बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर बिहार विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर मनोविज्ञान विभाग में “रिव्यू औफ लिटरेचर” विषय पर सेमिनार सह वर्कशॉप का किया गया आयोजन

ध्रुव कुमार सिंह, मुजफ्फरपुर, बिहार, १८ दिसम्बर
बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर बिहार विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर मनोविज्ञान विभाग में रिसर्च मेथोडोलोजी के टौपिक “रिव्यू औफ लिटरेचर” पर सेमिनार सह वर्कशॉप का आयोजन किया गया। इस अवसर डीएवी पीजी कॉलेज, बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय से आये प्रो.सत्य गोपाल ने मुख्य वक्ता के रूप में प्रकाश डालते हुए कहा कि “साहित्य समीक्षा” किसी भी शोध कार्य का मेरूदंड है जो शोध कार्य को अतीत से जोड़ते हुए वर्तमान की वस्तुस्थिति से अवगत कराती है और भविष्य में किये जाने वाले शोध कार्यों के लिए मार्ग प्रशस्त करती है। सेमिनार सह वर्कशॉप के मुख्य अतिथि विधान परिषद सदस्य डॉ.संजय कुमार सिंह ने मनोविज्ञान विभाग को एक “मिटिंग हाल” देने की घोषणा की। मौके पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.दिनेश चंद्र राय ने मनोविज्ञान विभाग के शोधार्थियों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए शोधकार्यों की मौलिकता एवं गुणवत्ता को बढ़ाने पर जोर दिया। विश्वविद्यालय के नैक निदेशक डॉ.कल्याण कुमार झा ने नैक की प्रगति पर प्रकाश डालते हुए शोध प्रकाशनों को गति प्रदान करने पर बल दिया। इस अवसर पर डॉ.तुलिका सिंह द्वारा शोधार्थियों को “साहित्य समीक्षा” के व्यवहारिक पहलूओं से अवगत कराया गया। विभागाध्यक्ष डॉ.रजनीश कुमार गुप्ता ने सम्मानित अतिथियों का स्वागत करते हुए विश्वविद्यालय के गौरवशाली अतीत और शैक्षणिक परंपरा को लौटाने के लिए निरंतर प्रयत्नशील कुलपति का आभार प्रकट किया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ.अलका जायसवाल और मंच संचालन डॉ.सुनीता कुमारी ने किया। वर्कशॉप के आयोजन के अवसर पर कोर्स वर्क के उत्तीर्ण शोधार्थियों के बीच प्रो.रत्नेश मिश्रा के हाथों प्रमाण-पत्र का वितरण किया गया। मौके पर विभाग की वरिष्ठ प्राध्यापिका डॉ.आभा रानी, डॉ.विकास कुमार, डॉ.कुसुम कुमारी, डॉ.साकेत, कृष्णा, सादिया, श्वेता, वर्षा, अहमद रजा, शुभम सहित बड़ी संख्या में आदि छात्र-छात्राएं उपस्थिति रहें।