राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत आयोजित “सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम” को लेकर जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता में जिला समन्यव समिति की बैठक आयोजित

ध्रुव कुमार सिंह, सीतामढ़ी, बिहार, ३० जनवरी
राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत आयोजित “सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम” आगामी MDA चक्र -2025 को लेकर जिला पदाधिकारी रिची पाण्डेय की अध्यक्षता में जिला समन्यव समिति की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में उप-विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता सह जिला पंचायती राज पदाधिकारी, सिविल सर्जन, जिला कार्यक्रम प्रबंधक स्वास्थ्य, जिला कार्यक्रम समन्यवक DHS, जिला अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी DHS, जिला मलेरिया कार्यालय के पदाधिकारी वो कर्मीगण, DPO (ICDS), जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी, DPM (जीविका), सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, सभी प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी, सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, सभी CDPO (ICDS), BPM (जीविका), जिला मलेरिया कार्यालय से VDCO प्रिंस कुमार, रजनीश कुमार, संयुक्त संगठन (गैर सरकारी संस्था के प्रतिनिधिगण), और सहयोगी संस्था WHO की जोनल कॉर्डिनेटर डॉ.माधुरी देवराजू, एवं पीरामल फाऊंडेशन के जिला लीड प्रभाकर कुमार, प्रोग्राम लीड रोहित कुमार, दुर्गा प्रसाद, विक्रम कुमार, विशाल कुमार, गांधी फैलो नीलिमा और दिव्या आदि उपस्थित रहे। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अलावा शिक्षा, पंचायती राज, ICDS, जीविका के जिला और प्रखण्ड स्तरीय पदाधिकारी के साथ सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी (ऑनलाइन मीटिंग) में उपस्थित रहे। जिला पदाधिकारी ने कहा कि आगामी फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जिले के कुल 42,29,072 लोगों को दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है। जिसको लेकर कुल 1612 दलों का गठन किया गया है, और कुल 160 पर्यवेक्षक इस कार्यक्रम का लगातार निरीक्षण करेंगे। ये दल 10 फरवरी 2025 से 13 फरवरी 2025 तक जिले के सभी सरकारी और प्राइवेट विद्यालयों में जाकर योग्य बच्चों और शिक्षकों को दवा का सेवन कराएंगे। उसके पश्चात 14 फरवरी से 28 फरवरी तक दल घर-घर जाकर सभी योग्य आबादी को दवा का सेवन कराया जायेगा। दवा का सेवन उम्र के अनुसार: (1) 2 वर्ष से 5 वर्ष तक के बच्चों को एलबेंडाजोल की 1 गोली और DEC की 1 गोली (2) 6 वर्ष से 14 वर्ष तक के बच्चों को एलबेंडाजोल की 1 गोली और DEC की 2 गोली (3) 15 वर्ष से ऊपर के सभी योग्य आबादी को एलबेंडाजोल की 1 गोली और DEC की 3 गोली खिलानी है साथ ही 2 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को, गर्भवती माताओं को और गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों को दवा का सेवन नहीं करना है। जिला पदाधिकारी ने इस कार्यक्रम के सफलता हेतु सभी विभागों मुख्य रूप से (शिक्षा, पंचायती राज, ICDS, जीविका, क्षेत्रीय NGOs) का समन्यव बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि MDA चक्र से पूर्व सभी प्रखंडों में प्रखण्ड विकास पदाधिकारी और प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी की अध्यक्षता में सभी विभागों के साथ समन्यव करते हुए फाइलेरिया मुक्त पंचायत बनाने हेतु पहल कर सभी पंचायत में जनप्रतिनिधि द्वारा जनसमुदाय के सामने दवा खा कर लोगों को जागरूक किया जाय। सिविल सर्जन डॉ.अखिलेश कुमार ने सभी विभागों से अपील की कि अपना अपना सहयोग प्रदान करें, जिससे फाइलेरिया उन्मूलन की दिशा में पहल किया जा सके। पीरामल फाऊंडेशन के जिला लीड प्रभाकर कुमार और प्रोग्राम लीड रोहित कुमार ने विस्तृत रूप से PPT के माध्यम से पूरे राज्य और जिले के फाइलेरिया के स्थिति के बारे में बताया कि सभी प्रखंड में रैपिड रिस्पॉन्स टीम का गठन किया गया है, जो कि किसी भी प्रकार के ADR (adverse Drug Reaction) की स्थिति में अपनी सहायता उपलब्ध कराएगी।