राज्यपाल-सह- कुलाधिपति ने राजभवन में बिहार के विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के साथ बैठक की और दिये महत्वपूर्ण निदेश
विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय सरस्वती के मंदिर हैं और इनकी पवित्रता बनी रहनी चाहिए- आरिफ मोहम्मद खां, राज्यपाल-सह-कुलाधिपति

ध्रुव कुमार सिंह, पटना, बिहार, १८ जून
राज्यपाल-सह-कुलाधिपति आरिफ मोहम्मद खां ने राजभवन में बिहार के विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के साथ बैठक की और महत्वपूर्ण निदेश दिये। राज्यपाल की अध्यक्षता में आहूत बैठक में शिक्षा मंत्री सुनील कुमार, शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ.एस.सिद्धार्थ, राज्यपाल के प्रधान सचिव रॉबर्ट एल. चोंग्यू, शिक्षा सचिव अजय यादव, शिक्षा विभाग के सलाहकार वैद्यनाथ यादव, निदेशक, उच्च शिक्षा प्रो.एन.के. अग्रवाल, बिहार के विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपतिगण, राज्यपाल सचिवालय के पदाधिकारीगण उपस्थित थे। बैठक में राज्यपाल ने एक कमिटी के गठन का निदेश दिया जिसके समक्ष सभी कुलपति अपने-अपने विश्वविद्यालय की समस्याओं एवं उनके निदान से संबंधित सुझावों को रखेंगे ताकि समस्याओं की विस्तृत जानकारी प्राप्त कर उनका निराकरण किया जा सके। सभी कुलपतियों को शिक्षकों की आवश्यकताओं के संबंध में समेकित अधियाचना भेजने को कहा गया ताकि आवश्यकतानुसार नियमित/अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति की जा सके ।
बैठक में शिक्षा विभाग के सलाहकार ने पावर प्वाइंट प्रेजेन्टेशन के माध्यम से बिहार हायर एजुकेशन सिस्टम की स्थिति की विस्तृत जानकारी दी। बैठक में समर्थ पोर्टल से संबंधित चर्चा भी हुई तथा बताया गया कि सभी विश्वविद्यालयों को प्रशिक्षित आई.टी स्टाफ उपलब्ध कराये जायेंगे। स्नातक एवं स्नातकोत्तर के परीक्षा कैलेण्डर का अनुपालन, विद्यार्थियों की उपस्थिति आदि की भी समीक्षा की गई और महत्वपूर्ण निदेश दिये गये।
राज्यपाल ने विश्वविद्यालयों के छात्रावासों को वहाँ अवैध रूप से रह रहे छात्रों और असामाजिक तत्वों से मुक्त कराने को कहा। इसके लिए उन्होंने प्रशासन की मदद लेने को कहा। राज्यपाल ने कहा कि सिर्फ पुस्तकीय ज्ञान से बच्चों का चरित्र निर्माण नहीं हो सकता है। बच्चों के लिए शिक्षक सबसे बड़े आदर्श होते हैं, अत: उन्हें अपने जीवन, चरित्र एवं व्यवहार से विद्यार्थियों के समक्ष एक आदर्श स्थापित करना होगा। विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय सरस्वती के मंदिर हैं और इनकी पवित्रता बनी रहनी चाहिए। कुलपति का पद काफी गरिमापूर्ण होता है और उनपर भविष्य के निर्माण की जिम्मेदारी होती है। राज्यपाल ने सामूहिक प्रयत्न से बिहार के शैक्षणिक वातावरण को बेहतर बनाने को कहा।
