महिला सशक्तिकरण की दिशा में सरकार की ऐतिहासिक पहल, मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के प्रपत्र प्राप्ति का मुख्यमंत्री द्वारा हुआ शुभारंभ
काफी संख्या में जीविका दीदियों ने जिलाधिकारी के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से राज्यस्तरीय समारोह में की शिरकत

ध्रुव कुमार सिंह, मुजफ्फरपुर, बिहार, ०७ सितम्बर
महिलाओं के सर्वांगीण विकास, उन्हें शिक्षित, सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से राज्य सरकार निरंतर प्रयासरत एवं प्रतिबद्ध है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत प्रपत्र प्राप्ति का शुभारंभ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा पटना स्थित राज्यस्तरीय समारोह में किया गया। इस अवसर पर समाहरणालय सभाकक्ष, मुजफ्फरपुर से जिला पदाधिकारी सुब्रत कुमार सेन तथा सैकड़ों की संख्या में जीविका दीदियां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कार्यक्रम से जुड़ीं। समारोह में शिरकत कर रही दीदियों में गजब का उत्साह देखा गया। जीविका समूह से जुड़ी महिलाओं ने मुख्यमंत्री एवं सरकार के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि इस योजना से महिलाएं रोजगारपरक बनेंगी तथा आर्थिक रूप से और अधिक सशक्त होंगी। महिलाओं ने कहा कि अब वे परिवार, समाज एवं प्रदेश के विकास में प्रभावी भूमिका निभाने में सक्षम होंगी। जिला पदाधिकारी श्री सेन ने सभी दीदियों को शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है तथा योजना से लाभान्वित होने की अपील की है। उन्होंने जिला परियोजना प्रबंधक को निर्देश दिया है कि सरकारी दिशा-निर्देश के अनुरूप प्रपत्र प्राप्त करें, योजना का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करें तथा अधीनस्थ अधिकारियों एवं कर्मियों को सक्रिय कर निर्धारित समय-सीमा में कार्य पूरा करना सुनिश्चित करें। मुजफ्फरपुर जिले में वर्तमान में 66 संकुल स्तरीय संघ, 3715 ग्राम संगठन, 53,181 स्वयं सहायता समूह तथा लगभग 6.25 लाख जीविका दीदियां सक्रिय हैं। जीविका दीदियों ने जिले में उल्लेखनीय कार्य कर राष्ट्रीय स्तर पर भी गौरव प्राप्त किया है। विश्व बैंक की टीम ने जिले का दौरा कर जीविका समूहों की सराहना की। प्रधानमंत्री ने मन की बात कार्यक्रम के 125वें संस्करण में बोचहा प्रखंड की “सोलर दीदी” के नाम से चर्चित देवकी देवी के कार्यों की भूरी-भूरी प्रशंसा की। मुजफ्फरपुर की दीदियों ने बैग क्लस्टर, बीज प्रसंस्करण, दीदी की रसोई आदि कई उद्यम स्थापित कर न केवल स्वयं एवं अपने परिवार को आर्थिक रूप से सशक्त किया है बल्कि समाज एवं देश के लिए प्रेरणादायक उदाहरण भी प्रस्तुत किया है। इस योजना का उद्देश्य प्रत्येक परिवार से एक महिला को उद्यमी के रूप में स्थापित करना है। प्रत्येक परिवार की एक महिला को अपनी पसंद के रोजगार हेतु प्रथम किस्त के रूप में ₹10,000 की आर्थिक सहायता दी जाएगी। रोजगार प्रारंभ करने के बाद आकलन उपरांत आवश्यकता अनुसार ₹2,00,000 तक अतिरिक्त सहायता प्रदान की जाएगी। जीविका स्वयं सहायता समूह से जुड़ी प्रत्येक महिला लाभ हेतु पात्र होगी। समूह से बाहर की महिलाओं को योजना का लाभ लेने के लिए जीविका एसएचजी से जुड़ना अनिवार्य होगा। पात्रता हेतु आवेदिका की आयु 18 से 60 वर्ष के बीच हो। आवेदिका अथवा पति आयकर दाता न हों। आवेदिका अथवा पति सरकारी सेवा (नियमित/संविदा) में न हों। ग्रामीण क्षेत्रों में योजना का क्रियान्वयन जीविका संपोषित ग्राम संगठन द्वारा किया जाएगा तथा संकुल स्तरीय संघ पर्यवेक्षण करेगा। ग्राम संगठन द्वारा प्राप्त आवेदनों को अनुमोदित कर प्रखंड इकाई को भेजा जाएगा। प्रखंड परियोजना क्रियान्वयन इकाई द्वारा ऑनलाइन प्रविष्टि की जाएगी। डीबीटी के माध्यम से राशि सीधे लाभुकों के बैंक खाते में हस्तांतरित होगी। नगर निकाय क्षेत्र हेतु ऑनलाइन पोर्टल विकसित किया गया है, जिसका शुभारंभ माननीय मुख्यमंत्री द्वारा रविवार को किया गया। महिलाओं की भागीदारी एवं सुझाव सुनिश्चित करने के लिए राज्यभर में महिला संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसके आधार पर माननीय मुख्यमंत्री जी ने पेंशन राशि को ₹400 से बढ़ाकर ₹1,100 करने तथा सभी घरेलू उपभोक्ताओं को 125 यूनिट बिजली निःशुल्क प्रदान करने का ऐतिहासिक निर्णय लिया। पुनश्च महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त एवं रोजगारपरक बनाने हेतु मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना इस दिशा में क्रांतिकारी कदम है। मुजफ्फरपुर जिले में 3,507 महिला संवाद कार्यक्रम आयोजित किए गये, जिनसे लगभग 97,000 जन-आकांक्षाएं प्राप्त हुईं हैं। महिलाओं को योजना की जानकारी देने हेतु 7 से 26 सितम्बर तक प्रचार रथ के माध्यम से जिले के 400 स्थानों पर जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। जिला जनसम्पर्क अधिकारी प्रमोद कुमार नें बताया की जिलाधिकारी श्री सेन ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि योजना का लाभ लेने हेतु कोई भी महिला दलाल या बिचौलिये के संपर्क में न आयें। निशुल्क आवेदन प्रपत्र जीविका कार्यालय के माध्यम से उपलब्ध कराये जा रहे हैं। किसी भी प्रकार की शिकायत पर त्वरित कार्रवाई हेतु प्रखंड एवं जिला स्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं। मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना से न केवल महिलाओं को आत्मनिर्भरता की दिशा में बल मिलेगा, बल्कि समाज में व्यापक स्तर पर सामाजिक एवं आर्थिक परिवर्तन का मार्ग प्रशस्त होगा। मुजफ्फरपुर जिले की जीविका दीदियां इस योजना के माध्यम से नए-नए उद्यम स्थापित कर राष्ट्रीय स्तर पर कंपनी पहचान और सशक्त बनाएंगी।