लंगट सिंह महाविद्यालय आईक्यूएसी द्वारा महान स्वतंत्रता सेनानी आचार्य जे.बी कृपलानी और स्वतंत्र भारत के पहले शिक्षा मंत्री भारत रत्न मौलाना अबुल कलाम आज़ाद की जयंती समारोहपूर्वक मनाई गई

ध्रुव कुमार सिंह, मुजफ्फरपुर, बिहार, ११ नवम्बर
लंगट सिंह महाविद्यालय आईक्यूएसी द्वारा महाविद्यालय के पूर्व शिक्षक, महान स्वतंत्रता सेनानी और प्रखर गांधीवादी आचार्य जे.बी कृपलानी और स्वतंत्र भारत के पहले शिक्षा मंत्री भारत रत्न मौलाना अबुल कलाम आज़ाद की जयंती समारोहपूर्वक मनाई गई. अध्यक्षता प्राचार्य प्रो.ओमप्रकाश राय ने की तथा दोनों विभूतियों के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करउनको नमन किया. समारोह में वक्ताओं ने राष्ट्र निर्माण में दोनों के अमूल्य योगदान को याद करते हुए अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की. अपनें अध्यक्षीय संबोधन में प्राचार्य प्रो.राय ने कहा कि मौलाना आजाद स्वतंत्रता संग्राम के एक प्रमुख नेता थे और उन्होंने भारतीय शिक्षा व्यवस्था को नई दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. वे पहले शिक्षा मंत्री थे और उन्होंने कई योजनाएँ बनाई, जिनका उद्देश्य लोगों को शिक्षा के प्रति जागरूक करना और समाज में शिक्षा का स्तर सुधारना था. उनकी जयंती को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में मनाने का उद्देश्य ही शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता, सुधार और नीतियों पर भी विशेष ध्यान दिया जाना है, ताकि भारतीय समाज में शिक्षा के स्तर में वृद्धि हो सके और सभी छात्रों तक शिक्षा के अवसर सुनिश्चित हो सकें. आचार्य कृपलानी की श्रद्धांजलि देते हुए प्राचार्य ने कहा कि यह महाविद्यालय के महान स्वतंत्रता सेनानी शिक्षक कृपलानी की कर्मस्थली रही है, यहां उन्होंने 1912 से 1917 तक शिक्षक के रूप में कार्य किया था. लंगट सिंह महाविद्यालय न केवल शिक्षा का उत्कृष्ट केंद्र है, बल्कि यह स्वतंत्रता संग्राम के महान नेताओं की सुनहरी विरासत को भी खुद में समेटे है. प्रो.राय ने कहा कि आचार्य कृपलानी महात्मा गांधी के करीबी सहयोगी और उनकी विचारधारा के समर्थक थे. गुजरात विद्यापीठ में पढ़ाने के दौरान उन्हें महात्मा गांधी द्वारा ‘आचार्य’ उपनाम प्रदान किया गया था. धन्यवाद ज्ञापन आईक्यूएसी समन्वयक प्रो.एस.आर चतुर्वेदी ने किया. मौके पर डॉ.पंकज चौरसिया, डॉ.एस.एन अब्बास, डॉ.ललित किशोर, डॉ.नवीन कुमार, डॉ. इम्तियाज, ऋषि कुमार, रोहन कुमार, रोहित कुमार, राहुल चौधरी, इस्तेखार आलम सहित अन्य मौजूद रहे।