बिहार आइडिया फेस्टिवल का हुआ शुभारंभ, जिलाधिकारी ने नवाचार और उद्यमिता को बताया बिहार की प्रगति का आधार

ध्रुव कुमार सिंह, मुजफ्फरपुर, बिहार, २९ जुलाई
सरकार द्वारा युवाओं, छात्रों, स्वयं सहायता समूहों, कारीगरों और किसानों को नवाचार तथा उद्यमिता के क्षेत्र में सशक्त बनाने हेतु शुरू किए गए बिहार आइडिया फेस्टिवल का मुजफ्फरपुर जिले में भव्य शुभारंभ हुआ। जिला पदाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने इस महत्त्वपूर्ण पहल का उद्घाटन करते हुए युवाओं को आगे आने और अपने नवाचारी विचारों को प्रस्तुत करने के लिए प्रेरित किया। जिलाधिकारी ने अपने उद्घाटन संबोधन में कहा की बिहार आइडिया फेस्टिवल हमारे युवाओं के लिए एक ऐतिहासिक अवसर है। यह केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक आंदोलन है जो बिहार को नवाचार और स्टार्टअप की दिशा में अग्रसर करेगा। मुजफ्फरपुर के युवाओं में अपार ऊर्जा और क्षमता है, उन्हें अब केवल सही मंच और मार्गदर्शन की आवश्यकता है, जो यह फेस्टिवल उपलब्ध करा रहा है। उन्होंने कहा की फेस्टिवल का मुख्य उद्देश्य है. स्टार्टअप सोच रखने वाले युवाओं को मंच प्रदान कर उनके विचारों को वास्तविकता में बदलने का प्रयास करना, आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम बढ़ाते हुए युवाओं को व्यावसायिक सोच के लिए प्रेरित करना तथा स्थानीय उत्पाद, शिल्प और विचारों को पहचान दिलाना है. जिलाधिकारी ने कहा कि यह फेस्टिवल न केवल युवाओं की सोच को दिशा देगा, बल्कि जिले एवं राज्य की आर्थिक प्रगति में भी मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने जिले के सभी महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों, नवाचार केंद्रों और प्रखंडों से अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करने की अपील की। बिहार आइडिया फेस्टिवल एक ऐसा मंच बन कर उभर रहा है जो आने वाले समय में बिहार को स्टार्टअप हब के रूप में स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। जिला पदाधिकारी ने आगे कहा कि बिहार आईडिया फेस्टिवल बिहार के सभी जिलों में तीन चरणों (जिला स्तर, प्रमंडल स्तर एवं राज्य स्तर) पर मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्टार्ट-अप बिहार योजना के अंतर्गत चयनित लाभुकों को 10 लाख रुपये सीड फंड के रूप में तत्काल मुहैया कराया जाएगा। उन्होंने छात्रों से अपील करते हुए कहा कि वे जॉब सीकर नहीं, जॉब क्रिएटर बनने की दिशा में कार्य करें। छात्र-छात्राओं से अधिक से अधिक संख्या में अपनी सोच/आईडिया को पोर्टल एवं लिंक के माध्यम से शेयर करने की अपील की गई ताकि चयन होने के उपरांत जिले में औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा मिल सके एवं रोजगार होने के साथ साथ राज्य की आर्थिक गतिविधि को सुदृढ़ करने में दिशा मिले। इस अवसर पर प्राचार्य, ललित नारायण मिश्रा प्रबंधन संस्थान के द्वारा अवगत कराया गया कि छात्र/छात्राएं पढ़ाई के साथ-साथ स्टार्ट अप के माध्यम से भी अपने कैरियर को आगे बढ़ा कर जीवन में सफलता हासिल कर सकते हैं। जिले के युवाओं, महिला समूहों और किसानों में इस पहल को लेकर विशेष उत्साह देखा जा रहा है। जिला परियोजना प्रबंधक (जीविका) अनिशा के द्वारा जीविका टू स्टार्टअप: एंपावरिंग वुमन, फ्यूलिंग टॉपिक पर विस्तृत प्रस्तुति दी गई। उनके द्वारा बताया गया कि जीविका द्वारा बिहार स्टार्ट-अप योजना के अन्तर्गत “दीदी की रसोई” जैसे कार्य, प्रखंड स्तर पर किया जा रहा है। दीदी की रसोई का संचालन सदर अस्पताल, बैग क्लस्टर,पोस्टल कार्यालय, मुज़फ्फरपुर में चलाया जा रहा है। उनके द्वारा सभागार उपस्थित छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुई बताया गया की आप अधिक से अधिक संख्या में अपनी सोच में नवाचार लाने के साथ साथ आधी आबादी के जीवनशैली में आमूलचूल परिवर्तन लाने का प्रयास करें। इस अवसर पर डॉ.संजय कुमार, MIT स्टार्टअप कॉर्डिनेटर, डॉ.किशोर पार्थ, स्टार्टअप कॉर्डिनेटर, एल.एन मिश्रा कॉलेज ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट द्वारा स्टार्टअप से संबंधित जानकारी सभी प्रतिभागियों को देते हुए उन्हें नवाचार के लिए प्रेरित किया गया। डॉ.एस.के झा, विभागाध्यक्ष प्रबंधन, एलएन मिश्रा कॉलेज ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट द्वारा बिहार आईडिया फेस्टिवल इवेंट के कार्यक्रम में आये सभी पदाधिकारी, कर्मचारी, छात्र/छात्राएं, मीडिया कर्मियों एवं जीविका वीडीओ को कार्यक्रम में उपस्थित होने के लिए धन्यवाद ज्ञापन करते हुए मुजफ्फरपुर जिले में अधिक-से-अधिक संख्या में स्टार्ट-अप आईडिया शेयर करने हेतु प्रेरित किया गया एवं बताया गया कि यह महोत्सव केवल एक कार्यक्रम नहीं है बल्कि बिहार को उस युवा शक्ति, उस नवाचार के मंच है, जो हमारे राज्य को आत्मनिर्भर, तकनीकी रूप से सक्षम और उद्यमशील बना सकता है।