बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर बिहार विश्वविद्यालय में सुरक्षा गार्ड और कर्मचारी के बीच विवाद के बाद कर्मियों नें कराया विश्वविद्यालय बंद

ध्रुव कुमार सिंह, मुजफ्फरपुर, बिहार, १७ जुलाई
बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर बिहार विश्वविद्यालय में निजी कंपनी के तैनात सुरक्षा गार्ड और कर्मचारी के बीच विवाद के बाद विश्वविद्यालय को बंद कर दिया गया। कर्मचारियों ने विरोध स्वरूप कामकाज बंद कर दिया और विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कर्मचारी नेताओं के अनुसार विश्वविद्यालय का एक कर्मचारी अपनी पत्नी की डिग्री के बारे में जानकारी लेने के लिए डिग्री सेक्शन में गया था, लेकिन गार्ड ने उसे रोक दिया और दुर्व्यवहार किया। इसके बाद कर्मचारियों ने विरोध स्वरूप कामकाज बंद कर दिया और विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया। कर्मचारियों के अचानक कामकाज बंद करने से मुजफ्फरपुर सहित विभिन्न जिलों से विश्वविद्यालय आने वाले विद्यार्थियों को काफी परेशानी हुई। दर्जनों की संख्या में विद्यार्थी विभिन्न कार्यों के लिए विश्वविद्यालय आए थे, लेकिन उन्हें निराश होकर वापस लौटना पड़ा। सुरक्षा गार्ड व कर्मचारी के बीच हुए विवाद के कारण कामकाज ठप रहा. कर्मचारियों ने विश्वविद्यालय को बंद कर दिया और अतिथिगृह में जाकर बैठ गये और दिन 

भर कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार किया. शाम तक कोई भी अधिकारी वार्ता के लिए नहीं पहुंचा था. इसके बाद कर्मचारी नारा लगाते हुए विश्वविद्यालय पहुंच गये. उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया. दर्जनों विद्यार्थी शाम तक कामकाज शुरू होने के लिए इंतजार करते रहे. इसके बाद उन्हें निराश होकर वापस लौटना पड़ा. कर्मचारी नेताओं के अनुसार परीक्षा विभाग स्थित डिग्री सेक्शन में जनरल सेक्शन के कर्मचारी प्रभात कुमार ने अपनी पत्नी की डिग्री के संबंध में जानकारी लेने को लेकर प्रवेश करने की कोशिश की. इस दौरान वहां तैनात सुरक्षा गार्ड ने उप-परीक्षा नियंत्रक सह डिग्री सेक्शन की प्रभारी डॉ.रेणुबाला के आदेश का हवाला देते हुए उसे अंदर जानें से रोक दिया. इसके बाद कर्मचारी ने डिग्री संबंधी कार्य होने की बात कहते हुए अंदर जाने की कोशिश की तो सुरक्षा गार्ड ने अभद्र व्यवहार किया. इसी बात को लेकर कहासुनी हुई. कर्मचारी इसके बाद वापस लौट गया. गार्ड ने इसकी शिकायत अपनें अधिकारी से की. इसके बाद उप-कुलसचिव डॉ.धीरेन्द्र कुमार सिंह ‘मधु’ के कार्यालय में गार्ड व कर्मचारी को बुलाया गया. वहीं गार्ड के सुपरवाइजर भी मौके पर पहुंच गये. गार्ड के सुपरवाइजर ने पदाधिकारी के सामने ही कर्मचारी से आपत्तिजनक बात कह दी. इसके बाद कर्मचारी भड़क गये. इसके बाद परीक्षा नियंत्रक डॉ.राम कुमार ने कर्मचारियों से बातचीत की. उन्होंने कहा कि सुरक्षा कार्ड ने दुर्व्यवहार किया है. कुलपति को मामले से अवगत कराएंगे. कर्मचारियों ने कहा कि गार्ड अपना कार्य छोड़कर छात्रों से अवैध तरीके से वसूली में लगे रहते हैं. विश्वविद्यालय प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है. विश्वविद्यालय कर्मचारी संघ के सचिव गौरव ने बताया कि कर्मचारी मान-सम्मान के साथ विश्वविद्यालय में काम करना चाहते हैं. बार-बार कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार करना सही नहीं है. इस बार सुरक्षा गार्ड ने इस प्रकार आपत्तिजनक काम किया है. विश्वविद्यालय कर्मचारी संघ के अध्यक्ष रामकुमार कहा कि इस मुद्दे पर ठोस वार्ता होने तक कर्मचारी कार्य बहिष्कार जारी रखेंगे. आश्चर्यजनक बात यह रही की विश्वविद्यालय के दोपहर में हीं बंद हो जाने के बाद भी अधिकारियों द्वारा विश्वविद्यालय खुलवानें की कोई पहल नहीं की गयी जिसकी वजह से अपनें विभिन्न आवश्यक कार्यों से दूर-दूर से आये विद्यार्थियों को निराश होकर वापस लौटना पड़ा. यह स्थिति विश्वविद्यालय में व्याप्त प्रशासनिक अराजकता को उजागर करता है.




