स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण मतदान को लेकर प्रेक्षकों की समीक्षा बैठक — जिलाधिकारी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक की उपस्थिति में की गई अहम समीक्षा

ध्रुव कुमार सिंह, मुजफ्फरपुर, बिहार, ३१ अक्टूबर
बिहार विधानसभा आम निर्वाचन के स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण संपादन को लेकर मुजफ्फरपुर जिले के सभी 11 विधानसभा क्षेत्रों के प्रेक्षकों द्वारा समाहरणालय सभागार में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में जिलाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी सुब्रत कुमार सेन तथा वरीय पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार की उपस्थिति में सभी निर्वाची पदाधिकारी (आरओ), सहायक निर्वाची पदाधिकारी (एआरओ) सहित विभिन्न कोषांगों के वरीय एवं नोडल पदाधिकारी शामिल हुए। बैठक में प्रेक्षकों ने सभी आरओ एवं एआरओ को निर्देश दिया कि वे अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र का लगातार फील्ड विजिट करें और प्रत्येक मतदान केंद्र पर एसएमएफ की उपलब्धता की जांच सुनिश्चित करें। साथ ही यह भी कहा गया कि मतदाताओं तक वोटर स्लिप का वितरण तेज़ गति से किया जाए, ताकि मतदान दिवस से पूर्व हर मतदाता को उसकी जानकारी मिल सके। प्रेक्षकों ने कहा कि जिन बूथों पर वोटिंग प्रतिशत पूर्व में कम रहा है (लो वीटीआर बूथ), वहां विशेष स्वीप गतिविधियां चलाकर मतदाता जागरूकता को बढ़ाया जाए। इस दौरान उन्होंने 75 प्रतिशत मतदान का लक्ष्य तय करने और इसे प्राप्त करने के लिए व्यापक जन-जागरूकता अभियान चलाने पर बल दिया। इसके तहत नुक्कड़ नाटक, प्रभातफेरी, रैली एवं स्थानीय जनसहभागिता से अभियान को जन-आंदोलन का स्वरूप देने पर भी जोर दिया गया। बैठक में प्रेक्षकों ने निर्वाचन प्रक्रिया की पारदर्शिता और विश्वसनीयता पर विशेष बल दिया। उन्होंने बताया कि इस बार जिले के सभी मतदान केंद्रों पर लाइव वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई है, जिससे मतदान प्रक्रिया की रीयल-टाइम मॉनिटरिंग सुनिश्चित होगी। इसके माध्यम से मतदान केंद्र की हर गतिविधि की मॉनिटरिंग की जा सकेगी और आवश्यकतानुसार त्वरित कार्रवाई संभव हो सकेगी। जिलाधिकारी श्री सेन ने कहा कि सभी अधिकारी एवं कर्मी भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों एवं मानकों का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित करें। उन्होंने विधि-व्यवस्था संधारण पर विशेष बल देते हुए विश्वास बहाली हेतु कारगर प्रयास करने को कहा । इसके लिए अधिकारियों को अपने क्षेत्र में जाकर लोगों से बात करने, स्थानीय लोगों से फीडबैक लेने और संवेदनशील बूथों की निगरानी पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया गया। बैठक के उपरांत जिलाधिकारी ने मतगणना कार्य की तैयारी पर चर्चा करते हुए कहा कि आयोग के दिशा-निर्देशानुसार मतगणना कार्य का पारदर्शी एवं सुचारू संपादन सुनिश्चित करने हेतु 8 नवंबर से गन्नीपुर स्थित केंद्रीय विद्यालय में कर्मियों का प्रशिक्षण आयोजित किया जाएगा। इस प्रशिक्षण में आयोग के मानक के अनुरूप मतगणना से संबंधित सभी बिंदुओं पर विस्तार से जानकारी दी जाएगी, ताकि किसी भी कर्मी को कार्य निष्पादन में कठिनाई न हो। ज्ञातव्य है कि बज्रगृह सह मतगणना केंद्र की सुरक्षा एवं फुल-प्रूफ व्यवस्था सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से जिला निर्वाचन पदाधिकारी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक द्वारा कई बार स्थलीय निरीक्षण कर तैयारियों की समीक्षा की जा चुकी है। बैठक में यह भी बताया गया कि जिले के तीनों डिस्पैच सेंटरों पर मतदान दलों को ईवीएम, मतदान सामग्री एवं अन्य आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध कराने की पूरी व्यवस्था की गई है। विधानसभावार वरीय, प्रभारी एवं सहायक प्रभारी अधिकारी नामित किए गए हैं, जिन्हें बूथवार सभी सामग्री सही समय पर सुरक्षा कर्मियों के साथ निर्धारित वाहन से गंतव्य तक भेजने की जिम्मेदारी दी गई है। इसके अलावा, जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे संबंधित थानाध्यक्षों के साथ समन्वय स्थापित कर वाहनों को जब्त कर चिन्हित स्थल पर पार्किंग सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि प्रत्येक चरण की तैयारी पूरी तरह समयबद्ध और नियमानुसार की जाए, ताकि 6 नवंबर को मतदान का कार्य स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण माहौल में सफलतापूर्वक संपन्न कराया जा सके।





