बिहार विधानसभा चुनाव हेतु गठित कोषांगों के अधिकारी जिम्मेदारी से प्रशिक्षण प्राप्त कर चुनाव का सफलतापूर्वक करें संपादन- सुब्रत कुमार सेन, जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी

ध्रुव कुमार सिंह, मुजफ्फरपुर, बिहार, २२ अगस्त
आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को स्वतंत्र, निष्पक्ष, पारदर्शी एवं शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने की दिशा में जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन द्वारा ठोस कदम उठाए गए हैं। निर्वाचन कार्यों के सफल संचालन हेतु जिला स्तर पर 24 कोषांगों का गठन किया गया है तथा प्रत्येक कोषांग के लिए वरीय एवं नोडल पदाधिकारियों को नामित किया गया है। इसका उद्देश्य निर्वाचन संबंधी तैयारियों को सुदृढ़, समयबद्ध एवं पारदर्शी बनाना है। जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि स्वतंत्र, निष्पक्ष, पारदर्शी एवं शांतिपूर्ण चुनाव कराना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इस दिशा में अधिकारियों एवं कर्मियों के लिए समुचित प्रशिक्षण कार्यक्रम आधारशिला का कार्य करेगा और लोकतंत्र के इस महापर्व को निर्बाध रूप से सम्पन्न कराने में सहायक सिद्ध होगा। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, बिहार के निर्देशानुसार राज्य स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन 20 अगस्त से मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय सभागार में दोनों सत्रों में किया जा रहा है। जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने निर्देश दिया है कि सभी नामित नोडल पदाधिकारी निर्धारित तिथि पर प्रशिक्षण में अनिवार्य रूप से भाग लेकर अपने कार्य-दायित्व से संबंधित सूक्ष्म जानकारी प्राप्त करें। चुनाव प्रक्रिया को स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं पारदर्शी बनाने में प्रशिक्षण की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। प्रशिक्षण से पदाधिकारी एवं कर्मी न केवल अपने दायित्वों को स्पष्ट रूप से समझते हैं, बल्कि व्यावहारिक कठिनाइयों के समाधान हेतु सक्षम भी बनते हैं। इससे निर्वाचन कार्यों के संचालन में एकरूपता, दक्षता और पारदर्शिता सुनिश्चित होती है। राज्य स्तरीय प्रशिक्षण के तहत निर्वाचन प्रक्रिया के विभिन्न आयामों पर विशेष बल दिया जा रहा है, जिनमें ईवीएम एवं वीवीपैट का प्रबंधन, संवेदनशील एवं अति संवेदनशील क्षेत्रों में विधि-व्यवस्था, दिव्यांग एवं वृद्ध मतदाताओं के लिए सहूलियत, आदर्श आचार संहिता का पालन, कार्मिक एवं सामग्री प्रबंधन, मतदाता जागरूकता, मीडिया सर्टिफिकेशन एंड मॉनिटरिंग कमिटी, निर्वाचन व्यय आदि। जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि नोडल पदाधिकारी प्रशिक्षण में गंभीरता एवं ध्यानपूर्वक भाग लें और अपने-अपने कोषांग से संबंधित जानकारी का व्यवहारिक ज्ञान प्राप्त करें। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए। इससे आयोग की मार्गदर्शिका एवं मानदंड के अनुरूप स्वतंत्र, निष्पक्ष, पारदर्शी एवं शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न हो पायेगा और लोकतंत्र का महापर्व निर्बाध रूप से सम्पन्न कराने में सहायक सिद्ध होगा। कार्मिक कोषांग द्वारा निर्वाचन कार्य हेतु आवश्यक कर्मियों का डेटाबेस तैयार कर लिया गया है। सभी कार्मिकों को उनकी जिम्मेदारियों के अनुरूप मास्टर ट्रेनर द्वारा प्रशिक्षित किया जाएगा। जिला भू-अर्जन पदाधिकारी सह प्रशिक्षण कोषांग के नोडल पदाधिकारी एवं उप-निर्वाचन पदाधिकारी सत्यप्रिय कुमार को प्रशिक्षण सामग्री, प्रशिक्षण कैलेंडर की तैयारी करने से लेकर अन्य सभी आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है। प्रशिक्षण कार्य के सफल एवं सुचारू संपादन होने के फलस्वरूप निर्वाचन कार्य के मतदान से लेकर मतगणना तक पारदर्शी एवं निष्पक्ष कार्य सुनिश्चित हो सकेगा।