उप-मुख्यमंत्री द्वारा मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा के दौरान की गई घोषणाओं से संबंधित योजनाओं की प्रगति की समीक्षा कर दिया गया आवश्यक निर्देश

ध्रुव कुमार सिंह, मुजफ्फरपुर, बिहार, २१ मई
05 जनवरी 2025 को मुजफ्फरपुर की प्रगति यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री बिहार द्वारा जिला के चौमुखी विकास की गति को तेज करने हेतु कई वृहत परियोजनाओं के रूप में सड़कों एवं पुल-पुलिया के निर्माण की घोषणा की गई। इन घोषणाओं से संबंधित योजनाओं की प्रगति की नियमित समीक्षा एवं आवश्यकतानुसार स्थलीय निरीक्षण कर जिला पदाधिकारी सुब्रत कुमार सेन द्वारा लगातार फॉलोअप कर तेजी लाया गया है ताकि आम लोगों के आवागमन को न केवल सुगम एवं सुरक्षित बनाया जा सके बल्कि जाम की समस्या से लोगों को निजात मिले। इस परिप्रेक्ष्य में उप-मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी द्वारा मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा के दौरान की गई घोषणाओं से संबंधित योजनाओं की प्रगति की समीक्षा पटना से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की गई तथा आवश्यक निर्देश दिया गया। जिला के लिए बहुप्रतीक्षित एवं बहुपयोगी चंदवारा पुल का फेज वन एवं फेज टू के लिए काम तेज गति से जारी है। बैठक में फेज वन का काम 15 अगस्त तक पूरा करने का निर्देश दिया गया ताकि लोगों के आने-जाने की सुविधा जल्द बहाल की जा सके। फेज वन में भू-अर्जन से संबंधित कार्यों का निष्पादन भी कर लिया गया है। फेज टू के तहत तकनीकी बीड हो गया है तथा वित्तीय बीड प्रक्रियाधीन है। निविदा हो चुका है। उल्लेखनीय है कि 120.93 करोड़ की लागत से चंदवारा पुल का निर्माण बिहार राज्य पुल निर्माण निगम मुजफ्फरपुर द्वारा किया जा रहा है। इसकी प्रशासनिक स्वीकृति 5 फरवरी 2025 को मिली है। गोबरसही एवं रामदयालु में रेलवे क्रॉसिंग पर आरओबी का निर्माण तथा मधौल-रामदयालु पथ के चौड़ीकरण के कार्य की भी घोषणा मुख्यमंत्री द्वारा की गई, जिसकी विभागीय स्वीकृति 5 फरवरी 2025 को दिया गया। गोबरसही आरओबी लेवल क्रासिंग 4ए की लागत 167.682 करोड़ है जबकि रामदयालुनगर आरओबी लेवल क्रासिंग 7 स्पेशल की लागत 248 करोड़ है। इस संबंध में वरीय परियोजना अभियंता बिहार राज्य पुल निर्माण निगम मुजफ्फरपुर द्वारा जानकारी दी गई कि टेंडर फाइनल हो गया है तथा संवेदक का चयन कर लिया गया है। जून के प्रथम सप्ताह में कार्य प्रारंभ हो जाएगा। ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा 30.02 करोड़ की लागत से सबहा चौक से मरीचा तक रोड का निर्माण किया जाना है। इसके लिए कार्यादेश जारी किया जा चुका है। एकरारनामा की कार्रवाई के उपरांत कार्य प्रारंभ हो जायेगा। चांदनी चौक से बखरी रोड बाईपास सड़क का चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण का कार्य 89.77 13 करोड़ की लागत से पथ निर्माण विभाग कार्य प्रमंडल वन द्वारा किया जाना है। इसके लिए तकनीकी निविदा प्रक्रियाधीन है। इस सड़क की विभागीय स्वीकृति 5 फरवरी 2025 को दी गई है। चांदनी चौक से भगवानपुर चौक तक पुल सहित सड़क चौड़ीकरण कार्य की लागत 44.7617 करोड़ की है। इसका निर्माण बिहार राज्य पुल निर्माण निगम मुजफ्फरपुर द्वारा किया जाना है। इस संबंध में वरीय परियोजना अभियंता ने बताया कि इस कार्य के लिए टेंडर हो गया है। 27.28 करोड़ की लागत से गायघाट प्रखंड के भटगामा से मधुरपट्टी घाट पर पुल का निर्माण ग्रामीण कार्य विभाग कार्य प्रमंडल पूर्वी दो के द्वारा किया जाना है। इसके लिए निविदा की प्रक्रिया चल रही है। 5.92 करोड़ की लागत से औराई प्रखंड के घनश्यामपुर पंचायत अंतर्गत तकिया टोला एवं मथुरापुर पंचायत के सुंदर खोली में तीन पुलों का निर्माण कार्य ग्रामीण कार्य विभाग, कार्य प्रमंडल 2 के द्वारा किया जाना है। इस पुल का निर्माण कार्य प्रगति पर है। 11.61 करोड़ की लागत से बंदरा प्रखंड अंतर्गत बड़गांव से शंकरपुर तक सड़क का निर्माण कार्य ग्रामीण कार्य विभाग, कार्य प्रमंडल पूर्वी वन के द्वारा किया जाना है। इसके लिए वर्क आर्डर जारी किया जा चुका है। एकरारनामा की कार्रवाई के उपरांत कार्य शुरू हो जाएगा। मुजफ्फरपुर के पूर्वी भाग में रिंग रोड का निर्माण भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण परियोजना, कार्यान्वयन इकाई, दरभंगा द्वारा किया जाना है। इसके लिए डीपीआर की स्वीकृति हेतु एनएचएआई को भेजा गया है। उक्त परियोजनाओं के अतिरिक्त कांटी से रघई घाट चौक तक 35.18 करोड़ की लागत से 7.70 किलोमीटर के सड़क का निर्माण कार्य पथ निर्माण विभाग, कार्य प्रमंडल वन द्वारा किया जाना है। इसके लिए निविदा के उपरांत कार्यादेश निर्गत कर दिया गया है। रघई घाट चौक से नरवारा तक 9.375 किलोमीटर के सड़क का निर्माण 49.33 करोड़ की लागत से पथ निर्माण विभाग कार्य मंडल टू के द्वारा किया जाना है। इसके लिए तकनीकी बीड की प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है तथा वित्तीय बीड की प्रक्रिया जारी है। उक्त सड़क के बन जाने से मुजफ्फरपुर जिला के लोगों को शिवहर एवं सीतामढ़ी जाना आसान हो जाएगा। यह सड़क फोरलेन (एनएच 28 दरभंगा, गोपालगंज, मोतिहारी आदि) को एक महत्वपूर्ण वैकल्पिक मार्ग प्रदान करेगा।