बिहार को मिली ऐतिहासिक मेज़बानी: मेन्स हॉकी हीरो एशिया कप–2025 की ट्रॉफी गौरव यात्रा पहुँची मुजफ्फरपुर
खेल संस्कृति को नई ऊँचाइयों पर ले जाने की दिशा में राज्य सरकार का अभिनव कदम, जिलाधिकारी ने किया स्वागत, खिलाड़ियों और युवाओं में दिखा उत्साह

ध्रुव कुमार सिंह, मुजफ्फरपुर, बिहार, १९ अगस्त
खेल और संस्कृति का संगम उस समय देखने को मिला, जब मेन्स हॉकी हीरो एशिया कप–2025 की ट्रॉफी गौरव यात्रा पूरे सम्मान और उत्साह के साथ मुजफ्फरपुर पहुँची। मुजफ्फरपुर समाहरणालय परिसर में आयोजित भव्य समारोह में जिला पदाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने बिहार राज्य खेल प्राधिकरण, पटना से आये प्रतिनिधियों द्वारा लाई गई इस ऐतिहासिक ट्रॉफी का स्वागत किया। जिले के खिलाड़ियों, विद्यार्थियों, खेल प्रशिक्षकों और आम नागरिकों की मौजूदगी में आयोजित इस कार्यक्रम ने वातावरण को खेलमय बना दिया। हर कोई गर्व से भरा नजर आया कि बिहार पहली बार इस अंतरराष्ट्रीय हॉकी प्रतियोगिता का मेज़बान बनने जा रहा है। इस गौरव यात्रा का आयोजन खेल विभाग ,बिहार एवं बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के संयुक्त तत्वावधान में किया जा रहा है। ट्रॉफी को राज्य के सभी 38 जिलों में प्रदर्शित किया जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य—अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट के प्रति जन-जागरूकता बढ़ाना। युवाओं को खेलों से जोड़ना और प्रेरित करना। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में खेलों के महत्व का प्रसार करना। यह यात्रा न केवल एक ट्रॉफी का प्रदर्शन है, बल्कि यह इस संदेश का वाहक भी है कि “बिहार खेलों के नये युग में प्रवेश कर रहा है।” इस अवसर पर जिलाधिकारी श्री सेन ने अपने संबोधन में कहा की “यह हमारे लिए अत्यंत गर्व का विषय है कि बिहार पहली बार मेन्स हॉकी हीरो एशिया कप की मेज़बानी कर रहा है।” यह प्रतिष्ठित प्रतियोगिता 29 अगस्त से 07 सितम्बर 2025 तक राज्य खेल अकादमी, राजगीर (नालंदा) में आयोजित होगी। टूर्नामेंट में भारत, चीन, जापान, कोरिया, मलेशिया, ओमान और चाइनीज ताइपे की पुरुष हॉकी टीमें हिस्सा लेंगी। यह आयोजन बिहार को न केवल राष्ट्रीय, बल्कि अंतरराष्ट्रीय खेल मानचित्र पर भी विशेष पहचान दिलाएगा। जिलाधिकारी ने अपने उद्बोधन में बताया कि राज्य सरकार ने खेलों के लिए पंचायत से लेकर प्रमंडल स्तर तक ठोस पहल की है. जिला खेल पदाधिकारी ने बताया कि मेडल लाओ, नौकरी पाओ के तहत सरकार उत्कृष्ट खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी दे रही है। जिले में 10 खिलाड़ियों को खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के आधार पर नौकरी दी गई है। सरकार का लक्ष्य है कि खिलाड़ी अपने कौशल और मेहनत के दम पर राज्य और देश का नाम रोशन करें। ट्रॉफी को नजदीक से देखने के लिए समारोह में बड़ी संख्या में खिलाड़ी, विद्यार्थी और आमजन उपस्थित हुए। खिलाड़ियों ने इसे “गौरव का क्षण” बताया। युवाओं ने कहा कि इस आयोजन से उनमें खेलों के प्रति नई ऊर्जा और प्रेरणा का संचार हुआ है। ग्रामीण क्षेत्रों से आए युवाओं ने विश्वास जताया कि अब उन्हें भी खेलों में करियर बनाने का मौका मिलेगा। ट्रॉफी गौरव यात्रा ने मुजफ्फरपुरवासियों में आत्मविश्वास और गर्व की भावना जगाई है। गाँव से लेकर शहर तक यह संदेश पहुँचा कि राज्य सरकार खेलों को बढ़ावा देने के लिए गंभीर और प्रतिबद्ध है। इस आयोजन ने खिलाड़ियों को भरोसा दिलाया कि अब उन्हें स्थानीय स्तर पर ही अवसर और संसाधन मिलेंगे। खेल संस्कृति में आई यह नई ऊर्जा आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत बनेगी। कार्यक्रम संपन्न होने के बाद जिलाधिकारी श्री सेन ने ट्रॉफी गौरव यात्रा दल को अगले जिले के लिए रवाना किया। उन्होंने विश्वास जताया कि “यह यात्रा बिहार के हर जिले में खेलों के प्रति नई चेतना जगाएगी और राज्य की खेल पहचान को नई ऊँचाइयों तक ले जाएगी।” मेन्स हॉकी हीरो एशिया कप–2025 का आयोजन बिहार के लिए केवल एक खेल प्रतियोगिता नहीं, बल्कि ऐतिहासिक अवसर है। इससे राज्य की खेल संरचना को मजबूती मिलेगी। खिलाड़ियों को रोजगार, प्रशिक्षण और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान पाने का अवसर मिलेगा। ग्रामीण स्तर पर खेल सुविधाएँ मिलने से नई प्रतिभाएँ उभरेंगी। समारोह में हॉकी के पूर्व राष्ट्रीय खिलाड़ी सुनील कुमार, राम कुमार राय शर्मा, मिथलेश कुमार, करुणेश कुमार, श्वेताब खान, मुकेश कुमार, भानु प्रिया, जितेंद्र कुमार, नीरज कुमार, सहित कई प्रतिष्ठित शारीरिक शिक्षा प्रशिक्षक और खेल प्रेमी शामिल हुए। सभी ने ट्रॉफी यात्रा को खेलों के विकास के लिए “मील का पत्थर” बताया।