जिलाधिकारी ने दीपावली-छठ पर शांति, स्वच्छता और सुरक्षा के दिये सख्त निर्देश, सौहार्द, स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण की अपील
कानून-व्यवस्था से समझौता नहीं- डीएम की सख्त चेतावनी, छठ घाटों की तैयारी और प्रदूषण नियंत्रण पर जोर

ध्रुव कुमार सिंह, मुजफ्फरपुर, बिहार, १८ अक्टूबर


प्रकाश पर्व दीपावली तथा श्रद्धा, भक्ति एवं आस्था का महान पर्व छठ पूजा के शांतिपूर्ण आयोजन, विधि-व्यवस्था संधारण एवं पर्यावरण सुरक्षा को लेकर जिला पदाधिकारी सुब्रत कुमार सेन एवं वरीय पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार ने संयुक्त रूप से जिले के सभी प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों के साथ मुजफ्फरपुर समाहरणालय सभागार में समीक्षा बैठक की। बैठक में नगर आयुक्त विक्रम विरकर, नगर पुलिस अधीक्षक कोटा किरण, उप-विकास आयुक्त श्रेष्ठ अनुपम, राजेश कुमार सिंह प्रभाकर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण), अनुमंडल पदाधिकारी पूर्वी तुषार कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी पश्चिमी श्रेयाश्री, जिला बंदोबस्त पदाधिकारी फिरोज अख्तर सहित सभी थाना प्रभारी, कार्यपालक अभियंता, नगर निकायों के प्रतिनिधि एवं पुलिस अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में जिलाधिकारी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक ने कहा कि दीपावली और छठ जैसे सामाजिक एवं धार्मिक पर्व शांति, सौहार्द, प्रेम और भाईचारे का महान पर्व हैं। अतः इन पर्वों को शांतिपूर्ण एवं स्वच्छ वातावरण में मनाने की जिम्मेदारी प्रशासन के साथ-साथ समाज के हर नागरिक की भी है। उन्होंने सभी पदाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में विधि-व्यवस्था बनाए रखने, किसी भी स्थिति में अफवाह या अशांति फैलने से रोकने के लिए सतर्क रहने और अपने दायित्वों का पूर्ण निष्ठा एवं जिम्मेदारी से निर्वहन करने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी श्री सेन ने कहा कि इस वर्ष 20 अक्टूबर को दीपावली का पर्व मनाया जाएगा। पर्व के अवसर पर पूरे जिले में विशेष सुरक्षा व्यवस्था की गई है। संवेदनशील और महत्वपूर्ण स्थलों पर पर्याप्त संख्या में दंडाधिकारी एवं पुलिस बल की तैनाती की गई है। सभी अधिकारी अपने निर्धारित स्थल पर समय से उपस्थित रहेंगे तथा अपनी ड्यूटी के दौरान सजग रहेंगे। उन्होंने बताया कि दीपावली पर्व के दौरान नगर भवन के पास इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (ICCC) में नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है, जो 18 अक्टूबर से 21 अक्टूबर तक चौबीसों घंटे कार्यरत रहेगा। नियंत्रण कक्ष में तीन पालियों में अधिकारियों और कर्मियों की तैनाती की गई है। किसी भी प्रकार की घटना या विवाद की सूचना मिलते ही त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है। जिलाधिकारी ने चेतावनी दी कि दीपावली पर्व पर किसी भी विवादित स्थल पर प्रतिमा स्थापना, जबरन चंदा वसूली, दूसरे समुदाय के धार्मिक स्थलों के पास पटाखा फोड़ना, लाउडस्पीकर बजाना या उत्तेजक नारे लगाना जैसी गतिविधियों पर सख्त निगरानी रखी जाएगी। उन्होंने कहा कि ऐसे किसी भी मामले में दोषी व्यक्ति के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी। जिले के सभी थानों में शांति समिति की बैठकें आयोजित की गई हैं ताकि स्थानीय स्तर पर सामुदायिक संवाद और समन्वय बना रहे। दीपावली एवं छठ पर्व के दौरान किसी भी प्रकार की अफवाह, सामाजिक तनाव या साम्प्रदायिक सौहार्द भंग करने वाली गतिविधियों पर जिला प्रशासन की पैनी नजर रहेगी। जिलाधिकारी ने कहा कि शहरों और बाजार क्षेत्रों में सघन गश्ती की व्यवस्था की गई है साथ ही दीपावली के दौरान होने वाले जुलूस या विसर्जन कार्यक्रमों के लिए सक्षम पदाधिकारी से लाइसेंस प्राप्त करने का निर्देश दिया गया है। बिना अनुमति जुलूस या सार्वजनिक आयोजन पर प्रतिबंध रहेगा। दीपावली के अवसर पर संभावित आगजनी की घटनाओं को ध्यान में रखते हुए जिला अग्निशमन पदाधिकारी को सभी यूनिट को चालू एवं तत्पर स्थिति में रखने का आदेश दिया गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि किसी भी आकस्मिक स्थिति में फायर ब्रिगेड दल को अल्प सूचना पर मौके पर पहुँचना सुनिश्चित करना होगा। इसी तरह स्वास्थ्य विभाग, विद्युत विभाग, नगर निगम एवं जलापूर्ति विभाग को भी 24 घंटे अलर्ट मोड में रहने और नियंत्रण कक्ष से समन्वय बनाकर कार्य करने का निर्देश दिया गया है। जिलाधिकारी श्री सेन ने बताया कि दीपावली के तुरंत बाद आने वाले लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा के लिए नगर निगम मुजफ्फरपुर को सभी छठ घाटों की सफाई, प्रकाश व्यवस्था, पेयजल की उपलब्धता, और सुरक्षा इंतजाम सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है। छठ घाटों पर श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए साफ-सफाई, स्वच्छ पेयजल, अस्थायी शौचालय और रास्तों की मरम्मत कराई जा रही है। सभी अंचलाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में घाटों का निरीक्षण करने, नाव एवं गोताखोरों की पर्याप्त तैनाती करने का निर्देश दिया गया है ताकि किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके। जिलाधिकारी ने कहा कि छठ पर्व स्वच्छता, पवित्रता और संयम का प्रतीक है। अतः प्रत्येक श्रद्धालु से अपेक्षा है कि वह स्वच्छ वातावरण बनाए रखने में प्रशासन का सहयोग करें और प्लास्टिक, थर्मोकोल, वर्जित रंगीन कपड़ों का उपयोग न करें। बैठक में राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) के दिशा-निर्देशों का भी उल्लेख किया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि दीपावली के अवसर पर एनजीटी द्वारा निर्धारित पर्यावरणीय गाइडलाइन का पालन करें ताकि पर्यावरण की सुरक्षा, संरक्षण एवं संवर्धन हो। जिलाधिकारी ने कहा कि दीपावली का मूल उद्देश्य अंधकार से प्रकाश की ओर बढ़ना, बुराई पर अच्छाई की विजय का संदेश देना है। इसलिए इस पर्व को शांति, सद्भाव, स्वच्छता और पर्यावरण संतुलन के साथ मनाया जाना चाहिए। जिलाधिकारी श्री सेन ने सभी विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि दीपावली एवं छठ जैसे महापर्वों के दौरान जिले में शांति, सौहार्द, स्वच्छता और सुरक्षा का वातावरण बना रहे। किसी भी स्थिति में कानून व्यवस्था से समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने आम नागरिकों से भी अपील की कि वे दीपावली और छठ पर्व को शालीनता, प्रेम और पर्यावरण संतुलन के साथ मनाएं तथा किसी भी अफवाह या उत्तेजना से दूर रहें।




