बिहार सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री के द्वारा ग्रामीण विकास विभाग से संबंधित विभिन्न योजनाओं की हुई गहन समीक्षा
सरकार की प्राथमिकता है कि अंतिम व्यक्ति तक विकास का लाभ पहुंचे, किसी भी स्तर पर लापरवाही या ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी- श्रवण कुमार, ग्रामीण विकास मंत्री

ध्रुव कुमार सिंह, सीतामढ़ी, बिहार, १९ जून
बिहार सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार के द्वारा ग्रामीण विकास विभाग से संबंधित जिले में संचालित विभिन्न योजनाओं की गहन समीक्षा की गई। सीतामढ़ी समाहरणालय स्थित विमर्श सभागार में आयोजित इस समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी रिची पांडेय के साथ सभी बीडीओ, पीओ, डीपीएम जीविका के साथ अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे। ग्रामीण विकास मंत्री ने विशेष रूप से प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण), मनरेगा, इंदिरा आवास योजना, लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान तथा जल-जीवन-हरियाली, जीविका योजना की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को योजनाओं के क्रियान्वयन में गति लाने और लाभुकों तक समयबद्ध तरीके से योजनाओं का लाभ पहुंचाने का निर्देश दिया। श्री कुमार ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता है कि अंतिम व्यक्ति तक विकास का लाभ पहुंचे। किसी भी स्तर पर लापरवाही या ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट कहा कि वैसे लाभुक जिन्होंने आवास पूर्ण कर लिया है, लेकिन उनको राशि का भुगतान नहीं हुआ है, उन्हें एक सप्ताह के अंदर भुगतान करना सुनिश्चित करें। सभी अपूर्ण आवासों को शीघ्र पूर्ण करें और निर्देश दिया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 एवं 2025-26 में आवास निर्माण का जो लक्ष्य निर्धारित है 61135 उसके विरुद्ध आवास निर्माण के तेजी लाएं। बताया गया कि 61135 के विरुद्ध 9845 आवास पूर्ण है। इसमें तेजी लाने का निर्देश दिया गया। स्वच्छता की समीक्षा के क्रम में निर्देश दिया गया कि डोर टू डोर कचड़ा उठाव करवाना सुनिश्चित करें। शेष बचे डब्ल्यूपीयू का निर्माण शीघ्र करें। बताया गया कि अभी तक 209 ग्राम पंचायतों में निर्माण हो चुका है, 08 पंचायतों में कार्य जारी है। मनरेगा की समीक्षा के क्रम में निर्देश दिया गया कि अधिक से अधिक लोगों को नियमानुसार रोजगार दें और उन्हें काम दिया जाए। उनके द्वारा मनरेगा के द्वारा निर्माण किए जा रहे खेल मैदान की भी समीक्षा की गई। बैठक में इसके अतिरिक्त जीविका, जल जीवन हरियाली, वृक्षारोपण इत्यादि की भी समीक्षा की गई। विभिन्न बिंदुओं पर समीक्षा के क्रम में मंत्री द्वारा आवश्यक निर्देश दिए गए। आवास योजना पर बताया कि आवास योजना में किसी भी गरीब, दलित आदिवासी परिवार का नाम नहीं छूटना है। उन्होंने आगे बताया कि जीविका अंतर्गत योजना का छोटे-छोटे क्लस्टर बनाकर जीविका से जुड़े कार्य प्रमोट करना चाहिए जिससे लोगों को रोजगार के अवसर मिल सके। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सभी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने की दिशा में सभी पदाधिकारी पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य करें।