श्रद्धा, भक्ति एवं आस्था का महान पर्व छठ व्रत के सफल, सुचारू एवं सुरक्षित आयोजन सुनिश्चित करने तथा छठ व्रतियों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के निमित्त जिलाधिकारी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक ने छठ घाटों का किया निरीक्षण

ध्रुव कुमार सिंह, मुजफ्फरपुर, बिहार, ०४ नवम्बर
श्रद्धा, भक्ति एवं आस्था का महान पर्व छठ व्रत के सफल ,सुचारू एवं सुरक्षित आयोजन सुनिश्चित करने तथा छठ व्रतियों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के निमित्त जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन एवं वरीय पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार ने अधिकारियों की टीम के साथ छठ घाटों का निरीक्षण किया और स्थानीय जनप्रतिनिधियों से आवश्यक फीडबैक/सुझाव प्राप्त किया तथा अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया। निरिक्षण के दौरान नगर आयुक्त विक्रम विरकर, सिविल सर्जन डॉ.अजय कुमार, अपर समाहर्ता राजस्व संजीव कुमार अपर समाहर्ता आपदा मनोज कुमार, अपर समाहर्ता विधि व्यवस्था सुधीर कुमार सिन्हा, डीआरडीए डायरेक्टर संजय कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी पूर्वी अमित कुमार, जिला जनसम्पर्क अधिकारी प्रमोद कुमार, अंचलाधिकारी महेंद्र शुक्ला, सहित अन्य प्रशासनिक एवं पुलिस पदाधिकारी मौजूद थे। जिलाधिकारी ने मुजफ्फरपुर नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत सीढ़ी घाट आश्रम घाट लकड़ी ढाई घाट से लेकर मुरौल एवं सकरा के कई घाटों का निरीक्षण किया तथा स्थानीय प्रतिनिधियों एवं आम लोगों से आवश्यक फीडबैक एवं सुझाव प्राप्त किया। जिलाधिकारी ने मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए कहा कि न केवल शहरी क्षेत्र में बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी अंचलाधिकारी एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी को घाटों का निरीक्षण करने तथा पूजा समिति के सदस्यों/पंचायत प्रतिनिधियों से समन्वय स्थापित कर छठ व्रतियों के लिए बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है और सभी सक्रिय हैं। छठ व्रत स्वच्छता एवं पवित्रता का महान पर्व है। इसके लिए छठ घाटों तथा वहां आने जाने वाले रास्तों पर साफ सफाई की समुचित व्यवस्था करने तथा ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव करने एवं चूना का लाइनिंग करने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा कि छठ महापर्व के अवसर पर बाहर से हजारों की संख्या में लोग घर आते हैं तथा उन्हें निकटवर्ती नदी तालाब के जल स्तर की जानकारी नहीं होती हैं जिससे गहरे पानी में जाने से दुर्घटनाएं हो सकती है। इसे देखते हुए जिलाधिकारी ने जनमानस से अपील की है कि वे अनावश्यक नदी/तालाब में प्रवेश नहीं करें, गहरे पानी में नहीं जायें तथा प्रशासन द्वारा दिये जा रहे एहतियाती उपायों/ निर्देशों का पालन करें। निजी नावों के परिचालन पर रोक लगाया गया है। इस आदेश का अनुपालन अनुमंडल पदाधिकारी को सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया है। नदियों और तालाबों में किसी भी आपात/अप्रिय स्थिति से निपटने हेतु पर्याप्त संख्या में नाव, गोताखोर तथा एसडीआरएफ की तैनाती की गई है। उन्हें अपनी ड्यूटी पर तैनात रहने तथा सक्रिय एवं तत्पर रहने का सख्त निर्देश दिया गया है। इसके अतिरिक्त सिविल सर्जन को डॉक्टर एवं पैरामेडिकल स्टाफ को आवश्यक दवा के साथ मुस्तैद रहने तथा सदर अस्पताल एवं एसकेएमसीएच में आपात स्थिति हेतु सभी आवश्यक व्यवस्था सक्रिय अवस्था में रखने का निर्देश दिया गया है। जिला जनसम्पर्क अधिकारी प्रमोद कुमार नें बताया की छठ घाटों को स्वच्छ, सुंदर एवं सुरक्षित बनाने तथा छठव्रतियों एवं श्रद्धालुओं को घाटों एवं आने जाने वाले मार्ग पर बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने हेतु जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन एवं नगर निगम की पूरी टीम सक्रिय एवं तत्पर है। शहरी क्षेत्र में नगर आयुक्त/कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा घाटों का निरीक्षण करने तथा लगातार मॉनिटर कर घाटों की साफ-सफाई से लेकर अन्य आवश्यक सुविधाएं सुलभ कराने हेतु पूरी टीम तत्पर है। छठ घाट पर महिलाओं के लिए चेंजिंग रूम की व्यवस्था से लेकर अस्थायी शौचालय, पेयजल की व्यवस्था, कंट्रोल रूम, मेडिकल टीम की तैनाती, लाइट की समुचित व्यवस्था, भीड़ प्रबंधन, ट्रैफिक व्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था, दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी की तैनाती आदि की सुचारू एवं सुदृढ़ व्यवस्था रखी जाएगी।