विश्व बाल श्रम निषेध दिवस पर बाल श्रम एवं बाल दुर्व्यापार रोकथाम हेतु विस्तृत परिचर्चा सह सम्मान समारोह का किया गया आयोजन
पुनौरा थाना बना बाल श्रम मुक्त क्षेत्र, सीतामढ़ी जिला को आगामी 15 अगस्त तक बाल श्रम मुक्त बनाने का लक्ष्य

ध्रुव कुमार सिंह, सीतामढ़ी, बिहार, १२ जून
विश्व बाल श्रम निषेध दिवस के अवसर पर सीतामढ़ी पुलिस की विशेष किशोर पुलिस इकाई, मानव तस्करी निरोध इकाई एवं एसोसिएशन फॉर वॉलंटरी एक्शन ( बचपन बचाओ आंदोलन) के संयुक्त तत्वाधान में बाल श्रम एवं बाल दुर्व्यापार रोकथाम हेतु विस्तृत परिचर्चा सह सम्मान समारोह कार्यक्रम का आयोजन पुलिस केंद्र स्थित आनंद भवन में किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन जिलाधिकारी रिची पाण्डेय, वरीय पुलिस उपाधीक्षक (मुख्यालय) सह नोडल पदाधिकारी विशेष किशोर पुलिस इकाई मो.नजीब अनवर एवं डीएसपी (रक्षित) अनिल कुमार सिंह के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी श्री पाण्डेय के कहा कि बाल श्रम एक बड़ी सामाजिक कुरीति है, बाल श्रम के खिलाफ सीतामढ़ी पुलिस, श्रम संसाधन विभाग एवं एसोसिएशन फॉर वॉलंटरी एक्शन (बचपन बचाओ आंदोलन) के द्वारा सार्थक प्रयास कर त्वरित कारवाई सुनिश्चित की जा रही है। पुनौरा थाना क्षेत्र में बाल श्रम के खिलाफ निरंतर कारवाई के साथ नियोजकों को प्रेरित कर विशेष पहल कर हमलोगो ने बाल श्रम मुक्त घोषित कर दिया है। इसके अतिरिक्त जिला के बथनाहा एवं परसोनी थाना क्षेत्र में भी बाल श्रम के खिलाफ उल्लेखनीय सफलता एवं पूरे इस एक वर्ष में लगभग 135 बच्चों को बाल श्रम से मुक्त संयुक्त प्रयास से करवाने में सफलता मिली है और आगामी 15 अगस्त तक पूरे सीतामढ़ी जिला को बाल श्रम मुक्त जिला बनाने के लक्ष्य के तहत हमसभी कार्य करेंगे। इस अवसर पर वरीय पुलिस उपाधीक्षक (मुख्यालय) ने कहा कि पुनौरा थाना क्षेत्र में विशेष रोको टोको अभियान के तहत निरंतर निगरानी की जाएगी ताकि भविष्य में भी बच्चो से बाल श्रम नहीं करवाया जा सके उन्होंने एक वर्ष का आंकड़ा बताते हुए कहा कि 135 बच्चों को बाल श्रम 17 बच्चों को बाल दुर्व्यपार एवं 34 बंधुआ मजदूरों को पंजाब से मुक्त करवाने में टीम को सफलता मिली है। कार्यक्रम में पुनौरा थाना क्षेत्र के नियोजकों द्वारा दिए गए अंडरटेकिंग को डीएसपी मो नजीब अनवर के द्वारा जिलाधिकारी को सुपुर्द किया गया एवं बाल श्रम मुक्त पुनौरा थाना क्षेत्र से सम्बंधित प्रतीकात्मक पोस्टर प्रदर्शित किया गया। कार्यक्रम में जिलास्तरीय मानव तस्करी निरोध इकाई के शाखा प्रभारी सुशील कुमार सिंह ने टीम के द्वारा किए जा रहे सार्थक प्रयासों से सभी को अवगत कराते हुए सामूहिक प्रयास पर बल दिया। पुनौरा थानाध्यक्ष आलोक कुमार ने बाल श्रम मुक्त थाना क्षेत्र की परिकल्पना साकार करने में किए गए सार्थक प्रयास से सभी को अवगत करवाया. वही पुपरी थाना की अपर थानाध्यक्ष रश्मि कुमारी ने केस स्टडी के माध्यम से कपूरथला पंजाब में फंसे बंधुआ मजदूरी की आपबीती बताकर पीड़ितो के हित में मानवता और दया के साथ कार्य करने के लिए उपस्थित प्रतिभागियों को प्रेरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कार्यक्रम का संचालन एसोसिएशन फॉर वॉलंटरी एक्शन (बचपन बचाओ आंदोलन) के प्रतिनिधि मुकुंद कुमार चौधरी ने किया। कार्यक्रम में बाल संरक्षण के क्षेत्र में उत्कृट कार्य करने हेतु डीएम रिची पाण्डेय एवं डीएसपी मो.नजीब अनवर के द्वारा पुलिस निरीक्षक सुशील कुमार सिंह, पुपरी थानाध्यक्ष चंद्र भूषण सिंह, अपर थानाध्यक्ष रश्मि कुमारी, बेलसंड थानाध्यक्ष नवलेश कुमार आजाद, सोनबरसा थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार कुशवाहा , नगर थानाध्यक्ष विनय प्रताप सिंह, पुनौरा थानाध्यक्ष आलोक कुमार यादव, परसौनी थानाध्यक्ष ओम पुकार प्रिय, पुलिस अवर निरीक्षक जितेंद्र कुमार सुमन, बेला थाना के अपर थानाध्यक्ष पंकज कुमार, पुलिस अवर निरीक्षक प्रियंका कुमारी, मेजरगंज थानाध्यक्ष ललित कुमार, पुलिस अवर निरीक्षक शिव चंद्र यादव, परिहार थानाध्यक्ष राज कुमार गौतम, पुलिस अवर निरीक्षक, अनुप्रिया कुमारी, रीगा थाना की पुलिस अवर निरीक्षक रिया कुमारी, बथनाहा थाना के पुलिस अवर निरीक्षक आत्मानंद कुमार, रुन्नीसैदपुर थाना के पुलिस अवर निरीक्षक अमृत पाल, मेहसौल थाना के सहायक अवर निरीक्षक संतोष कुमार, सिपाही राहुल कुमार सहित कुल 20 पुलिस पदाधिकारी को प्रशस्तिपत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का अंत आगामी 15 अगस्त तक बाल श्रम मुक्त सीतामढ़ी जिला की परिकल्पना को साकार करने के संकल्प के साथ किया गया। कार्यक्रम में सर्किल इंस्पेक्टर परशुराम सिंह , एपीओ शिव शंकर ठाकुर समेत जिला के सभी बाल कल्याण पुलिस पदाधिकारी शामिल रहे।