मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी एवं ऐतिहासिक पहल: मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना
मुख्यमंत्री के द्वारा मुजफ्फरपुर के 99,607 महिलाओं के खाते में 99.60 करोड़ राशि का हुआ ट्रांसफर

ध्रुव कुमार सिंह, मुजफ्फरपुर, बिहार, ०३ अक्टूबर
महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाते हुए मुख्यमंत्री के द्वारा मुजफ्फरपुर जिले की 99,607 महिलाओं के बैंक खाते में प्रति लाभुक ₹10,000 की राशि प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (DBT) के माध्यम से ट्रांसफर की गई। इस प्रकार जिले में अब तक 4,38,607 महिलाओं को प्रति लाभुक ₹10000 ट्रांसफर करते हुए इस योजना से लाभान्वित किया जा चुका है। इसके लिए मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में पटना में राज्य स्तरीय समारोह का आयोजन किया गया और इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण जिला, प्रखंड एवं पंचायत स्तर तक आयोजित कार्यक्रमों में किया गया। जिलेभर में विशेष कार्यक्रम आयोजित किये गये, जिनमें महिलाओं की बड़ी संख्या में सहभागिता देखने को मिली। इस अवसर पर महिलाओं ने मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना को अपने जीवन का “टर्निंग प्वाइंट” बताते हुए सरकार और मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त की। इस कार्यक्रम को भव्य एवं आकर्षक स्वरूप प्रदान करते हुए मुजफ्फरपुर जिला मुख्यालय से लेकर सभी 16 प्रखंड मुख्यालयों, 66 संकुल स्तरीय संघों और 3732 ग्राम संगठनों में विशेष आयोजन किये गये। इन आयोजनों में कुल 5.15 लाख महिलाओं की उपस्थिति दर्ज की गई, जिसने इसे अभूतपूर्व बना दिया। जीविका महिला ग्राम संगठन की दीदियों ने रंग-बिरंगी और भव्य रंगोलियों से कार्यक्रम स्थलों को सजाया। कई स्थानों पर पारंपरिक गीतों के माध्यम से महिलाओं ने अपनी खुशी व्यक्त की। पूरा माहौल उत्सव जैसा रहा और महिलाओं के चेहरों पर आत्मनिर्भरता की नई आशा स्पष्ट झलक रही थी। महिलाओं में इस योजना को लेकर गजब का उत्साह और उमंग देखने को मिला। यह आयोजन केवल आर्थिक सहयोग तक सीमित नहीं रहा, बल्कि महिलाओं के आत्मविश्वास और सामाजिक भागीदारी का भी सशक्त प्रमाण बना। इस अवसर पर जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने महिलाओं को हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा की “मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना महिलाओं को सशक्त एवं स्वावलंबी बनाने की दिशा में सरकार का ऐतिहासिक कदम है। यह योजना न केवल महिलाओं की आर्थिक स्थिति में सुधार करेगी, बल्कि समाज और परिवार में भी उनका सम्मान और आत्मविश्वास बढ़ाएगी। मैं सभी महिलाओं से अपील करता हूँ कि वे इस महत्वाकांक्षी योजना से जुड़कर अपने जीवन को नई दिशा दें।” प्रत्येक महिला के खाते में ₹10,000 की राशि ट्रांसफर की गई है, जिससे वे छोटे व्यवसाय, स्वरोजगार या आय-आधारित कार्य आरंभ कर सकेंगी। योजना से महिलाओं का आत्मविश्वास बढ़ेगा और वे घर-परिवार के साथ-साथ समाज में भी अपनी पहचान सुदृढ़ करेंगी। जीविका समूहों से जुड़ी दीदियों को इससे अतिरिक्त सहारा मिलेगा, जिससे वे आत्मनिर्भरता की राह पर और तेजी से आगे बढ़ेंगी। योजना ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों की महिलाओं को स्वरोजगार के अवसर प्रदान कर सतत विकास की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान देगी। यह पहल सरकार के “आत्मनिर्भर बिहार, सशक्त महिला” के संकल्प को मजबूती प्रदान करती है। मुजफ्फरपुर जिले में आयोजित इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में जीविका दीदियों ने अपने उत्साह और उमंग को रंग-बिरंगी रंगोलियों और पारंपरिक गीतों के माध्यम से अभिव्यक्त किया। उन्होंने कहा कि सरकार की इस योजना से उन्हें अपने सपनों को पूरा करने का अवसर मिल रहा है। कई महिलाओं ने इसे अपने जीवन का “टर्निंग प्वाइंट” बताते हुए कहा कि अब वे स्वरोजगार की दिशा में ठोस कदम उठा सकेंगी। समारोह स्थल महिलाओं की मुस्कान और उत्साह से गुलजार रहा। इस योजना से मुजफ्फरपुर जिले के लाखों परिवार सीधे तौर पर लाभान्वित होंगे। यह केवल आर्थिक सहायता देने की योजना नहीं है, बल्कि महिलाओं के जीवन में नई दिशा और संभावनाएं प्रदान करने वाली पहल है। महिलाओं की भागीदारी और उत्साह ने यह सिद्ध कर दिया कि समाज के विकास का आधार महिला सशक्तिकरण है। मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना उसी दिशा में एक निर्णायक कदम है, जो आने वाले समय में जिले और राज्य के सामाजिक-आर्थिक परिदृश्य को बदलने में सहायक सिद्ध होगी। मुख्यमंत्री की यह महत्वाकांक्षी योजना न केवल महिलाओं के लिए, बल्कि पूरे समाज के लिए परिवर्तनकारी पहल साबित होगी। मुजफ्फरपुर जिला इस ऐतिहासिक आयोजन और महिलाओं की अभूतपूर्व भागीदारी का गवाह बना, जिसने विकास और आत्मनिर्भरता की ओर नई राह प्रशस्त की है।





