ग्रामीण क्षेत्रों में सरकार द्वारा संचालित महत्वपूर्ण एवं जनोपयोगी योजनाओं की ग्राउंड रियलिटी का जायजा लेने तथा आम व्यक्ति से फीडबैक प्राप्त करने के निमित्त जिलाधिकारी ने मीनापुर का किया भ्रमण

ध्रुव कुमार सिंह, मुजफ्फरपुर, बिहार, १७ अप्रैल
ग्रामीण क्षेत्रों में सरकार द्वारा संचालित अत्यंत महत्वपूर्ण एवं जनोपयोगी योजनाओं की ग्राउंड रियलिटी का जायजा लेने तथा आम व्यक्ति से फीडबैक प्राप्त कर सरकारी प्रावधान के अनुरूप जिले में विकास एवं कल्याण की योजनाओं का जवाबदेही से अनुपालन सुनिश्चित कराने के निमित्त जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने मीनापुर का भ्रमण किया। जिलाधिकारी के साथ डीआरडीए निदेशक संजय कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी पूर्वी अमित कुमार, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी सहित कई अन्य अधिकारी मौजूद थे। जिलाधिकारी ने विद्यालयों में पठन-पाठन, अस्पतालों में रोगियों का इलाज, पंचायतों में नल जल तथा चापाकलों की स्थिति तथा सरकार की कई अन्य महत्वपूर्ण योजनाओं की प्रगति की समीक्षा कर अविलंब सुधार लाने का सख्त निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने प्रखंड एवं अंचल कार्यालय मीनापुर का निरीक्षण किया। इस क्रम में अंचल कार्यालय की रोकड़ पंजी के संधारण की जांच की। अंचल कार्यालय में अप्रैल 2024 के बाद से रोकड़ पंजी का अद्यतीकरण एवं संधारण नहीं किया गया था। जिलाधिकारी ने वित्तीय अनुशासन तथा वित्तीय नियंत्रण बनाये रखने हेतु मीनापुर अंचलाधिकारी एवं नाजीर का वेतन बंद करने तथा स्पष्टीकरण करने का निर्देश दिया। उन्हें 30 अप्रैल तक रोकड़ा पंजी को अद्यतन कर लेने का सख्त निर्देश दिया अन्यथा दोनों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। उल्लेखनीय है कि भूमि सुधार संबंधी जनहित के कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए जिला पदाधिकारी द्वारा दाखिल खारिज, परिमार्जन प्लस , अभियान बसेरा की नियमित रूप से साप्ताहिक समीक्षा कर जनता के कार्यों का मिशन मोड में निष्पादन किया जा रहा है। किंतु मीनापुर अंचल कार्यालय के निरीक्षण के क्रम में इन मामलों से संबंधित आवेदन लंबित पाए गए जिसे गंभीरता से लेते हुए इस मामले में भी अंचलाधिकारी, राजस्व अधिकारी एवं संबंधित कर्मचारी से स्पष्टीकरण करते हुए अगले आदेश तक वेतन बंद किया गया है। साथ ही मौके पर मौजूद अनुमंडल पदाधिकारी पूर्वी को लंबित आवेदन के आलोक में प्रतिदिन के हिसाब से अर्थदंड अधिरोपित करने का सख्त निर्देश दिया। इतना ही नहीं, राजस्व कर्मचारी, पिपराहा सह असली पानापुर के लॉगिन की जांच में दाखिल खारिज, परिमार्जन प्लस के कई आवेदन लंबित पाए गए। जनहित के सर्वोच्च प्राथमिकता के कार्य के प्रति घोर लापरवाही मानते हुए जिलाधिकारी ने श्री गोविंद कुमार राजस्व कर्मचारी को निलंबित करने का निर्देश अपर समाहर्ता राजस्व को दिया। निरीक्षण के दौरान अंचल कार्यालय में मौजूद लोगों से भी जिलाधिकारी ने आवश्यक फीडबैक प्राप्त किया। उन्होंने अंचलाधिकारी एवं राजस्व कर्मचारी को प्रखंड मुख्यालय में रहने तथा नियमित रूप से सरकारी कार्यों का जवाबदेही से निष्पादन करने का निर्देश दिया। अंचल मुख्यालय में दोनों अधिकारियों की उपस्थिति सुनिश्चित करने तथा रिपोर्ट देने का निर्देश अनुमंडल पदाधिकारी पूर्वी को दिया। प्रखंड कार्यालय मीनापुर के निरीक्षण के दौरान प्रखंड समन्वयक, लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान अनुपस्थित पाए गए। फलस्वरूप प्रखंड समन्वयक से स्पष्टीकरण करते हुए वेतन बंद करने का निर्देश डीडीसी को दिया गया। जिलाधिकारी ने सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन एवं प्रगति की समीक्षा बैठक प्रखंड कार्यालय में प्रखंड स्तरीय अधिकारियों के साथ की। बैठक में पंचायत सरकार भवन, पंचायतों में नल जल एवं चापाकलों की स्थिति, अनुरक्षक का भुगतान, सोलर स्ट्रीट लाइट की क्रियाशीलता सहित अन्य विभाग की योजनाओं की समीक्षा कर प्रगति लाने का निर्देश दिया। जिला पदाधिकारी द्वारा राजकीय मध्य विद्यालय बखरी तथा राजकीयकृत धनराज उच्चतर माध्यमिक विद्यालय टेंगरारी का निरीक्षण किया गया। उन्होंने विद्यालय में बच्चों के लिए न केवल पठन पाठन बल्कि विद्यालय में उनके लिए उपलब्ध सुविधाओं पेयजल, पंखा, बैठने की व्यवस्था, वर्ग कक्ष, साफ-सफाई, बच्चों एवं शिक्षकों की उपस्थिति आदि का निरीक्षण किया। इसके अतिरिक्त विद्यालय परिसर में मनरेगा द्वारा निर्माणाधीन खेल के मैदान का भी निरीक्षण किया गया । बच्चों में खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने हेतु खेल के मैदान का निर्माण विद्यालय परिसर में जारी है। इस मैदान में बच्चों के लिए बास्केटबॉल, बैडमिंटन, वॉलीबॉल, रनिंग ट्रेक आदि की सुविधा उपलब्ध होगी। निरीक्षण के क्रम में पाया गया कि खेल के मैदान का निर्माण ग्रामीण विकास विभाग द्वारा निर्धारित मानक एवं प्राक्कलन के अनुरूप नहीं किए गए हैं। कार्य की गुणवत्ता को बनाए रखने तथा सरकारी मानदंड का अनुपालन सुनिश्चित कराने के निमित्त जिलाधिकारी ने कार्यक्रम पदाधिकारी मनरेगा, डीपीओ मनरेगा, कनीय अभियंता मनरेगा तथा पंचायत रोजगार सेवक से स्पष्टीकरण करने का निर्देश डीडीसी को दिया। उन्होंने गर्मी के मौसम को देखते हुए बच्चों के लिए विद्यालय में निर्वाध पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए पीएचइडी के कार्यपालक अभियंता मोतीपुर को चापाकल एवं नलों की मरम्मती कर सुचारु व्यवस्था रखने का निर्देश दिया। निरीक्षण के दौरान चापाकल खराब पाये गये जिसे गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी ने पीएचईडी मोतीपुर के कार्यपालक अभियंता से स्पष्टीकरण करने का निर्देश दिया। विद्यालय में वर्ग एक से आठवां तक कक्षा का संचालन होता है। राजकीय मध्य विद्यालय बखरी में 15 शिक्षक कार्यरत हैं तथा 400 बच्चे नामांकित हैं। बच्चों की उपस्थिति को देखते हुए जिलाधिकारी ने अतिरिक्त वर्ग कक्ष तथा चहारदीवारी का निर्माण करने हेतु जिला शिक्षा पदाधिकारी को प्रस्ताव देने तथा विभाग को भेजने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने चमकी बुखार की रोकथाम एवं सुरक्षा हेतु विद्यालयों के चेतना सत्र में बच्चों को एईएस/जेई के बारे में नियमित रूप से अवगत कराने का कार्य जारी रखने का निर्देश दिया। साथ ही अभिभावकों को भी इस संबंध में जागरुक एवं प्रेरित करने को कहा। जिलाधिकारी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मीनापुर का भी निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने एईएस वार्ड, पुरुष वार्ड महिला वार्ड, दवा वितरण केंद्र आदि का निरीक्षण किया। एईएस वार्ड संचालित पाया गया जिसमें आवश्यक दवा, बेड, उपकरण आदि सरकारी प्रावधान के अनुरूप उपलब्ध थे। कंट्रोल रूम कार्यरत अवस्था में पाया गया। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने जिलाधिकारी से आपातकालीन चिकित्सा तथा ओपीडी के लिए अतिरिक्त कमरा की आवश्यकता से अवगत कराया। इस पर जिलाधिकारी ने सिविल सर्जन को स्थलीय विजिट कर नये ब्लॉक के निर्माण हेतु प्रस्ताव तैयार करने तथा विभाग को भेजने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर एवं स्वास्थ्य कर्मी को रोस्टर के अनुसार प्रतिदिन उपस्थिति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।