बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर बिहार विश्वविद्यालय के शैक्षणिक परिषद (एकेडमिक काउंसिल) की बैठक में कई प्रस्तावों को मिली मंजूरी
विभिन्न नए महाविद्यालयों के सम्बन्धन सम्बन्धी प्रस्ताव पर कुलसचिव नें जताई कड़ी आपत्ति, कुलाधिपति को भेजा नोट ऑफ़ डिसेंट

ध्रुव कुमार सिंह, मुजफ्फरपुर, बिहार
बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर बिहार विश्वविद्यालय की शैक्षणिक परिषद (एकेडमिक काउंसिल) की मानविकी के संकायाध्यक्ष डॉ.सतीश कुमार राय की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में प्रस्तावित कार्यसूची पर सदस्यों द्वारा व्यापक चर्चा के पश्चात् विभिन्न प्रस्तावों पर मंजूरी दी गयी. बैठक का संचालन करते हुए कुलसचिव डॉ.संजय कुमार नें पूर्व निर्धारित कार्यसूची के आलोक में एक-एक कर प्रस्तावों को रखा. जिसमें विगत 09 एवं 10 मार्च को सम्पन्न सम्बन्धन व नयी शिक्षा कार्यक्रम समिति की बैठक में विभिन्न महाविद्यालयों को सम्बन्धन दिए जानें के स्वीकृत प्रस्ताव पर कुलसचिव नें आपत्ति जताते हुए उक्त प्रस्ताव के विरोध में अपनी असहमति व्यक्त करते हुए कहा की उन्होंने अपनी असहमति (नोट ऑफ़ डिसेंट) कुलाधिपति को प्रेषित कर दिया है. इसके बाद मानविकी के संकायाध्यक्ष डॉ.राय, कुलानुशासक डॉ.बी.एस राय तथा महाविद्यालय निरीक्षक (कला एवं वाणिज्य) डॉ.राजीव कुमार नें कहा की नव-सम्बन्धन एवं स्थायी सम्बद्धता हेतु विश्वविद्यालय द्वारा गठित निरीक्षण दल के प्रतिवेदन एवं मौखिक मंतव्य के आलोक में हीं निर्णय लिया गया है. उन्होंने कहा की सम्बद्धता सम्बन्धी प्रस्ताव पूरी तरह से पारदर्शी है, अगर किसी को कोई आपत्ति है तो किसी भी प्रकार के जाँच के लिए तैयार है. काफी विचार विमर्श के पश्चात् सदस्यों नें उक्त विषय पर अंतिम निर्णय हेतु कुलपति को अधिकृत कर दिया. बैठक में कार्यान्वयन और निगरानी समिति (आईएमसी) से स्वीकृत व्यावसायिक पाठ्यक्रम सम्बन्धी सभी प्रस्तावों को स्वीकृति प्रदान की गयी. इसके अलावा रूसी भाषा में स्नातकोत्तरएवं शोध प्रारम्भ करनें की स्वीकृति प्रदान की गयी. इसके साथ हीं बी.टेक इन फ़ू. टेक्नोलॉजी के सिलेबस सम्बन्धी आर्डिनेंस और रेगुलेशन को भी मंजूरी प्रदान की गयी. इसके साथ हीं अकादमिक कौंसिल की बैठक में बीकॉम (प्रोफेशनल), बीबीए (सप्लाई चेन मैनेजमेंट एंड लॉजिस्टिक) और बीसीए (डेटा एनालिटिक्स) के मसौदा अध्यादेश, विनियमों और पाठ्यक्रम भी अनुमोदन किया गया। इसके साथ हीं एआईसीटीई विनियमों के आलोक में एमसीए पाठ्यक्रम को तीन वर्ष से घटाकर दो वर्ष करनें के मसौदे के अध्यादेशम विनियमों और पाठ्यक्रम का भी अनुमोदन कर दिया गया. अकादमिक कौंसिल की बैठक में डॉ.ममता रानी, डॉ.आले जफ़र, डॉ.मो.रईस, डॉ.अभय कुमार, डॉ.रजनीश गुप्ता, डॉ.अमिता शर्मा, डॉ.विजय कुमार, डॉ.विरेन्द्र चौधरी, डॉ.नीलू कुमारी, डॉ.रमण कुमार, डॉ.श्यामानंद झा, डॉ.शर्तेंदु शेखर, विश्वविद्यालय कर्मचारी संघ के सचिव गौरव, प्रिंस कुमार सहित विभिन्न संकायों के अध्यक्ष, विभिन्न स्नातकोत्तर विभागों के विभागाध्यक्ष, विभिन्न अंगीभूत और सम्बद्ध महाविद्यालयों के प्राचार्य शामिल थें.




