जिलाधिकारी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक ने विधि व्यवस्था एवं जिला शांति समिति की बैठक की, दुर्गा पूजा पर सुरक्षा, शांति एवं पर्यावरण संरक्षण सर्वोच्च प्राथमिकता
अफवाह फैलानेवाले, सामाजिक सद्भाव भंग करने वाले, सामाजिक तनाव पैदा करने वाले असामाजिक एवं उपद्रवी तत्वों पर होगी कड़ी कार्रवाई

ध्रुव कुमार सिंह, मुजफ्फरपुर, बिहार, २३ सितम्बर
दुर्गा पूजा पर्व को शांतिपूर्ण, सुरक्षित, अनुशासित एवं पर्यावरण अनुकूल तरीके से संपन्न कराने के उद्देश्य से मुजफ्फरपुर समाहरणालय सभागार में जिला पदाधिकारी सुब्रत कुमार सेन एवं वरीय पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार द्वारा विधि व्यवस्था एवं जिला शांति समिति की बैठक आयोजित की गई। इस अवसर पर नगर आयुक्त विक्रम विरकर, पुलिस अधीक्षक (नगर) कोटा किरण कुमार, पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) राजेश कुमार सिंह प्रभाकर, जिला जनसम्पर्क अधिकारी प्रमोद कुमार,


जिला शांति समिति सदस्य उदय शंकर सिंह, विनय पाठक, इरशाद हसन गुड्डू, वशी हक रिजवी, पाले खान, मोतीलाल छापड़िया, शीतल गुप्ता, के.पी. पप्पू सहित कई अधिकारी एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। बैठक में विधि-व्यवस्था के संधारण, पूजा समितियों के समुचित समन्वय, लाइसेंस, ट्रैफिक प्रबंधन, पर्यावरणीय सुरक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं की तत्परता तथा जुलूस, विसर्जन संबंधी दिशा-निर्देशों पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में शांति समिति के सदस्यों से अलग-अलग फीडबैक एवं सुझाव भी प्राप्त किये गये। बैठक में जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि सभी पूजा समितियों को विधिवत लाइसेंस लेना अनिवार्य होगा। लाइसेंस में जुलूस का मार्ग, उसमें शामिल व्यक्तियों की संख्या, समय-सारिणी तथा अन्य शर्तें अंकित रहेंगी। किसी भी समिति द्वारा इन शर्तों का उल्लंघन नहीं किया जाएगा।बिना पुलिस एस्कॉर्ट के कोई भी जुलूस नहीं निकलेगा। आवश्यकता अनुसार जुलूस की ड्रोन से मॉनिटरिंग की जाएगी। असामाजिक तत्वों एवं हुड़दंगियों पर विशेष निगरानी रखी जाएगी। जुलूस मार्ग पर लूज वायर हटाने हेतु कार्यपालक अभियंता (बिजली) को तत्काल निरीक्षण का निर्देश दिया गया। जिला पदाधिकारी ने सभी पूजा पंडालों में सुरक्षा मानकों का पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए की सभी पंडालों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। “आप कैमरे की निगरानी में हैं” का डिस्प्ले प्रमुख स्थानों पर लगाया जाएगा। बिजली के लूज वायर को पूर्णतः हटाया जाए तथा शॉर्ट सर्किट से बचाव की पुख्ता व्यवस्था की जाए। प्रत्येक पंडाल में अग्निशमन यंत्र की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। पूजा आयोजकों से समन्वय स्थापित कर भीड़ प्रबंधन हेतु बीडीओ/सीओ/एसएचओ को पंडालों का निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया तथा स्वयंसेवकों को आई कार्ड जारी करने एवं बेहतर समन्वय एवं व्यवस्था हेतु अभी से ही पंडालों में पुलिस की तैनाती करने का निर्देश दिया। चूंकि अष्टमी, नवमी एवं विजयादशमी को देवी दर्शन के लिए अचानक काफी भीड़ बढ़ जाती है। इससे किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना की पूर्व जानकारी रहेगी तथा आसानी से निपटा जा सकता है। भीड़-भाड़ और वाहनों की आवाजाही को ध्यान में रखते हुए ट्रैफिक डीएसपी एवं जिला परिवहन पदाधिकारी को विस्तृत ट्रैफिक प्लान तैयार कर जनता के बीच सार्वजनिक करने का निर्देश दिया गया। बैठक में यह भी स्पष्ट किया गया कि किसी भी मेला, झूला, मौत का कुआं, आर्केस्ट्रा या सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन एसडीओ की पूर्व अनुमति के बिना नहीं होगा। आयोजकों को सुरक्षा मानकों का पालन करना अनिवार्य होगा। संबंधित अधिकारियों से प्रमाण पत्र प्राप्त किए बिना कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी जाएगी। जिलाधिकारी ने कहा कि इस बार मूर्ति विसर्जन सीधे नदियों और तालाबों में नहीं किया जाएगा। बैठक में निर्णय लिया गया कि नगर निगम एवं समिति सदस्य संयुक्त रूप से संभावित विसर्जन स्थलों का निरीक्षण करेंगे। चयनित स्थानों पर नगर निगम द्वारा कृत्रिम तालाब का निर्माण किया जाएगा। इससे नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) के गाइडलाइन का अनुपालन सुनिश्चित होगा। प्राकृतिक जलस्रोतों में गाद, रंग एवं रासायनिक पदार्थ न जाने से नदियां स्वच्छ रहेंगी और जलजीवों का जीवन सुरक्षित होगा। दुर्गा पूजा के अवसर पर डीजे बजाने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा । सभी थाना अध्यक्ष को डीजे की जब्ती करने एवं प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि धार्मिक आयोजनों में अत्यधिक शोर, प्रदूषण बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों पर प्रतिकूल असर डालता है। उन्होंने अपील की कि आस्था के इस महान पर्व को अनुशासन, मर्यादा एवं गरिमा के साथ मनाना सभी की जिम्मेदारी है। पूरे जिले में विधि-व्यवस्था संधारण हेतु दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारियों की तैनाती की जाएगी।जिला दंडाधिकारी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक का संयुक्त आदेश जारी किया जाएगा। अफवाह फैलाने वालों एवं सामाजिक सद्भाव भंग करने वाले असामाजिक एवं उपद्रवी तत्वों पर पैनी नजर रखी जाएगी। विशेषकर सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी। दुर्गा पूजा के अवसर पर किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने हेतु सभी स्वास्थ्य केंद्रों को सतर्क रहने का निर्देश दिया गया। PHC/APHC/CHC स्तर पर डॉक्टर एवं पैरामेडिकल स्टाफ को एक्टिव रहने का आदेश।आपातकालीन परिस्थिति हेतु मेडिकल टीम गठित करने का निर्देश। बैठक में उपस्थित समिति सदस्यों ने प्रशासन को आश्वस्त किया कि वे सभी दिशा-निर्देशों का पालन करेंगे और शांति एवं सद्भाव बनाए रखने में सक्रिय सहयोग करेंगे। शांति सद्भाव तथा सरकारी दिशा निर्देश के अनुरूप पूजा का आयोजन करने वाले तथा आदर्श उदाहरण प्रस्तुत करने वाली पूजा समिति को शील्ड देकर सम्मानित किया जाएगा। जिलाधिकारी ने जिलावासियों से शांति, सद्भाव एवं कानून व्यवस्था बनाये रखने में प्रशासन को अपेक्षित सहयोग प्रदान करने की अपील की है।




