स्वदेशी अपनाओ अभियान के तहत मुजफ्फरपुर में खादी एवं स्थानीय उत्पादों की प्रदर्शनी-सह-बिक्री स्टॉल हुआ शुभारंभ
जिलाधिकारी ने प्रदर्शनी सह बिक्री स्टॉल का किया उद्घाटन, स्थानीय उद्यमियों, स्वयं सहायता समूहों एवं उनके उत्पादों को मिलेगा प्रोत्साहन

ध्रुव कुमार सिंह, मुजफ्फरपुर, बिहार, २८ सितम्बर
जिला प्रशासन एवं उद्योग विभाग के तत्वावधान में आयोजित सेवा पर्व के अवसर पर चलाये जा रहे “स्वदेशी अपनाओ अभियान” के अंतर्गत जिला उद्योग केंद्र, मुजफ्फरपुर द्वारा जिले के तीन प्रमुख एवं आकर्षक पूजा पंडालों- सरैयागंज टावर, हरिसभा चौक और लकड़ीढाही के पास खादी एवं स्थानीय स्तर पर निर्मित उत्पादों की प्रदर्शनी-सह-बिक्री स्टॉल की स्थापना की गई है। इस आयोजन का मूल उद्देश्य न केवल खादी वस्त्र, हस्तशिल्प एवं “एक जिला-एक उत्पाद” योजना अंतर्गत लीची उत्पाद, बैग्स तथा अन्य स्थानीय वस्तुओं को बढ़ावा देना है, बल्कि आम नागरिकों के बीच “वोकल फॉर लोकल” की अवधारणा को सशक्त करना तथा आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में स्थानीय उत्पादों की अहम भूमिका के प्रति जनजागरूकता पैदा करना भी है। प्रदर्शनी-सह-बिक्री स्टॉल में स्थानीय उद्यमियों एवं स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार किये गये उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों को प्रमुखता से प्रदर्शित एवं बिक्री के लिए रखा गया है जो आम लोगों के लिए सस्ती दर पर आसानी से उपलब्ध है। इन स्टॉलों को “आत्मनिर्भर भारत” की परिकल्पना को मूर्त रूप देने वाले अनूठे थीम पर सजाया गया है। प्रदर्शित प्रत्येक वस्तु स्थानीय कला, शिल्प एवं परंपरा की झलक पेश करती है। मुजफ्फरपुर की मिट्टी की खुशबू को अपने भीतर समेटे हुये ये उत्पाद न केवल सौंदर्यबोध उत्पन्न कर रहे हैं बल्कि लोगों में स्थानीयता के प्रति आकर्षण एवं कौतूहल भी जागृत कर रहे हैं। हस्तशिल्प, घरेलू उपयोगी वस्तुएं, पारंपरिक परिधान और नवीन डिज़ाइन वाले बैग्स ने नागरिकों का विशेष ध्यान आकर्षित किया। इस प्रदर्शनी ने न केवल उपभोक्ताओं को विकल्प उपलब्ध कराया, बल्कि स्थानीय उद्यमियों को अपने हुनर का प्रदर्शन करने और बाजार में सीधी भागीदारी का अवसर भी प्रदान किया। ग्राहकों की सहभागिता और स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सभी उत्पादों पर 50 प्रतिशत तक की विशेष छूट की घोषणा की गई है। इस पहल से एक ओर जहां आमजन को गुणवत्तापूर्ण सामग्री रियायती दर पर उपलब्ध हो रही है, वहीं दूसरी ओर स्थानीय उद्यमियों के उत्पादों की बिक्री में भी उत्साहजनक वृद्धि देखी जा रही है। सेवा पर्व को व्यापक स्तर पर सफल बनाने हेतु जिला प्रशासन द्वारा माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। छात्रों के बीच क्विज प्रतियोगिता और वाद-विवाद (डिबेट) प्रतियोगिता का आयोजन कर युवाओं में स्वदेशी अपनाने की भावना और स्थानीय उत्पादों की महत्ता के प्रति जागरूकता फैलायी जा रही है। इससे नई पीढ़ी को भी आत्मनिर्भर भारत के सपने से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। स्थानीय उत्पादों और उद्यमियों को प्रोत्साहन देने के लिए जिला प्रशासन निरंतर प्रयासरत रहा है। इस क्रम में जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने सरैयागंज टावर स्थित प्रदर्शनी-सह-बिक्री केंद्र का फीता काटकर उद्घाटन किया। इसके माध्यम से स्थानीय उद्यमियों और उनके उत्पादों की खपत के लिए स्थानीय बाजार उपलब्ध होगा साथ ही, आम उपभोक्ताओं को भी स्वदेशी उत्पाद कम कीमत पर और बेहतर गुणवत्ता के साथ आसानी से सुलभ हो पाएंगे। यह पहल स्थानीय स्तर पर आर्थिक स्वावलंबन की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगी। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने उद्यमियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की तथा उन्हें अधिक मेहनत, लगन एवं समर्पण से कार्य करने हेतु प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि स्थानीय उद्यमी हमारे जिले की धरोहर हैं। उनके परिश्रम और कौशल से न केवल स्वदेशी उत्पादों की पहचान बन रही है, बल्कि आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका है। जिला प्रशासन उन्हें निरंतर प्रोत्साहित करने और उनके उत्पादों को स्थानीय से वैश्विक बाजार तक पहुंचाने का मार्ग प्रशस्त करने हेतु सतत प्रयत्नशील है। जिलाधिकारी ने महाप्रबंधक, जिला उद्योग केंद्र, मुजफ्फरपुर को निर्देशित किया कि मुख्यमंत्री उद्यमी योजना एवं मुख्यमंत्री लघु उद्यमी योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित किया जाये साथ ही, अधिक से अधिक युवाओं और उद्यमियों को इन योजनाओं से लाभान्वित कराने के लिए ठोस रणनीति अपनाई जाए। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा संचालित योजनाएं युवाओं और उद्यमियों के लिए स्वावलंबन का आधार हैं। अतः आवश्यकता है कि इनका लाभ प्रत्येक पात्र व्यक्ति तक पहुंचाया जाए। सेवा पर्व के अंतर्गत आयोजित यह स्वदेशी अपनाओ अभियान केवल एक प्रदर्शनी नहीं, बल्कि “आत्मनिर्भर भारत” के विचार को व्यवहार में उतारने की दिशा में उठाया गया सशक्त कदम है। इस आयोजन ने यह संदेश दिया है कि स्थानीय उत्पादों का उपयोग करना केवल आर्थिक दृष्टिकोण से ही नहीं, बल्कि संस्कृति, परंपरा और सामाजिक स्वाभिमान को संरक्षित रखने का भी माध्यम है। मुजफ्फरपुर जिले में आयोजित स्वदेशी अपनाओ अभियान के अंतर्गत प्रदर्शनी-सह-बिक्री स्टॉलों ने स्थानीय उत्पादों के महत्व को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य किया है।





