बल की तैनाती सुनिश्चित की जायेगी। मतदाताओं को भयमुक्त वातावरण उपलब्ध कराने हेतु संवाद व जन-जागरूकता कार्यक्रम चलाये जायेंगे। जिलाधिकारी ने कहा कि भेद्यता मानचित्रण का मूल उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि किसी भी मतदाता को धमकी, प्रलोभन या दबाव के कारण मतदान से वंचित न होना पड़े। जिलाधिकारी ने कहा कि चेकपोस्ट, चुनाव के दौरान विधि-व्यवस्था बनाये रखने और अवैध गतिविधियों पर रोक लगाने का सशक्त माध्यम है। इसके माध्यम से अवैध शराब, हथियार, धन और अन्य आपत्तिजनक सामग्री के परिवहन पर नियंत्रण संभव होगा। उन्होंने निर्देश दिया कि प्रत्येक चेकपोस्ट पर पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की तैनाती सुनिश्चित हो। सभी चेकपोस्ट पर सीसीटीवी कैमरों का अधिष्ठापन किया जाये। प्रत्येक वाहन की कड़ी निगरानी एवं संदिग्ध व्यक्तियों की सघन जांच की जाये। यदि किसी चेकपोस्ट पर लापरवाही या गड़बड़ी पाई जाती है तो संबंधित पदाधिकारी पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी। कांटी विधानसभा क्षेत्र में कुल 15 चेकपोस्ट स्थापित किये गये हैं. जिनमें पानापुर करियात में 4, करजा में 4, कांटी में 5 तथा अहियापुर में 2। शामिल है.थानावार समीक्षा में पाया गया कि कांटी, अहियापुर, करजा और पानापुर करियात में अब तक 286 शस्त्रों का सत्यापन पूरा हो चुका है। जिलाधिकारी ने शेष शस्त्रों का सत्यापन शीघ्रता से पूरा करने तथा अवैध हथियारों की जब्ती करने का निर्देश दिया। उन्होंने सभी थाना प्रभारियों को निरोधात्मक कार्रवाई करने एवं विधि-व्यवस्था सुदृढ़ बनाए रखने का निर्देश दिया। वरीय पुलिस अधीक्षक ने भी इस कार्य में तेजी लाने पर बल दिया और कहा कि किसी भी कीमत पर अवैध हथियारों की मौजूदगी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि निर्धारित प्रोटोकॉल के तहत ईवीएम की हैंडलिंग केवल पुलिस अभिरक्षा में की जायेगी। उन्होंने सेक्टर पदाधिकारियों को विशेष जिम्मेदारी सौंपते हुए कहा कि रिज़र्व ईवीएम का उठाव, मतदान केंद्र तक सुरक्षित पहुंचाना और अनुप्रयुक्त ईवीएम की सुरक्षित वापसी, इन सभी कार्यों को पूरी सतर्कता और गंभीरता से सम्पन्न करना अनिवार्य होगा। लोकतंत्र के महापर्व में महिलाओं की सहभागिता सुनिश्चित करने हेतु जिलाधिकारी ने महिला मतदाताओं की संख्या बढ़ाने की दिशा में विशेष कदम उठाने को कहा। इसके तहत महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों तथा प्लस-टू विद्यालयों की छात्राओं को मतदाता सूची में नाम जुड़वाने हेतु प्रेरित करने का निर्देश दिया गया। जीविका दीदी एवं आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं को घर-घर जाकर महिलाओं को जोड़ने की जिम्मेदारी दी गई। न्यूनतम मतदान प्रतिशत वाले क्षेत्रों और महादलित टोलों में विशेष मतदाता जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश दिया गया। जिलाधिकारी ने क्षेत्र भ्रमण के क्रम में अर्द्धसैनिक बलों हेतु निर्धारित डीपी गुप्ता राधिका देवी प्रोजेक्ट बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय का निरीक्षण किया और वहां उपलब्ध मूलभूत सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि बलों के आवासन स्थल पर स्वच्छ पेयजल, शौचालय, बिजली व सुरक्षा की व्यवस्था सुनिश्चित होनी चाहिए। इसके अतिरिक्त उन्होंने डॉ.अभय नंदन प्रसाद चौधरी स्मृति भवन का भी निरीक्षण किया। यह स्थल कांटी विधानसभा क्षेत्र के लिए संभावित डिस्पैच सेंटर के रूप में देखा जा रहा है। हालांकि इस पर अंतिम निर्णय अभी लिया जाना शेष है। उन्होंने सभी पदाधिकारियों का आह्वान किया कि निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों का अक्षरशः पालन करें तथा मतदाताओं के बीच यह विश्वास जगाएं कि वे भयमुक्त होकर लोकतंत्र के इस महापर्व में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सकते हैं।