लंगट सिंह महाविद्यालय में प्रथम राष्ट्रपति देशरत्न डॉ.राजेंद्र प्रसाद की पुण्यतिथि के अवसर पर श्रद्धांजलि सभा आयोजित

ध्रुव कुमार सिंह, मुजफ्फरपुर, बिहार, २८ फ़रवरी
लंगट सिंह महाविद्यालय में देश के प्रथम राष्ट्रपति देशरत्न डॉ.राजेंद्र प्रसाद की पुण्यतिथि के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्राचार्य डॉ.ओमप्रकाश राय की अध्यक्षता में देशरत्न डॉ.राजेंद्र प्रसाद स्मृति पार्क में आयोजित इस समारोह में महाविद्यालय के प्राध्यापकों, छात्रों और कर्मचारियों ने भाग लिया। डॉ.राजेंद्र प्रसाद की प्रतिमा पर माल्यार्पण के पश्चात् प्राचार्य प्रो.राय ने डॉ.राजेंद्र प्रसाद के जीवन, उनके आदर्शों और देश के प्रति उनके योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि डॉ.राजेंद्र प्रसाद न केवल एक महान राजनेता और विद्वान थे, बल्कि वे सादगी और ईमानदारी की प्रतिमूर्ति भी थे। डॉ. राजेंद्र प्रसाद के स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान, संविधान सभा के अध्यक्ष के रूप में उनकी भूमिका और भारत के पहले राष्ट्रपति के रूप में उनके कार्यकाल का उल्लेख करते हुए कहा कि स्वंतत्रता से पहले स्वतंत्रता संग्राम में और स्वतंत्रता के बाद राष्ट्रनिर्माण में उनकी भूमिका सर्वोपरि रही। प्राचार्य ने कहा कि यह महाविद्यालय के लिए अत्यंत गौरव की बात है कि डॉ. राजेंद्र प्रसाद जैसे महान राष्ट्र निर्माता ने यहां शिक्षा दी है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि डॉ. राजेंद्र प्रसाद का लंगट सिंह महाविद्यालय से गहरा जुड़ाव रहा है और यह महाविद्यालय उनके आदर्शों और मूल्यों का प्रतीक है। डॉ.राजेंद्र प्रसाद न केवल एक महान विद्वान और राजनेता थे, बल्कि वे एक उत्कृष्ट शिक्षक भी थे। उन्होंने लंगट सिंह महाविद्यालय में अपने कार्यकाल के दौरान छात्रों को न केवल ज्ञान प्रदान किया, बल्कि उन्हें देश और समाज के प्रति अपने कर्तव्यों के बारे में भी जागरूक किया। डॉ.राजेंद्र प्रसाद का जीवन और कार्य आज भी हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उनके आदर्शों को अपनाकर हम एक बेहतर समाज और राष्ट्र का निर्माण कर सकते हैं। श्रद्धांजलि देने वालों में चंद्रशील विद्यापीठ के निदेशक राजीव रंजन, डॉ.राजेश्वर कुमार, डॉ. नवीन कुमार, गुरु प्रसाद कश्यप, दीपक कुमार, ऋषि कुमार, सकलदेव मिस्त्री, सत्येंद्र कुमार सहित अन्य शामिल रहे।