नेहरू युवा केन्द्र के तत्वावधान में कश्मीरी युवा विनिमय कार्यक्रम के तहत स्वच्छ भारत मिशन में युवाओं की भूमिका विषय पर संवाद सत्र का हुआ आयोजन

ध्रुव कुमार सिंह, मुजफ्फरपुर, बिहार, ०८ जनवरी
नेहरू युवा केन्द्र मुजफ्फरपुर के तत्वावधान में लंगट सिंह महाविद्यालय के जे.बी कृपलानी सभागार में कश्मीरी युवा विनिमय कार्यक्रम के तहत स्वच्छ भारत मिशन में युवाओं की भूमिका विषय पर एक संवाद सत्र का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में नगर आयुक्त मुजफ्फरपुर विक्रम वीरकर प्रतिभागियों के बीच उपस्थित हुए तथा उनके साथ संवाद किया। उन्होंने प्रतिभागियों को स्वच्छता के महत्व, इसके सामाजिक प्रभाव और इसमें युवाओं की भागीदारी के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने विज्ञान एवं तकनीक के वर्तमान दौर में युवाओं के बहुआयामी व्यक्तित्व, कुशल प्रबंधन एवं चुनौतीपूर्ण कार्य करने एवं नेतृत्व प्रदान करने की क्षमता को प्रभावशाली बताया। उन्होंने कहा कि वर्तमान दौर में युवा गांव एवं शहर को स्वच्छ, सुंदर एवं सशक्त बनाने हेतु लोगों को जागरूक एवं प्रेरित कर सकते हैं। इसके लिए न केवल परंपरागत पद्धति से बल्कि नवाचार एवं तकनीक के वर्तमान दौर में सोशल मीडिया के माध्यम से भी व्यापक फलक पर तीव्र गति से जनभागीदारी बढ़ाने में महती भूमिका निभा सकते हैं। स्वच्छता अभियान को जनांदोलन का स्वरूप देने तथा इसे निश्चित दिशा प्रदान करने हेतु युवा अपने कुशल प्रबंधन एवं नेतृत्व क्षमता के माध्यम से नये विचार एवं नवीन तकनीक का उपयोग कर सकते हैं जिससे स्वच्छता अभियान को निश्चित दिशा एवं गति प्रदान किया जा सके। उन्होने युवाओं को सामाजिक सांस्कृतिक परिवर्तन का वाहक बताया जिसके माध्यम से स्वच्छता के संदेशों को जन-जन तक पहुंचाया जा सके तथा इससे संबंधित योजनाओं का जिम्मेदारी से क्रियान्वयन किया जा सके। उन्होंने स्वच्छता अभियान में युवाओं की सक्रिय सहभागिता का आह्वान किया। कश्मीरी युवाओं ने इस मिशन में अपनी सक्रिय भूमिका निभाने की इच्छा जताई और अपने-अपने क्षेत्रों में स्वच्छता अभियान चलाने का संकल्प लिया। संवाद सत्र में कश्मीर के छः जिले के 132 युवाओं ने भाग लिया। कार्यक्रम का समापन सांस्कृतिक कार्यक्रम से हुआ, जिसमें कुपवाड़ा और पुलवामा के प्रतिभागियों ने अपने प्रदर्शन से समां बांध दिया। कुपवाड़ा के प्रतिभागियों ने कश्मीरी पारंपरिक गीत और नृत्य प्रस्तुत किया। पुलवामा के युवाओं ने लोकगीत और सांस्कृतिक नृत्य के माध्यम से कश्मीर की सुंदरता और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित किया।