मुजफ्फरपुर में 58904.78 लाख की लागत से गंडक नदी पर बनेगा भव्य उच्च स्तरीय पुल, कैबिनेट की मिली प्रशासनिक स्वीकृति, गंडक पर पुल से खुलेगा विकास का नया अध्याय, मुजफ्फरपुर बनेगा प्रगति का केंद्र

ध्रुव कुमार सिंह, मुजफ्फरपुर, बिहार, ०३ सितम्बर
मुजफ्फरपुर जिले में आधारभूत संरचनाओं के विकास की दिशा में सरकार लगातार महत्वपूर्ण कदम उठा रही है। सड़कों और पुल-पुलियों के निर्माण से लेकर समाज के कमजोर वर्ग के बच्चों के लिए आवासीय विद्यालय और छात्रावास के निर्माण तक, जिले में विकास की रफ्तार अब पहले से कहीं अधिक तेज हो गई है। इसी क्रम में गंडक नदी पर एक बृहद पुल निर्माण की स्वीकृति से जिलेवासियों के लिए नई सौगात जुड़ गई है। जिलाधिकारी सुब्रत कुमार नें नें बताया की कैबिनेट द्वारा मुजफ्फरपुर जिले के पारू प्रखंड के फतेहाबाद से सरैया प्रखंड स्थित चंचलिया तक उच्च स्तरीय पीएससी बॉक्स सेल सुपर स्ट्रक्चर मुख्य पुल के निर्माण हेतु 58904.78 लाख रुपये की प्रशासनिक स्वीकृति दी गई है। यह परियोजना न केवल मुजफ्फरपुर जिले के लिए बल्कि पूरे उत्तर बिहार क्षेत्र के लिए मील का पत्थर साबित होगा। पुल की लंबाई 2280 मीटर और चौड़ाई 15.55 मीटर (तीन लेन) होगी, जबकि पहुंच पथ की लंबाई 2200 मीटर है। इस भव्य पुल से आने वाले समय में जिले की सामाजिक और आर्थिक संरचना में व्यापक बदलाव देखने को मिलेगा। वर्तमान में पारू प्रखंड के फतेहाबाद से सारण जिले के तरैया जाने के लिए लोगों को रेवा घाट पुल होकर लगभग 49 किलोमीटर की यात्रा करनी पड़ती है। पुल बन जाने के बाद यह दूरी मात्र 10 किलोमीटर रह जाएगी। यानी आमजन का 39 किलोमीटर का अतिरिक्त सफर समाप्त हो जाएगा। इससे समय और ईंधन दोनों की बचत होगी और आवागमन सुगम तथा सुरक्षित बनेगा। इस पुल के निर्माण से मुजफ्फरपुर जिले का पारू और सरैया प्रखंड सीधे सारण जिले के तरैया प्रखंड से जुड़ जाएगा। फलस्वरूप जिले के लोगों की पहुंच सिवान और सारण तक आसान हो जाएगी। व्यापार, कृषि और अन्य गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। किसान अपने उत्पाद को आसानी से बड़े बाजारों तक पहुंचा सकेंगे, वहीं व्यापारियों के लिए माल की ढुलाई और वितरण में सुगमता होगी। गंडक नदी पर यह पुल केवल एक भौगोलिक संपर्क का साधन नहीं होगा, बल्कि यह जिले के आर्थिक विकास का भी आधार बनेगा। जिले के लोगों को रोजगार और स्वरोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे। परिवहन और पर्यटन की संभावनाओं को बल मिलेगा। इसके साथ ही स्थानीय उद्योग-धंधों को भी नई गति मिलेगी। जिले में केवल पुल और सड़कों के निर्माण तक ही विकास कार्य सीमित नहीं है। सरकार और जिला प्रशासन समाज के कमजोर वर्ग के बच्चों के लिए आवासीय विद्यालय और छात्रावास के निर्माण कार्य को भी तेजी से आगे बढ़ा रही है। इससे शिक्षा के क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव आएगा। ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और बेहतर रहने की सुविधा उपलब्ध होगी। उल्लेखनीय है कि हाल ही में मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा के दौरान जिले के लिए कई विकास योजनाओं की घोषणा की गई थी। इन योजनाओं का शिलान्यास मुख्यमंत्री जी के कर-कमलों द्वारा किया जा चुका है। इससे यह स्पष्ट है कि सरकार जिले में आधारभूत संरचनाओं की मजबूत नींव डालने और विकास की धारा को और तेज करने के लिए प्रतिबद्ध है। पुल, सड़क, विद्यालय और छात्रावास जैसी परियोजनायें जिले के विकास को नई दिशा देंगी। आमजन के जीवन स्तर में सुधार आएगा। शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और परिवहन के क्षेत्र में जिले की स्थिति और मजबूत होगी। जिला जनसम्पर्क अधिकारी प्रमोद कुमार नें बताया की जिला प्रशासन की प्रतिबद्धता और सरकार की दूरदर्शी नीतियां मिलकर मुजफ्फरपुर को विकास के नये पथ पर आगे बढ़ा रही हैं। गंडक नदी पर बनने वाला यह पुल न केवल दो प्रखंडों को जोड़ने का कार्य करेगा, बल्कि यह पूरे उत्तर बिहार के लिए प्रगति का सेतु बन बन जायेगा तथा जिला के विकास की दिशा मे मील का पत्थर साबित होगा।