महिला शिल्प कला भवन महाविद्यालय में 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्राचार्य डॉ.राकेश कुमार सिंह नें किया ध्वजारोहण

ध्रुव कुमार सिंह, मुजफ्फरपुर, बिहार, १५ अगस्त
महिला शिल्प कला भवन महाविद्यालय में 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्राचार्य डॉ.राकेश कुमार सिंह नें ध्वजारोहण किया. इस अवसर पर प्राचार्य डॉ.सिंह नें कहा की स्वतंत्रता दिवस हमें ब्रिटिश शासन के 200 वर्षों के बाद मिली आजादी और उन शहीदों की याद दिलाता है, जिन्होंने देश की खातिर अपना बलिदान दे दिया। भारत का स्वतंत्रता दिवस, जो हर साल 15 अगस्त को पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाता है, राष्ट्रीय दिवसों की सूची में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है, क्योंकि यह प्रत्येक भारतीय को 200 से अधिक वर्षों के ब्रिटिश उपनिवेशवाद के चंगुल से मुक्ति के एक युग की शुरुआत की याद दिलाता है। 15 अगस्त 1947 को ही भारत को ब्रिटिश उपनिवेशवाद से स्वतंत्र घोषित किया गया था और देश के नेताओं को नियंत्रण की बागडोर सौंपी गई थी। भारत की स्वतंत्रता प्राप्ति एक नियति से साक्षात्कार थी, क्योंकि स्वतंत्रता संग्राम एक लंबा और थकाऊ संघर्ष था, जिसमें कई स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने प्राणों की आहुति दी। डॉ.सिंह नें कहा की आजादी के पूर्व देशवासियों का कर्तव्य था देश को आजाद कराना और आजादी के बाद हम सबका कर्तव्य बना देश का नवनिर्माण और समुचित विकास। देश का विकास हुआ भी और हो भी रहा है । लेकिन विकसित देश बनाने के लिए पदचर से पदाधिकारी तक और विद्यार्थी से शिक्षक तक सबको अपने कर्तव्य का निर्वहण ईमानदारी पूर्वक करना होगा। इसी क्रम में उन्होंने महाविद्यालय की गरिमा और महिमा व अनुशासन पर प्रकाश डाला और कहा कि नारी जगेगी तो राष्ट्र जगेगा। यह महाविद्यालय नारी शिक्षा का प्रकाश स्तंभ है। समारोह में डॉ.मो.रईस, डॉ.लक्ष्मी रानी, डॉ.ऋतू कुमारी, डॉ.रामाशंकर रजक, डॉ.नागेन्द्र पासवान, डॉ.शमीम अंसारी, निशांत शेखर, राहुल रंजन, सीमा पाण्डेय, राजेश पंडित सहित बड़ी संख्या में शिक्षक, शिक्षेकेत्तर कर्मी और छात्राए उपस्थित थें.