EROs/AEROs के साथ जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने की बैठक, निर्वाचक सूची की शुद्धता एवं पारदर्शिता पर दिया जोर
जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को निर्वाचन कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देने एवं पूरी जिम्मेदारी के साथ योगदान देने का दिया निर्देश

ध्रुव कुमार सिंह, मुजफ्फरपुर, बिहार, १७ अगस्त
आगामी विधानसभा निर्वाचन के सफल एवं सुचारू संचालन तथा सुदृढ़ एवं पारदर्शी तैयारी सुनिश्चित करने के निमित्त जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने मुजफ्फरपुर समाहरणालय सभागार में समीक्षा बैठक की। समीक्षा बैठक में नगर आयुक्त विक्रम विरकर, उप-विकास आयुक्त श्रेष्ठ अनुपम, अपर समाहर्ता (विधि-व्यवस्था) सुधीर कुमार सिन्हा, उप-निर्वाचन पदाधिकारी सत्यप्रिय कुमार, जिला जनसम्पर्क अधिकारी प्रमोद कुमार, सभी निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी तथा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े सभी सहायक निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी उपस्थित रहे। बैठक में जिलांतर्गत संचालित विशेष गहन पुनरीक्षण से संबंधित कार्यों की विधानसभावार व्यापक समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को निर्वाचन कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देने एवं पूरी जिम्मेदारी के साथ योगदान देने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने विधानसभावार प्राप्त एन्यूमरेशन फॉर्म से संबंधित दस्तावेज की प्राप्ति एवं अपलोडिंग कार्य की अद्यतन स्थिति पर विस्तृत चर्चा करते हुए कहा कि “दो दिनों के भीतर कम-से-कम 95 प्रतिशत अपलोडिंग का कार्य हर हाल में पूरा किया जाना चाहिए।” इस क्रम में उन्होंने कांटी और मरवन विधानसभा क्षेत्र के ERO/AERO को विशेष सक्रियता दिखाने का निर्देश दिया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि निर्वाचन कार्य में किसी भी प्रकार की ढिलाई या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सभी पदाधिकारी यह सुनिश्चित करें कि निर्धारित समयसीमा के भीतर गुणवत्ता एवं शुद्धता के साथ कार्य पूर्ण हों। जिलाधिकारी श्री सेन ने कहा कि निर्वाचन आयोग का मूल उद्देश्य निर्वाचक सूची की शुद्धता, पारदर्शिता एवं समयबद्धता के साथ पूर्णता सुनिश्चित करना है। इसके लिए BLOs, EROs और AEROs सभी की सक्रिय भागीदारी अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि ऐसे मतदाताओं की अलग सूची विधानसभावार एवं मतदान केंद्रवार तैयार है , जिनका नाम वर्ष 2025 की सूची में सम्मिलित था, परंतु 1 अगस्त 2025 को प्रकाशित प्रारूप सूची में शामिल नहीं है। यह विशेष सूची 18 अगस्त 2025 को जिले के सभी प्रखंड कार्यालयों, नगर निकाय कार्यालयों, पंचायत कार्यालयों एवं मतदान केंद्रों के सूचना पट्ट पर प्रकाशित करना सुनिश्चित करें साथ ही प्रकाशित सूची का संधारण कर प्रमाण-पत्र भी संबंधित पदाधिकारियों द्वारा उपलब्ध कराया जाय। डीएम ने निर्देश दिया कि निर्वाचक सूची के प्रकाशन संबंधी प्रमाण-पत्र प्रखंड विकास पदाधिकारी, कार्यपालक पदाधिकारी, पंचायत सचिव एवं मतदान केंद्र स्तरीय पदाधिकारी द्वारा निर्धारित प्रपत्र में भेजे जायें तथा संधारित किया जाय। प्रकाशन की प्रक्रिया में उपस्थित व्यक्तियों के हस्ताक्षर लिए जाएंगे तथा छायाचित्र संधारित किए जाएंगे। प्रकाशित सूची को जिला की आधिकारिक वेबसाइट पर भी अपलोड करने का आदेश दिया गया है, ताकि आमजन सीधे इसका अवलोकन कर सकें और अधिक पारदर्शिता बनी रहे। विशेष गहन पुनरीक्षण के अंतर्गत प्रखंडों एवं नगर निकायों में आयोजित कैंपों की प्रगति की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि प्रत्येक दावा एवं आपत्ति को नियमानुसार प्राप्त कर एवं स-समय निष्पादित किया जाए। उन्होंने कहा कि किसी भी योग्य मतदाता का नाम त्रुटिवश सूची से वंचित न रहे तथा किसी प्रकार का गलत विलोपन न हो। इसके लिए आयोग के के दिशा निर्देश का दृढ़ता से अनुपालन सुनिश्चित करने को कहा। जिलाधिकारी ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए सेक्टर पदाधिकारियों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। मतदान कार्यों का सुचारु संचालन में उनकी जिम्मेदारी एवं भूमिका महत्वपूर्ण होती है। उन्होंने निर्देश दिया कि विधानसभावार सेक्टर पदाधिकारियों की सूची शीघ्र तैयार कर उपलब्ध कराई जाए। विशेष रूप से मीनापुर, सकरा एवं साहेबगंज विधानसभा क्षेत्रों के संबंधित सेक्टर पदाधिकारियों की लंबित सूची अविलंब प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। बैठक में मतदान केंद्रों की स्थिति की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि “मतदान केंद्रों पर शौचालय, पेयजल, बिजली, रैंप, हेल्प डेस्क एवं अन्य आवश्यक उपस्कर शत-प्रतिशत उपलब्ध होना चाहिए।”उन्होंने लंबित कार्यों को शीघ्र निष्पादित करने का निर्देश दिया तथा चेतावनी दी कि यदि किसी केंद्र पर कमी पाई गई तो संबंधित अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी। निर्वाचन जागरूकता की दिशा में जिलाधिकारी ने EVM डेमोंसट्रेशन वाहन के संचालन की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि इन वाहनों का प्रयोग मतदाताओं को मतदान प्रक्रिया एवं इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) के उपयोग की जानकारी देने में प्रभावी रूप से किया जाए। बैठक में जिलाधिकारी ने स्पष्ट कहा कि निर्वाचन कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही या शिथिलता स्वीकार्य नहीं होगी। सभी पदाधिकारी अपनी जिम्मेदारी पूरी ईमानदारी एवं संवेदनशीलता के साथ निभाएं। प्रत्येक पदाधिकारी का यह कर्तव्य है कि मतदाता सूची त्रुटिहीन, पारदर्शी एवं पूर्ण हो।”