देश के 112 जिलों में मुजफ्फरपुर जिला बना नंबर वन, आकांक्षी जिला कार्यक्रम के तहत नीति आयोग द्वारा पुरस्कार स्वरूप मिली 3 करोड़ की राशि
जिले की शानदार उपलब्धि को डीएम ने जिले की जनता, अधिकारियो एवं कर्मियों को किया समर्पित,दी बधाई एवं शुभकामनायें

ध्रुव कुमार सिंह, मुजफ्फरपुर, बिहार, ०७ मार्च
जिले में आधारभूत संरचनाओं के निर्माण से लेकर विकास कार्यों में काफी तेजी आई है। इस क्रम में उल्लेखनीय है कि आकांक्षी जिला कार्यक्रम के तहत मुजफ्फरपुर जिला को राष्ट्रीय स्तर पर 112 जिलों में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है। नीति आयोग के सीईओ बी भी आर सुब्रह्मण्यम ने जिला पदाधिकारी श्री सेन को बधाई दी है। जिला पदाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में जिले ने शानदार उपलब्धि हासिल की है। इसके लिए जिला पदाधिकारी ने सतत एवं प्रभावी प्रयास कर आकांक्षी कार्यक्रम के सभी सूचकांकों में प्रगति लाने हेतु नियमित समीक्षा बैठक करने तथा समय-समय पर स्थलीय विजिट कर कार्य में उत्तरोत्तर सुधार एवं प्रगति लाई गई जिसके परिणाम स्वरूप जिले को पूरे देश मे सर्वश्रेष्ठ स्थान प्राप्त हुआ है। जिलाधिकारी ने जिले की उल्लेखनीय उपलब्धि एवं पुरस्कार को जिलावासियों, अधिकारियों एवं कर्मियों को समर्पित किया है तथा सभी को बधाई एवं शुभकामनाएं दी है, साथ ही जिला के विकासात्मक एवं कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में गुणात्मक सुधार लाने तथा जिले के सर्वांगीण विकास हेतु रणनीतिक पहल करते हुए ठोस कार्य योजना तैयार करने, राशि का सदुपयोग कर जिले का चौमुखी विकास करने हेतु समन्वित प्रयास करने की आवश्यकता पर बल दिया है। गौरतलब है की जनवरी 2018 में प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किए गए आकांक्षी जिला कार्यक्रम (एडीपी) का उद्देश्य देश भर के 112 सबसे कम विकसित जिलों को तेज़ी से और प्रभावी ढंग से बदलना है। कार्यक्रम की व्यापक रूपरेखा अभिसरण (केंद्रीय और राज्य योजनाओं का), सहयोग (केंद्रीय, राज्य स्तरीय नोडल अधिकारियों और जिला कलेक्टरों का), और मासिक डेल्टा रैंकिंग के माध्यम से जिलों के बीच प्रतिस्पर्धा है; ये सभी एक जन आंदोलन द्वारा संचालित हैं। राज्यों को मुख्य संचालक मानते हुए, यह कार्यक्रम प्रत्येक जिले की ताकत पर ध्यान केंद्रित करता है, तत्काल सुधार के लिए कम-लटकते फलों की पहचान करता है और मासिक आधार पर जिलों की रैंकिंग करके प्रगति को मापता है। रैंकिंग 5 व्यापक सामाजिक-आर्थिक विषयों – स्वास्थ्य और पोषण, शिक्षा, कृषि और जल संसाधन, वित्तीय समावेशन और कौशल विकास और बुनियादी ढाँचे के तहत 49 प्रमुख प्रदर्शन संकेतकों (KPI) में की गई वृद्धिशील प्रगति पर आधारित है। आकांक्षी जिलों की डेल्टा रैंकिंग और सभी जिलों का प्रदर्शन चैंपियंस ऑफ चेंज डैशबोर्ड पर उपलब्ध है। यह कार्यक्रम लोगों की बढ़ती अर्थव्यवस्था में पूरी तरह से भाग लेने की क्षमता में सुधार करने पर ध्यान केंद्रित करता है। जिलों को प्रोत्साहित किया जाता है कि वे पहले अपने राज्य के सर्वश्रेष्ठ जिलों की बराबरी करें और उसके बाद प्रतिस्पर्धी और सहकारी संघवाद की भावना में दूसरों से प्रतिस्पर्धा करके और उनसे सीखकर देश के सर्वश्रेष्ठ जिलों में से एक बनने की आकांक्षा रखें। नीति आयोग जिला स्तर पर प्रगति को तेज करने के लिए संबंधित मंत्रालयों और विभिन्न विकास साझेदारों के साथ मिलकर काम करता है। जिलों को सर्वोत्तम प्रथाओं को विकसित करने और दोहराने के लिए भी प्रोत्साहित किया जाता है, जो सामाजिक-आर्थिक विषयों में सुधार को बढ़ावा देते हैं। आकांक्षी जिला कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सतत विकास लक्ष्यों को स्थानीय बनाना है, जिससे राष्ट्र की प्रगति हो सके. विदित हो कि नीति आयोग द्वारा देश के112 जिलों मे आकांक्षी जिला कार्यक्रम, 2018 से क्रियान्वित है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत मुजफ्फरपुर जिला ने स्वास्थ्य एवं पोषण थीम अंतर्गत भारत मे प्रथम स्थान प्राप्त किया है। फलस्वरूप नीति आयोग द्वारा मुजफ्फरपुर जिला को पुरस्कार स्वरूप 3 करोड़ की राशि देने की घोषणा की गई है। जिला पदाधिकारी ने जिला योजना पदाधिकारी को कार्य योजना तैयार कर प्रस्ताव नीति आयोग के अनुमोदन हेतु जल्द भेजने का निर्देश दिया है। जिला को नीति आयोग द्वारा पूर्व मे भी विभिन्न थीम मे सराहनीय कार्य प्रदर्शन स्वरूप प्रथम, द्वितीय, एवं तीसरा स्थान प्राप्त हुआ है, साथ ही इसके लिये नीति आयोग से जिला को पुरस्कार भी मिल चुका है।