भारती शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय में “विश्व स्वास्थ्य दिवस” के अवसर पर स्वास्थ्य की महत्ता को केंद्र में रखते हुए संगोष्ठी आयोजित

ध्रुव कुमार सिंह, मुजफ्फरपुर, बिहार, ०७ अप्रैल
भारती शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय में “विश्व स्वास्थ्य दिवस” के अवसर पर स्वास्थ्य की महत्ता को केंद्र में रखते हुए संगोष्ठी आयोजित की गई। संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में लोक शिक्षा समिति, बिहार के प्रदेश सचिव रामलाल सिंह ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य दिवस को मनाने का उद्देश्य लोगों को बीमारियों की रोकथाम, सेहतमंद जीवन शैली और सभी के लिए स्वास्थ्य सुविधा के बारे में जागरूक करना है। उन्होंने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 2025 के लिए “स्वस्थ शुरुआत,आशाजनक भविष्य” विषय को चुना है। उन्होंने कहा कि सेहतमंद जीवन शैली ही उन्हें अच्छा नागरिक बना सकता है। स्वस्थ जीवन शैली के लिए ब्रह्म मुहूर्त में उठना, ज्ञान एवं योग करना अति आवश्यक है। ऐसा करने से हम दिन भर ऊर्जावान बने रहते हैं। इस अवसर पर महाविद्यालय के सचिव डॉ.ललित किशोर ने कहा कि स्वस्थ रहना एक मिशन है, जिसे पूरा करने के लिए जीवन शैली में बदलाव करने होंगे। स्वस्थ रहने के लिए संतुलित आहार लेना, नियमित रूप से व्यायाम करना और तनाव कम करना जरूरी है। इस अवसर पर महाविद्यालय के नए प्राचार्य डॉ.राकेश कुमार पाल ने स्वस्थ दिनचर्या पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हमारे दिनचर्या में शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य का संतुलन जरूरी है। इसमें नियमित शारीरिक गतिविधि, स्वस्थ भोजन, पर्याप्त नींद, तनाव प्रबंधन और आराम शामिल होना चाहिए। मंच संचालन डॉ.सौरभ और धन्यवाद ज्ञापन कोषाध्यक्ष अवधेश कुमार ने किया। इस अवसर पर पर महाविद्यालय के शिक्षक, कर्मचारी और छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।