रामदयालु सिंह महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वावधान में राष्ट्रीय युवा सप्ताह के अंतर्गत “आपदा प्रबंधन एवं बचाव” पर परिचर्चा आयोजित

ध्रुव कुमार सिंह, मुजफ्फरपुर, बिहार, १६ जनवरी
रामदयालु सिंह महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वावधान में राष्ट्रीय युवा सप्ताह के अंतर्गत “आपदा प्रबंधन एवं बचाव” पर परिचर्चा आयोजित की गई। आपदा प्रबंधन के मास्टर ट्रेनर राहुल कुमार एवं घनश्याम कुमार ने स्वयंसेवकों को भूकंप और भूकंप से बचाव की जानकारी दी। आपदा प्रबंधन में आपदा से पहले, आपदा के दौरान और आप तक के बाद की योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्या डॉ.अनिता सिंह ने स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि आपदा प्रबंधन का मकसद खतरों को आपदा में बदलने से रोकना होता है। आपदा प्रबंधन का पहला चरण है खतरों की पहचान। इस अवस्था पर प्रकृति की जानकारी तथा किसी विशिष्ट अवस्थल की विशेषताओं से संबंधित खतरे की सीमा को जानना शामिल है। एनएसएस कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ.पयोली ने कहा कि आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में पूरे देश स्तर पर स्वयंसेवकों की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। आपदा से निपटने की ट्रेनिंग प्राप्त स्वयंसेवक समाज में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। मौके पर सीनेटर डॉ.संजय कुमार सुमन, डॉ.राजीव कुमार, डॉ.सारिका चौरसिया, डॉ.अनुराधा पाठक, डॉ.मीनू कुमारी ने स्वयंसेवकों को आपदा प्रबंधन के बारे में विस्तार से बताया। जबकि धन्यवाद ज्ञापन डॉ.रजनीकांत पांडे ने किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों ने भाग लिया।