बिहारराज्यलोकल न्यूज़

बच्चों में एईएस/जेई के लक्षण दिखते ही बिना देर किये त्वरित रूप में सरकारी अस्पताल पहुंचाएं- सुब्रत कुमार सेन, जिला पदाधिकारी

ध्रुव कुमार सिंह, मुजफ्फरपुर, बिहार, २६ अप्रैल

जिला पदाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में मुजफ्फरपुर जिला अंतर्गत सभी 373 पंचायतों में नियमित रूप से हर शनिवार को संध्या चौपाल का आयोजन कर एईएस/जेई की रोकथाम एवं बचाव हेतु जागरूकता अभियान सतत एवं प्रभावी रूप से जारी है। इस अभियान में न केवल जिला, अनुमंडल, प्रखंड एवं पंचायत स्तरीय अधिकारी एवं कर्मी संलग्न होते हैं बल्कि खुद जिला पदाधिकारी किसी एक पंचायत के कार्यक्रम में नियमित रूप से उपस्थित होते हैं तथा लोगों को जागरुक एवं प्रेरित करते हैं। इस क्रम में कांटी प्रखंड के मानिकपुर नरोत्तम पंचायत के मध्य विद्यालय बरियारपुर में संध्या चौपाल का आयोजन किया गया। जिला पदाधिकारी के द्वारा संध्या चौपाल के कार्यक्रम का दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम में उप-विकास आयुक्त श्रेष्ठ अनुपम, सिविल सर्जन डॉ.अजय कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी पश्चिमी श्रेया श्री सहित अन्य अधिकारियों ने भी विचार व्यक्त कर सभी को एकजुट होकर प्रयास करते रहने की आवश्यकता पर बल दिया। उपस्थित जन समूह को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने हर व्यक्ति एवं हर परिवार को जागरुक एवं सजग रहने तथा एहतियाती उपायों का पालन करने की आवश्यकता पर बल दिया। इसके लिए गांव की सबसे छोटी इकाई पोषक क्षेत्र, वार्ड में आंगनबाड़ी सेविका सहायिका, आशा, जीविका दीदी, एएनएम आदि को घर-घर भ्रमण कर बीमारी के लक्षण, चमकी की तीन धमकी तथा सावधानी संबंधी आवश्यक जानकारी आम लोगों को देने को कहा। सरकारी स्कूलों में भी चेतना सत्र में बच्चों को नियमित रूप से इस बीमारी के लक्षण एवं सावधानी के बारे में अवगत कराते रहने को कहा। चूंकि सावधानी ही बचाव है। उन्होंने कहा कि बच्चों में लक्षण दिखते ही बिना देर किये त्वरित रूप में सरकारी अस्पताल पहुंचाएं। सरकारी स्तर पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, सदर अस्पताल सहित एसकेएमसीएच में योग्य, ट्रेंड एवं विशेषज्ञ डॉक्टर कार्यरत हैं जो सक्रिय एवं तत्पर होकर सेवा प्रदान करेंगे। ट्रेंड डॉक्टर की निगरानी में बच्चे का इलाज किया जाएगा तथा ठीक होकर सुरक्षित घर वापस चले जाएंगे। बच्चे को सरकारी अस्पताल लाने के लिए उपलब्ध वाहन का उपयोग किया जा सकता है जिसका भुगतान सरकार द्वारा निर्धारित दर के अनुरूप कर दिया जाएगा। यद्यपि सरकारी स्तर पर हर पंचायत में भी वाहन टैगिंग किया गया है ताकि त्वरित रूप में बच्चे को अस्पताल पहुंचया जा सके। इस प्रकार जिला पदाधिकारी द्वारा एईएस की रोकथाम एवं बचाव हेतु हर स्तर पर व्यापक तैयारी कर कार्यरूप दिया गया है। उन्होंने आम लोगों को भी जागरूक रहने, सतर्क रहने तथा लक्षण दिखते ही बच्चे को बिना देर किये सरकारी अस्पताल पहुंचाने की अपील की है। कार्यक्रम का संचालन जिला कार्यक्रम प्रबंधक स्वास्थ्य द्वारा किया गया। कार्यक्रम में सेविका सहायिका जीविका दीदी एवं आशा द्वारा भी अनुभव शेयर किया गया।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!