विशेष गहन पुनरीक्षण 2025 : कोई योग्य मतदाता न छूटे, जिला पदाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी नें SIR कार्य की शुद्धता, गुणवत्ता, पारदर्शिता एवं विश्वसनीयता पर बैठक में दिया जोर
EVM–VVPAT प्रशिक्षण व मतदाता जागरूकता अभियान से बढ़ रहा उत्साह

ध्रुव कुमार सिंह, मुजफ्फरपुर, बिहार, १२ सितम्बर
आगामी बिहार विधान सभा चुनाव 2025 को लेकर मुजफ्फरपुर जिला प्रशासन द्वारा विशेष गहन पुनरीक्षण 2025 के तहत मतदाता सूची के अद्यतन कार्य में तेजी लाने तथा मतदाता जागरूकता अभियान को प्रभावी बनाने के लिए निरंतर प्रयास जारी है। जिला पदाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने समाहरणालय में अधिकारियों के साथ बैठक कर स्पष्ट निर्देश दिया कि निर्वाचन आयोग की मार्गदर्शिका का शत-प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित किया जाये ताकि कोई भी योग्य मतदाता वोटर लिस्ट से वंचित न रह सके। 24 जून से 31 जुलाई तक विशेष गहन पुनरीक्षण के क्रम में निर्वाचक सूची में विद्यमान निर्वाचकों का गृहवार सत्यापन किया गया। उक्त अवधि में भी ऑनलाइन माध्यम से प्राप्त फॉर्म्स का सम्यक निष्पादन किया जा रहा है। कुल 53,163 आवेदन पत्र प्राप्त हुए, जिनमें से फॉर्म-6 के 31,659, फॉर्म-7 के 2,985 तथा फॉर्म-8 के 18,504 आवेदन सम्मिलित हैं। वहीं, 1 अगस्त से 11 सितंबर तक प्राप्त आवेदनों की संख्या 94,422 रही, जिसमें फॉर्म-6 के 61,231, फॉर्म-7 के 11,055 तथा फॉर्म-8 के 22,136 आवेदन प्राप्त हुए हैं। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी मिशन मोड में कार्य कर फील्ड विजिट के माध्यम से प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं बीएलओ से समन्वय स्थापित करें और प्रत्येक आवेदन/ दस्तावेज का समय पर एवं गुणवत्तापूर्ण निष्पादन सुनिश्चित करें। निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित समय-सीमा के अनुसार, दावा/आपत्ति में प्राप्त आवेदनों के निष्पादन की अंतिम तिथि 25 सितंबर 2025 तय की गई है। इसके बाद 30 सितंबर को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन किया जायेगा। जिलाधिकारी ने कहा है कि कोई भी योग्य मतदाता न छूटे इसके लिए SIR कार्य की गुणवत्ता, शुद्धता, पारदर्शिता एवं विश्वसनीयता का विशेष ध्यान रखा जाये। मतदाता जागरूकता अभियान के तहत जिले में मोबाइल डेमोंस्ट्रेशन वैन (MDV) के जरिये अब तक 2069 लोकेशंस पर भ्रमण कर 23,205 मतदाताओं को EVM–VVPAT की जानकारी एवं व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया गया है। मतदाताओं ने इस पहल की सराहना की है । उनका मानना है कि इससे मतदाता मतदान के दिन पूरे आत्मविश्वास से बेहिचक होकर मतदान कर पायेंगे। उन्होंने मतदान प्रक्रिया को पूरा पारदर्शी और विश्वसनीय बताया। पहली बार वोट करने वाले युवा मतदाता विशेष रूप से उत्साहित हैं और हैंड्स-ऑन अनुभव प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने भी बताया कि मतदान दिवस पर अब उन्हें किसी भी कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ेगा और वे आत्मविश्वास के साथ अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। मुजफ्फरपुर जिला प्रशासन द्वारा विशेष गहन पुनरीक्षण 2025 के तहत किये जा रहे प्रयासों से न केवल निर्वाचक सूची के अद्यतन कार्य में गति आई है, बल्कि मतदाताओं में भी लोकतांत्रिक प्रक्रिया के प्रति उत्साह और विश्वास बढ़ा है। EVM–VVPAT प्रशिक्षण एवं जागरूकता कार्यक्रम से नये मतदाताओं में आत्मविश्वास का संचार हो रहा है और आम मतदाताओं को मतदान प्रक्रिया की बारीकियों से परिचित कराया जा रहा है। जिले में मतदाता जागरूकता एवं सहभागिता बढ़ाने के उद्देश्य से जिला प्रशासन ने SVEEP कार्यक्रम को तेज कर दिया है। जिला पदाधिकारी ने अधिकारियों के साथ बैठक कर 13 सितंबर से 27 सितंबर तक विशेष जागरूकता अभियान चलाने की रूपरेखा तय की है। इसके अंतर्गत आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका, जीविका दीदी, स्कूली छात्र-छात्राएं, एएनएम तथा पंचायत कर्मियों को सक्रिय किया गया है। इस दौरान साइकिल रैली, मोटरसाइकिल रैली, प्रभात फेरी, संध्या चौपाल, ग्रीटिंग कार्ड फॉर वोटिंग, वाद-विवाद प्रतियोगिता, निबंध लेखन, चित्रकला, रंगोली, स्लोगन राइटिंग, शपथ ग्रहण एवं गृह भ्रमण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। जिले में मतदाता जागरूकता को और प्रभावी बनाने के लिए 27 सितंबर के बाद प्रत्येक दिवस के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। जिसमें सोमवार : रैली एवं प्रभात फेरी, मंगलवार : शपथ कार्यक्रम, बुधवार : गृह भ्रमण एवं महिला मतदाताओं को जागरूक करना, शुक्रवार : मेहंदी प्रतियोगिता एवं शनिवार : चौपाल एवं रंगोली कार्यक्रम शामिल है. इन कार्यक्रमों के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु जिला शिक्षा पदाधिकारी, डीपीओ (आईसीडीएस), डीपीएम (जीविका) सहित सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को सक्रिय भूमिका निभाने का निर्देश दिया गया है। जिलाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी आवेदन पत्रों का समयबद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण निष्पादन सुनिश्चित किया जाए। योग्य मतदाताओं को मतदाता सूची में शामिल करने में किसी प्रकार की शिथिलता न बरती जाए। मतदाता जागरूकता अभियान में निर्धारित कार्यक्रमों का शत-प्रतिशत पालन हो और अधिकाधिक जनभागीदारी सुनिश्चित की जाए। प्रत्येक प्रखंड विकास पदाधिकारी समन्वय एवं संपादन की जिम्मेदारी पूरी तत्परता से निभाएँ। मतदाता जागरूकता गतिविधियों से मतदान प्रतिशत में वृद्धि तथा निर्वाचन प्रक्रिया की पारदर्शिता को सुनिश्चित किया जाए। इस अभियान का मूल उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी पात्र मतदाता मताधिकार से वंचित न हो। प्रत्येक मतदाता मतदान प्रक्रिया को व्यावहारिक रूप से समझ सके। निर्वाचन प्रक्रिया की पारदर्शिता एवं विश्वसनीयता को जन-जन तक पहुँचाया जाये। जिले में मतदान प्रतिशत में उल्लेखनीय वृद्धि हो।





