सरस्वती विद्या मंदिर और भारती शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय के विद्यार्थियों और शिक्षकों ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदाय के ऊपर अत्याचार के विरोध में मानव श्रृंखला बना कर किया विरोध प्रदर्शन

ध्रुव कुमार सिंह, मुज़फ़्फ़रपुर, बिहार
मुज़फ़्फ़रपुर में विद्या भारती के द्वारा संचालित सरस्वती विद्या मंदिर और भारती शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदाय के ऊपर अत्याचार के विरोध में मानव श्रृंखला निर्माण कर विरोध प्रदर्शन किया। जिसमें सरस्वती विद्या मंदिर के विद्यार्थी, सभी शिक्षक एवं भारती शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय के विद्यार्थियों, प्राध्यापकगण और महाविद्यालय कर्मीयों नें इस घृणित कार्य का शांतिपूर्ण ढंग से मानव श्रृंखला बनाकर विरोध किया। महाविद्यालय के प्रभारी डॉ.राजेश कुमार वर्मा नें कहा की इस तरह का हिंसात्मक व्यवहार किसी भी अल्पसंख्यक या बहुसंख्यक के साथ होना गलत है। बांग्लादेश के बर्बर आतंकियों को चेत जाना चाहिए कि इस तरह के बर्बरता विश्व के किसी भी मानव के साथ जगन्य अपराध है, भारत सरकार और द्वितीय विश्व युद्ध में निर्मित अमेन्सटी संस्था को इस पर पहल करना चाहिए। सरस्वती विद्या मंदिर के प्रधानाचार्य अजय कुमार ठाकुर नें कहा की विद्या भारती की उत्तर बिहार में लोक शिक्षा समिति द्वारा संचालित सरस्वती विद्या मंदिर और भारती शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालय भी इस तरह के बर्बता का विरोध करती है, इस पर आज नहीं सोचा विचारा गया तो आने वाले समय मे यह एक नासूर बन जाएगा। वस्त्र पर एक फटे हुए निशान को समय पर ठीक कर लिया जाए तो भविष्य में बहुत सारे फटे हुए निशान से बचा जा सकता है। विद्या भारती के विभाग निरीक्षक ललित कुमार राय नें कहा की कोरोना काल में हम सभी भारतीयों ने समय पर इसका इलाज तलाश लिया, जिससे हम और वैश्विक बचाओ हो पाया है। लेकिन यह आतंकवाद, यह बर्बरता और यह जिल्लत भरी जिंदगी इस कोरोना कल से भी बहुत बुरा है, अभी हम सभी ने शांति ढंग से मानव श्रृंखला बनाकर इसका विरोध किया है और अगर आवश्यकता पड़ी तो इस शांति ढंग के विरोध से भी ऊपर उठकर हम मुखालफत करेंगे। मीडिया प्रमुख डॉ.सौरभ नें बताया की इस शान्ति पुर्ण विरोध मार्च में सभी धर्म, समुदाय के विद्यार्थियों ने, चाहे वह हिन्दू, मुस्लिम, सिख या क्रिस्टियन हो, ने अपनी सहभागिता रखी।