ग्रामीण क्षेत्रों में जल-जीवन-हरियाली अभियान का क्रियान्वयन से संबंधित विषय पर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में परिचर्चा का किया गया आयोजन

ध्रुव कुमार सिंह, सीतामढ़ी, बिहार, ०७ जनवरी
ग्रामीण क्षेत्रों में जल-जीवन-हरियाली अभियान का क्रियान्वयन से संबंधित विषय पर जिलाधिकारी रिची पांडेय की अध्यक्षता में सीतामढ़ी समाहरणालय स्थित विमर्श सभा कक्ष में परिचर्चा का आयोजन किया गया। परिचर्चा कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन जिलाधिकारी एवं उप-विकास आयुक्त मनन राम के द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। मौके पर निदेशक डीआरडीए राजेश भूषण, जिला पंचायती राज पदाधिकारी उपेंद्र पंडित, जिला जन संपर्क पदाधिकारी कमल सिंह, डीपीओ मनरेगा सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय पदाधिकारी मौजूद थे। जल जीवन हरियाली से संबंधित उक्त परिचर्चा कार्यक्रम में जिलाधिकारी ने कहा कि जल और हरियाली के बिना चाहे मनुष्य हो या जीव-जन्तु या पशु-पक्षी किसी के अस्तित्व/जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है। जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को सीमित करने, पारिस्थिकीय संतुलन का संधारण करने तथा जल संरक्षण एवं संचयन के उद्देश्य से राज्य सरकार के द्वारा जल-जीवन-हरियाली अभियान प्रारंभ किया गया है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य आमजनों को पर्यावरण के प्रति सजग और सचेत बनाना, पृथ्वी के हरित आवरण को बढ़ाना,भू जल स्तर में सुधार व बदलते मौसम के अनुकूल कृषि पद्धति को अपनाकर उपज बढ़ाना है। जिलाधिकारी ने कहा कि जल-जीवन-हरियाली कार्यक्रम को धरातल पर उतारने की दिशा में विशेष तौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में महत्वपूर्ण कार्य किए गए हैं, जिसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि पंचायत स्तर पर इस तरह के परिचर्चा के आयोजन से आम-आवाम को और अधिक लाभ मिलेगा तथा वे जागरूक हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि जल-जीवन-हरियाली अभियान को सफल बनाने में न केवल प्रशासनिक प्रयास बल्कि समुदाय की सहभागिता भी जरूरी है साथ ही सभी विभाग आपसी समन्वय के साथ कार्य करते हुए उक्त अभियान को गति दें। इसके पूर्व उप-विकास आयुक्त मनन राम के द्वारा जल-जीवन –हरियाली अभियान से संबंधित जिले में किए गए कार्यों पर बिंदुवार प्रकाश डाला गया एवं विभिन्न क्षेत्रों में विशेषकर ग्रामीण क्षेत्र में उक्त अभियान के तहत प्राप्त उपलब्धियों की जानकारी उप-विकास आयुक्त के द्वारा जिलाधिकारी को दी गई। कार्यक्रम में मंच संचालन का कार्य निदेशक डीआरडीए राजेश भूषण के द्वारा किया गया जबकि धन्यवाद ज्ञापन उप-विकास आयुक्त ने किया।