शिक्षक हमारे भविष्य को आकार देते हैं और हमें नई ऊँचाइयों तक पहुँचने के लिए प्रेरित करते हैं- डॉ.अनिल कुमार ठाकुर, राष्ट्रीय संयोजक, इंडियन इकोनॉमिक्स एसोसिएशन
महिला शिल्प कला भवन महाविद्यालय में एनएसएस ओरिएंटेशन प्रोग्राम और शिक्षक सम्मान समारोह आयोजित

ध्रुव कुमार सिंह, मुजफ्फरपुर, बिहार, ०४ सितम्बर
महिला शिल्प कला भवन महाविद्यालय में एनएसएस ओरिएंटेशन प्रोग्राम सह शिक्षक सम्मान समारोह आयोजित किया गया। समारोह का शुभारंभ समारोह के मुख्य अतिथि सह इंडियन इकोनॉमिक्स एसोसिएशन के राष्ट्रीय संयोजक डॉ.अनिल कुमार ठाकुर नें दीप प्रज्ज्वलित कर किया। अपनें उद्घाटन भाषण में डॉ.ठाकुर ने कहा की डॉ.सर्वपल्ली राधाकृष्णन की विरासत को स्वीकार करते हुए, “शिक्षक हमारे भविष्य को आकार देते हैं और हमें नई ऊँचाइयों तक पहुँचने के लिए प्रेरित करते हैं. “त्वमेव विद्या द्रविणं त्वमेव, त्वमेव सर्वं मम देव देव” यह श्लोक गुरु को माता, पिता, बंधु, सखा, और विद्या के समान मानने का भाव व्यक्त करता है। इसमें शिक्षक को जीवन के सभी पहलुओं में महत्वपूर्ण भूमिका मिलती है और उनके बिना सब कुछ अधूरा होता है। उन्होंने शील और शौर्य पर बल देते हुए तुलसीदास जी की पंक्ति “रघुपति कीरति विमल पताका। दंड समान भयउ जस जाका॥” को उधृत करते हुए कहा की छात्राएँ अपने जीवन को शील व शौर्य से आलोकित कर समाज व राष्ट्र को गौरवान्वित करें। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य डॉ.राकेश कुमार सिंह नें शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर कहा कि गुरु समाज की नींव हैं, उनके मार्गदर्शन से ही विद्यार्थी जीवन की ऊँचाइयों को प्राप्त कर सकते हैं। डॉ.सिंह नें कहा की एक शिक्षक का उद्देश्य छात्रों का सर्वांगीण विकास करना, उन्हें आलोचनात्मक रूप से सोचने, समस्याओं को हल करने और स्वतंत्र शिक्षार्थी बनने में सक्षम बनाना है, साथ ही उनमें नैतिक मूल्यों और सकारात्मक दृष्टिकोण को विकसित करना है, जिससे वे समाज में सक्रिय भागीदारी निभा सकें. समारोह के विशिष्ठ अतिथि सह लंगट सिंह महाविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ.प्रदीप कुमार ने एनएसएस के इतिहास, उद्देश्य और उपलब्धियों पर चर्चा करते हुए छात्राओं को सक्रिय रूप से सामाजिक गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया। समारोह में मुख्य अतिथि तथा प्राचार्य नें महाविद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक डॉ.मो.रईस और डॉ.लक्ष्मी रानी सहित अन्य शिक्षकों को सम्मानित किया. इससे पूर्व प्रिया और श्रुति ने कुलगीत की प्रस्तुति की। तत्पश्चात क्षमा और रुचि ने गणेश वंदना, सलोनी ने कविता पाठ, नरगिस यास्मीन ने भाषण, अंजली, दिव्या और मनीषा ने नृत्य, एवं शालू और उनकी टीम द्वारा नाट्य प्रस्तुति ने सभी को उत्साहित एवं प्रेरित करते हुए सामाजिक संदेश दिया। मानचित अतिथियों द्वारा प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र प्रदान किए गए। मंच संचालन महिमा और गुंजन द्वारा किया गया और धन्यवाद ज्ञापन एनएसएस पदाधिकारी ने करते हुए छात्राओं को राष्ट्रीय सेवा योजना की पृष्ठभूमि, उद्देश्यों और गतिविधियों की जानकारी दी। समारोह का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। इस अवसर पर डॉ.ऋतू कुमारी, डॉ.रामाशंकर रजक, डॉ.नागेन्द्र पासवान, डॉ.शमीम अंसारी, विलियम कुजूर, राहुल रंजन, सीमा पाण्डेय, राजेश पंडित सहित महाविद्यालय के शिक्षक, शिक्षकेत्तर कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में महाविद्यायलय की छात्राएं उपस्थित थे।