जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला आपूर्ति, सहकारिता, धान अधिप्राप्ति एवं सीएमआर की बैठक आहूत

ध्रुव कुमार सिंह, सीतामढ़ी, बिहार, ०६ फ़रवरी
जिलाधिकारी रिची पांडेय की अध्यक्षता में परिचर्चा भवन में जिला आपूर्ति, सहकारिता, धान अधिप्राप्ति एवं सीएमआर की बैठक आहूत की गई। बैठक में जिला आपूर्ति अधिकारी, जिला सहकारिता पदाधिकारी, प्रभारी प्राधिकारी एसएफसी, सभी अनुमंडल अधिकारी, सभी प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी, अनुमंडल आपूर्ति पदाधिकारी इत्यादि उपस्थित थे। आपूर्ति विभाग की समीक्षा के क्रम में जिलाधिकारी के द्वारा निर्देश दिया गया कि ई-केवाईसी के कार्य में प्रगति लाएं। विशेषकर तीन प्रखंडों परिहार, रुन्नी सैदपुर और सोनबरसा के प्रखंड आपूर्ति अधिकारी को निर्देशित किया गया कि क्षेत्र भ्रमण कर ई-केवाईसी के कार्यों में प्रगति लाना सुनिश्चित किया जाए। सभी प्रखंड आपूर्ति अधिकारी, अनुमंडल आपूर्ति पदाधिकारी एवं जिला आपूर्ति अधिकारी को निर्देश दिया गया कि पीडीएफ “परख” एप्प के माध्यम से सभी विक्रेताओं की जांच लक्ष्य के अनुरूप करना सुनिश्चित करें। वहीं बैठक में सभी प्रखंड आपूर्ति अधिकारी सीतामढ़ी को निर्देशित किया गया कि जितने भी राशन कार्ड समय सीमा से बाहर हैं अविलंब निष्पादन करना सुनिश्चित करें। गेहूं ट्रेडर्स का निरीक्षण किया जाए। गेहूं के स्टॉक का निरीक्षण विभाग के दिशा निर्देश के अनुसार प्रखंड आपूर्ति अधिकारी प्रत्येक माह में निर्धारित लक्ष्य के 20% की संख्या में जांच करना सुनिश्चित करें। वही धान अधिप्राप्ति एवं सीएमआर की समीक्षात्मक बैठक में जानकारी दी गई कि अभी तक कुल 7235 किसानों से 49,496 मेट्रिक टन धान क्रय किया गया है जो लक्ष्य (79056 मीट्रिक टन) का 62.61% है। वही 7235 किसानों से क्रय धान के विरुद्ध 6782 किसानों का भुगतान उनके बैंक खाते में कर दिया गया है जो 93.71% है शेष किसानों का भुगतान प्रक्रियाधीन है। जानकारी दी गई कि कुल क्रय धान 49496 मीट्रिक टन का समतुल्य सीएमआर 33993 मीट्रिक टन होता है जिसमें से राज्य खाद्य निगम को 12296 मेट्रिक टन का आपूर्ति किया जा चुका है जो कुल सीएमआर का 36.17% है। जिलाधिकारी के द्वारा किसानों के पास उपलब्ध धान का भौतिक सत्यापन कर लक्ष्य बढ़ाने हेतु प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया। तेज नारायण राइस मिल द्वारा धीमी गति से सीएमआर आपूर्ति करने के कारण जिलाधिकारी द्वारा नाराजगी प्रकट की गई। धीमी गति से सीएमआर आपूर्ति करने के कारण धान अधिप्राप्ति बाधित हो रही है। इसे देखते हुए जिला पदाधिकारी द्वारा संबंधित राइस मिल को अंतिम स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया गया।