पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले और हत्या की निंदा, प्रतिशोध और देश के समर्थन में बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के कुलपति के नेतृत्व में श्रद्धांजलि सभा और कैंडल मार्च आयोजित

ध्रुव कुमार सिंह, मुजफ्फरपुर, बिहार, २६ अप्रैल
22 अप्रैल को पहलगाम में पर्यटकों पर हुए क्रूर आतंकवादी हमले के विरोध में बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.दिनेश चंद्र रॉय के नेतृत्व में विश्वविद्यालय के कर्मचारियों, शिक्षकों, छात्रों, अधिकारियों और विभागाध्यक्षों ने श्रद्धांजलि सभा की और विश्वविद्यालय परिसर से लंगट सिंह महाविद्यालय तक कैंडल मार्च निकाला। इस अवसर पर कुलपति डॉ.राय नें कहा की पहलगाम में पर्यटकों पर हुए क्रूर आतंकवादी हमले में 28 लोगों की मौत हो गई और लगभग 20 लोग घायल हो गए। मृतकों की संख्या और बढ़ने की आशंका है। हम इस हमले की कड़ी निंदा करते हैं और पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं। हम आतंकवादियों की गिरफ्तारी और कड़ी से कड़ी सज़ा की मांग करते हैं। उन्होंने कहा की जम्मू-कश्मीर में भारी सैन्यीकरण के बावजूद पर्यटकों को इस तरह निशाना बनाकर उनकी हत्या करना हाल के इतिहास में अभूतपूर्व है। लोकप्रिय पर्यटन स्थल पहलगाम के पास हुई अप्रिय घटना भारत में मानवता और शांति की धरती पर सीधा प्रहार है. इस घटना से देश की सुरक्षा व्यवस्था और शांतिपूर्ण जीवन प्रभावित हुआ। बिहार राज्य विश्वविद्यालय कर्मचारी महासंघ के महासचिव सह राष्ट्रीय संयुक्त सचिव राघवेंद्र प्रताप सिंह नें कहा की यह पाकिस्तानी सैनिकों की साजिश थी जो उनकी गन्दी मानसिकता को उजागर करती है। सांप्रदायिक तनाव पैदा करने के लिए पर्यटकों को निशाना बनाया गया। आतंकवाद और आतंकवादियों को दफनाने की जरूरत है। पूरा देश सरकार के साथ है। कश्मीर और पूरे देश की जनता ने इस बर्बर हमले की निंदा की है। हम अपील करते हैं कि इस घटना का राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिशों को बंद करें और एकजुट रहें। बिहार विश्वविद्यालय परिवार आतंकवाद के खिलाफ खड़ा है। शोकाकुल परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करनें वालों में कुलसचिव डॉ.संजय कुमार, कुलानुशासक डॉ.बी.एस राय, सीसीडीसी डॉ.मधु सिंह, प्राचार्य डॉ.नलिन विलोचन एवं डॉ.ममता रानी, उप-कुलसचिव डॉ.धीरेन्द्र कुमार सिंह ‘मधु’, डॉ.मनोज कुमार, डॉ.विनोद बैठा, विश्वविद्यालय कर्मचारी संघ के गौरव, संजीव कुमार सिंह, विकास मिश्रा, रंजन कुमार, विजय प्रताप सिंह, आनंद कृष्ण, दीपेन्द्र भारद्वाज, तौसिफ हुसैन, सुरेश राय, उमाशंकर, कुंदन कुमार, प्रिंस पाण्डेय, रघुवंश मणि, इग्नौ के डॉ.अमितेश रंजन सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं शामिल थें.